Aavedan Patra : दोस्तों आज हमने आवेदन पत्र कैसे लिखते हैं यह बताया है जैसा कि आवेदन पत्र नाम से ही पता लगता है कि किसी व्यक्ति विशेष जैसे अधिकारी, नेता, शिक्षक से किसी कार्य के लिए किया गया आग्रह आवेदन पत्र कहलाता है। आवेदन पत्र लिखते समय हमें कई प्रकार की बातों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है क्योंकि आवेदन हम अपने से बड़े किसी
अधिकारी या व्यक्ति विशेष को करते है। जो कि एक उच्च पद पर विराजमान है इसलिए आवेदन पत्र में लिखा गया हर एक शब्द महत्वपूर्ण होता है। विषय-सूची 1
Best Aavedan Patra in Hindiआवेदन पत्र की महत्वपूर्ण बातें – (1) आवेदन पत्र आग्रह करने के लिए होता है यह किसी भी व्यक्ति विशेष या अधिकारी से किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए आवेदन जो आवेदन करते हैं उसी को आवेदन पत्र कहते है। (2) आवेदन पत्र सरल और कम शब्दों में लिखा जाता है। (3) आवेदन पत्र में विषय लिखना अति आवश्यक होता है इससे पढ़ने वाले को पहले ही पता होता है कि यह आवेदन किस विषय से संबंधित है। (4) आवेदन पत्र के अंतर्गत आप किसी भी प्रकार का आवेदन कर सकते हैं जैसे अवकाश के लिए आवेदन, छात्रवृत्ति हेतु आवेदन, नौकरी के लिए आवेदन, शिकायती पत्र, जरूरी सहायता हेतु आवेदन पत्र इत्यादि के लिए आवेदन कर सकते है। (5) आवेदन पत्र की भाषा औपचारिक होती है, इसमें केवल आप अपने कार्य से संबंधित बातें ही लिख सकते है। आवेदन पत्र कैसे लिखेपहला भाग – आवेदन पत्र का पहला भाग सबसे ऊपर बाएं तरफ लिखा जाता है जिसमें संबंधित अधिकारी को संबोधन और अभिवादन किया जाता है साथ ही उनके कार्यालय का नाम भी लिखा जाता है। दूसरा भाग – आवेदन पत्र का दूसरा भाग बहुत महत्वपूर्ण होता है इसमें जिस भी कार्य के लिए आप आवेदन करना चाहते हैं वह बात स्पष्ट और कम शब्दों में लिखी जाती है। तीसरा भाग – यह आवेदन पत्र के सबसे नीचे दाएं तरफ लिखा जाता है जिसमें आपका नाम, हस्ताक्षर, पता इत्यादि होता है। आवेदन पत्र के अभिवादन और समापन के प्रकार – अभिवादन – महोदय /महोदया, श्रीमान /श्रीमती समापन – धन्यवाद, सधन्यवाद Aavedan Patra के प्रमुख प्रकार –आवेदन पत्र कई प्रकार के हो सकते हैं लेकिन हमने मूलत: है इन को तीन भागों में बांटा है जिससे आसानी से समझा जा सके कि आवेदन पत्र क्या होता है और किस प्रकार से इसका उपयोग किया जाता है। विद्यार्थियों के आवेदन-पत्र
विद्यार्थियों द्वारा लिखे गए आवेदन पत्र के प्रमुख विषय –
कर्मचारियों के आवेदन पत्रयह आवेदन पत्र सरकारी विभाग, कंपनी इत्यादि में काम करने वाले कर्मचारियों द्वारा अपने से बड़े अधिकारी को लिखा जाता है। यह आवेदन पत्र कर्मचारी अपनी मूल आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए लिखता है इसके विषय भिन्न भिन्न प्रकार के होते है जिनमें से हमने उदाहरण के तौर पर कुछ प्रमुख विषय नीचे लिखे है –
जनसाधारण के आवेदन पत्रजनसाधारण की आवेदन पत्र सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों, पार्षदों इत्यादि को लिखे जाते है यह किसी व्यक्तिगत और सामाजिक परेशानी की शिकायत हेतु लिखे जाते है। जनसाधारण द्वारा लिखे जाने वाले पत्र के महत्वपूर्ण विषय निम्नलिखित है –
