लैट्रिन में जलन क्यों होती है - laitrin mein jalan kyon hotee hai

यूरिन पास करते समय जलन होना या फिर पेट के निचले हिस्से में भयानक दर्द होना आजकल काफी आम समस्या हो गई है. आपने भी ये समस्या कभी न कभी जरूर महसूस की होगी. यह दरअसल तब होता है जब आप यूरिन को घंटों रोकते है और तब यूरिन पास करने जाते है. ऐसे में कई बार जलन होना, पेट दर्द होना आदि महसूस होने लगता है. इतना ही नहीं, चूंकि यह परेशानियां हमारी रोज की क्रियाओं से प्रेरित होती हैं तो इसका असर भी उतना ही ज्यादा पड़ता है. ऐसे में लोग परेशान होकर तरह-तरह के उपाय ढूंढ़ते हैं, लेकिन उनसे उतना असर नहीं हो पता है जितना कि होना चाहिए. इस परिस्थिति में सबसे सरल और अच्छा उपाय घरेलू उपाय ही है. इसमें ज्यादा झंझट भी नहीं हैं और इनका शरीर पर कोई असर भी नहीं होता है. जानते हैं यूरिन में जलन के कारण और यूरिन पास करते समय जलन क्यों होता है. इस समस्या के लिए क्या घरेलू उपाय अपनाने चाहिए.

 यूरिन में जलन के कारण

यह परेशानी ज्यादातर तब होती है जब आप लंबे समय के लिए यूरिन को रोककर रखते है और फिर यूरिन पास करते है, जिससे तरह-तरह की परेशानियां होती है तो चलिए जानिए ज्यादा समय तक यूरिन रोकने से क्या होता है.

1- बहुत ज्यादा समय तक यूरिन रोकने से यह होता है कि जब आप यूरिन पास करने जाते है तो ऐसा महसूस होता है जैसे यूरिन बचा है और आ रहा है. जिससे कि जलन की संभावना बढ़ जाती है.

2- बहुत अधिक समय तक यूरिन रोकने से महिलाओं और पुरुषों को यूरिनरी ग्लैंड और यूरेथ्रा में तेज जलन सी होने लगती है जो इंसान को परेशान कर देती है.

पेशाब में जलन क्यों होता है?

1- जब व्यक्ति अपने शरीर के हिसाब से अतिरिक्त पानी का सेवन नहीं करता है तो उन्हें पेशाब में जलन महसूस होता है. ऐसे में रोजाना कम से कम 6 लीटर पानी हर हाल में पीना चाहिए.

2- जो लोग ज्यादा मिर्च, मसाले और तले हुए खाना का सेवन करते हैं उन्हें आम व्यक्ति से ज्यादा पेशाब आता है और इसी कारण यूरिन में जलन होने लगती है.

3- कई लोगों को किडनी में स्टोन या पथरी की परेशानी होती है, जिस कारण उन्हें पेशाब ज्यादा आता है और वही जलन की वजह बन जाती है.

पेशाब में जलन को रोकने के घरेलू उपाय

1- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं.
2- नींबू पानी और पुदीना अर्क का सेवन करें.
3- फलों का जूस पिएं.
4- ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करें.
5- नारियल पानी का सेवन करें.

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विषयसूची

  • 1 लैट्रिन के रास्ते पर दर्द हो तो क्या करें?
  • 2 लैट्रिन के रास्ते में क्यों दर्द होता है?
  • 3 बवासीर में क्या क्या परेशानी होती है?
  • 4 पेट दर्द के लिए कौन सी दवा लेनी चाहिए?
  • 5 दर्द की गोली का क्या नाम होता है?
  • 6 मलद्वार की सूजन कैसे कम करें?
  • 7 कमर दर्द में कौन सी गोली खाएं?
  • 8 पेशाब से बवासीर का इलाज कैसे करें?
  • 9 जोड़ों में चिकनाई कैसे बढ़ाएं?

