NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8 ऐसे ऐसे is part of NCERT Solutions for Class 6 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8 ऐसे ऐसे. पाठ्यपुस्तक के प्रश्न-अभ्यास एकांकी से प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. अनुमान और कल्पना प्रश्न 1. प्रश्न 2. –
इन बीमारियों ने परेशान कर दिया है। प्रश्न 3. प्रश्न 4. उनसे शीघ्र आने के लिए कहेंगे। डॉक्टर को मरीज़ की बीमारी के लक्षण बता देंगे ताकि वह आवश्यक दवा साथ ला सके। भाषा की बात (क) मोहन ने केला
और संतरा खाया। बताना- रूथ ने कपड़े अलमारी में रखे। कुछ और करने के लिए प्रश्न 1. बच्चे इस एकांकी को बाल सभा के मंच पर प्रस्तुत
करेंगे। अन्य पाठेतर हल प्रश्न बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर (क) ‘ऐसे-ऐसे’ एकांकी के लेखक कौन हैं? (ख) मोहन ने
पिता के दफ़तर में क्या खाया था? (ग) किन बहानों को मास्टर जी समझ जाते हैं? (घ) वैद्य जी को बुलाकर कौन लाया? (ङ) मोहन कैसा लड़का था? उत्तर- (क) (ii) अतिलघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. लघुउत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. We hope the given NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8 ऐसे ऐसे will help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8 ऐसे ऐसे, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. मोहन ने कौन सी बीमारी का बहाना बनाया?मामूली बात है, पर इससे कभी-कभी बड़े भी तंग आ जाते हैं। प्रश्न 4. मोहन ने क्या बहाना बनाया? मोहन ने स्कूल न जाने के लिए बहाना बनाया कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे' दर्द हो रहा है।
मोहन के ऐसे ऐसे बीमारी का क्या कारण था?Answer: मोहन ऐसे लड़कों में था जो छुट्टियों में खूब मौज-मस्ती करते हैं। स्कूल का काम पूरा नहीं करते और जब स्कूल की छुट्टियाँ समाप्त होने को आती हैं तो स्कूल का वर्क याद आता है। स्कूल का काम पूरा न होने से उन्हें स्कूल में जाने से भी डर लगता है। ऐसे लड़के पेट में दर्द होने या 'ऐसे-ऐसे' होने की रट लगा देते हैं।
मोहन ने अपनी बीमारी के बारे में क्या बताया?उत्तर- मोहन की हालत देखकर मोहन की माँ ने मोहन को हींग, चूरन, पिपरमेंट आदि दिया था, पर मोहन ठीक नहीं हुआ था। वह बार-बार कहता था कि उसके पेट में ऐसे-ऐसे हो रहा है। माँ उसकी हालत देखकर परेशान थी क्योंकि मोहन को क्या हो रहा है, यह पता नहीं चल रहा था। उसने 'ऐसे-ऐसे' की बीमारी का नाम न सुना था।
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