विद्यार्थी के लिए आवेदन पत्र का प्रारूपसेवा में , विषय : दो दिन के अवकाश हेतु । महोदय, सविनय नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा……………..का छात्र/छात्रा हूं। मैं कल शाम से बीमार (जो भी बीमारी हो उसका नाम विवरण लिखें)…………………………………………….हूं। अतः प्रार्थना है कि मुझे दो दिन के लिए अवकाश देने की कृपा करें इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा/रहूंगी। सधन्यवाद दिनांक : 08/02/20… आपका आज्ञाकारी शिष्य/शिष्या कर्मचारियों के आवेदन पत्र का प्रारूपसेवा में, मैनेजर का नाम………………………… विषय – आवश्यक कार्य के लिए अवकाश हेतु। श्रीमान, नम्र निवेदन है कि मैं …………………………. आपकी कंपनी में ………………….. के पद पर कार्य कर रहा हूं /रही हूं। मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मैं जरूरी कार्य………………………………… के कारण 1 दिन के लिए कार्यालय में नहीं आ पाऊंगा/ पाऊंगी। अगर मेरी अनुपस्थिति में कोई विशेष कार्य आता है तो आप मुझे मेरे मोबाइल नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। कृपया मुझे दिनांक ……………………. अवकाश देने की कृपा करें। इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा। धन्यवाद दिनांक …………….. भवदीय जनसाधारण के Aavedan Patra का प्रारूपसेवा में, विषय – (शिकायत का विषय लिखे) माननीय महोदय, मेरा नाम____(अपना नाम लिखें), मैं वार्ड नंबर( अपना वार्ड नंबर लिखें) का/की निवासी हूं।मेरा बिजली मीटर संख्या………………………(मीटर का नंबर लिखें)। यह है महोदय मैं आपको सूचित करना चाहता हूं /चाहती हूं कि मेरे_……………………………………………….(अपनी समस्या/ शिकायत लिखें)। अतः आपसे निवेदन है कि मेरी इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने की कृपा करें, इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा/रहूंगी। धन्यवाद दिनांक : –/–/— प्रार्थी यह भी पढ़ें – Anopcharik Patra in Hindi – अनौपचारिक पत्र लेखन Formal Letter in Hindi to Principal – प्रधानाचार्य को औपचारिक प्रार्थना पत्र FIR Application in Hindi – एफ आई आर के लिए एप्लीकेशन Application in Hindi for Leave – अवकाश लेने हेतु प्राथना पत्र Unseen Passage in Hindi for Class 3 (अपठित गद्यांश) हम आशा करते है कि हमारे द्वारा Aavedan Patra in Hindi आपको पसंद आया होगा। अगर यह पत्र आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं। महिला विधायक को पत्र कैसे लिखें?हम आपको काफी उम्मीद से पत्र लिख रहे हैं कि हम पिछले 4 सालों से जल संकट से जूझ रहे हैं हमें घर के उपयोग हेतु पानी के लिए 2 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है जिसमें हमारी जान का जोखिम होता है हमें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है जिस कारण हम आपको यह पत्र लिख रहे हैं आपसे निवेदन है कि आप हमारी समस्या का समाधान करें।
आवेदन पत्र कैसे लिखा जाता है?आवेदन पत्र के आरंभ में स्थान (जहां से आप पत्र लिख रहे हैं), दिनांक, संबोधन, पदनाम, संस्था का नाम एवं पता और विषय लिखा जाता है। अंतिम भाग – आज्ञाकारी, नाम एवं पता, मोबाइल नंबर, ईमेल एड्रेस. हाशिये की पर्याप्त मात्रा छोड़ने के साथ-साथ आवेदन पत्र में विषय को मोटे अक्षरों में लिखना चाहिए।
प्रार्थना पत्र हिंदी में कैसे लिखा जाता है?महोदय, सविनय निवेदन यह है, कि मैं आपके स्कूल में कक्षा________ का/ की छात्र/छात्रा हूं| मैं कल रात्रि से जबर से पीड़ित हूं (यहाँ आपको अवकाश लेने का कारण लिखना है) | चिकित्सक ने उपचार के साथ-साथ तीन दिन के पूर्ण विश्राम करनें लिए कहा है, जिसके कारण मैं विद्यालय में उपस्थित होने में असमर्थ हूँ।
संसद को लेटर कैसे लिखे?भारत की संसद. सदस्य वर्तमान सदस्य. अस्थायी तिथि-पत्र कार्य का सारांश. परिचय डिस्क्लेमर. पटल पर रखे गए पत्र पटल पर रखे गए पत्र. परिचय डिस्क्लेमर. परिचय कार्य का सारांश. संसद टीवी. |