लैट्रिन के रास्ते पर दर्द हो तो क्या करें?

इसे सुनेंरोकेंखुजली, जलन और बवासीर के दर्द में : खुजली, जलन और बवासीर के दर्द से बचने के लिए गर्म पानी की सिकाई बेहतर उपाय है। गर्म पानी में थोड़ी फिटकरी डालकर सिकाई करें। इससे गुदा क्षेत्र में जलन, सूजन और दर्द कम करने में मदद मिलती है और गुदा परिसंचरण में सुधार होता है। इसके लिए मेडिकल स्टोर पर सिज बाथ टब भी मिल जाता है।

लैट्रिन के रास्ते में क्यों दर्द होता है?

इसे सुनेंरोकेंअगर दर्द है तो इसकी वजह है इंफेक्शन। कारण क्या हैं – कब्ज पाइल्स की सबसे बड़ी वजह होती है। कब्ज होने की वजह से कई बार मल त्याग करते समय जोर लगाना पड़ता है और इसकी वजह से पाइल्स की शिकायत हो जाती है। – ऐसे लोग जिनका काम बहुत ज्यादा देर तक खड़े रहने का होता है, उन्हें पाइल्स की समस्या हो सकती है।

बवासीर का पता कैसे चलता है?

इसे सुनेंरोकेंसबसे सामान्य लक्षण ये है की मल के साथ रक्त स्राव होना, और ये दर्द रहित होता है। हमे खुजली होती है, कुछ लोगो में ये तो बहुत ज्यादा होती है। लम्प जैसा महसुस होता है जो की ऐसा लगता है की वो मल द्वार के द्वारा बाहर आ रहा होता है, और ये लम्प यदि बाहर आकर लटक जाये तो ये एक आपातकालीन स्थिति हो जाती है।

बवासीर में क्या क्या परेशानी होती है?

चिह्न व लक्षण

  • गुदा के आस-पास कठोर गांठ जैसी महसूस होती है।
  • शौच के बाद भी पेट साफ ना हेने का आभास होना।
  • शौच के वक्त जलन के साथ लाल चमकदार खून का आना।
  • शौच के वक्त अत्यधिक पीड़ा होना।
  • गुदा के आस-पास खुजली, एवं लालीपन, व सूजन रहना।
  • शौच के वक्त म्यूकस का आना।
  • बार-बार मल त्यागने की इच्छा होना, लेकिन त्यागते समय मल न निकलना।

पेट दर्द के लिए कौन सी दवा लेनी चाहिए?

पेट में दर्द की परेशानी है तो कुछ घरेलू उपाय को अपनाकर इससे राहत मिल सकती है। तो चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में

  • मेथी दाना मेथी दाने को थोड़ा सा भून लें और फिर उसे पीसकर पाउडर बना लें।
  • अनार अनार में कई गुणकारी तत्व होते हैं।
  • अदरक चाय में अदरक को किसकर डालें।
  • पुदीना
  • ऐलोवेरा जूस
  • नींबू का रस

दर्द में कौन सी दवाई लेनी चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंदर्द निवारक दवा के रूप में एक अन्य एंटीएलोपेथिक दवा, गाबापेंटिन का अध्ययन किया जा रहा है। यह विशेषकर न्यूरोपेथिक दर्द के लिये है। एंटीडिपरेसेंटेस का इस्तेमाल भी कई बार दर्द के इलाज में किया जाता है।

दर्द की गोली का क्या नाम होता है?

इसे सुनेंरोकेंएसिक्लोफेनाक एक दवा है जिसे गैर-स्टेरायडल एंटी-इन्फ्लैमटोरी दवा कहा जाता है। इसे ‘एनएसएडी’ के रूप में भी जाना जाता है। सुबह और शाम को एक-एक टैबलेट लें। भोजन के दौरान, या नाश्ते के बाद टैबलेट ले।

मलद्वार की सूजन कैसे कम करें?

  1. बर्फ पाइल्स होने पर एनस पर बर्फ को रगड़ें इससे पाइल्स में होने वाली जलन में आराम मिलेगा।
  2. एलोवेरा पाइल्स के इलाज के लिए एलोवेरा एक अच्छा उपचार है।
  3. भुना जीरा पाइल्स होने पर सबसे ज्यादा दिक्कत मल त्याग करने में होती है।
  4. नींबू
  5. बादाम तेल
  6. सेब का सिरका

जोड़ों के दर्द के लिए कौन सी टेबलेट ले?

इसे सुनेंरोकेंवॉकवेल कैप्सूल | जोड़ों के दर्द की दवा | पीठ दर्द की दवा|रॉयल बी वॉकवेल कैप्सूल | जोड़ों के दर्द के लिए हर्बल कैप्सूल | वॉकवेल कैप्सूल चिकित्सकीय रूप से जोड़ों में सूजन के लिए साबित होते हैं | कठोरता | कोमलता

कमर दर्द में कौन सी गोली खाएं?

इसे सुनेंरोकेंआप चाहें तो कैल्शियम सप्लिमेंट्स भी ले सकते हैं। इससे आपको कमरदर्द दूर रखने में सहायता मिलेगी।

पेशाब से बवासीर का इलाज कैसे करें?

इसे सुनेंरोकेंएपल साइडर वेनेगर की मदद से आप पाइल्स का इलाज कर सकते हैं. एपल साइडर वेनेगर में इंफेक्शन को नहीं बढ़ने देने का गुण पाया जाता है. इसके इस्तेमाल से रेक्टल एरिया में इंफेक्शन बढ़ने नहीं पाता है और ये दर्द कम करने में भी मदद करता है. इसके अलावा इसके इस्तेमाल से जलन में भी राहत मिलती है.

गुदा में जलन होने का क्या कारण है?

इसे सुनेंरोकेंपाइल्स में एनल या रेक्टल एरिया की ब्लड वेसल्स बड़ी हो जाती है जिसकी वजह से जलन के साथ दर्द होता है. पाइल्स होने के कई कारण हो सकते हैं. कई बार कब्ज, पाचन क्रिया के सही नहीं होने पर, बहुत भारी चीजें उठाने पर, गैस की समस्या होने पर, तनाव लेने पर, मोटापा होने पर और एनल सेक्स की वजह से भी ये बीमारी हो जाती है.

जोड़ों में चिकनाई कैसे बढ़ाएं?

इसे सुनेंरोकेंजोड़ों में चिकनाई भी लाता है और गतिशीलता को बढ़ाता है. दो कप पानी में दो चम्मच सेब का सिरका डालें और अच्छे से मिलाकर पी लें. मछली : मछली जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए एक बढ़िया विकल्प है. इसमें हड्डियों को मजबूत करने के लिए विटामिन डी और कैल्शियम होता है, साथ ही अच्छी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है.

लैट्रिन के रास्ते में जलन हो तो क्या करना चाहिए?

एपल साइडर वेनेगर में इंफेक्शन को नहीं बढ़ने देने का गुण पाया जाता है. इसके इस्तेमाल से रेक्टल एरिया में इंफेक्शन बढ़ने नहीं पाता है और ये दर्द कम करने में भी मदद करता है. इसके अलावा इसके इस्तेमाल से जलन में भी राहत मिलती है. स्वेलिंग कम होती है और आराम मिलता है.

लैट्रिन की जगह पर जलन क्यों पड़ती है?

पेशाब या टॉयलेट (Toilet) के दौरान हल्की जलन होना आम समस्या है, लेकिन यदि जलन अधिक हो रही है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि यह किडनी पर बुरा असर डाल सकता है. इस समस्या को डिस्यूरिया (Dysuria) कहते हैं. इसमें जलन के साथ दर्द (Pain) भी हो सकता है.

बवासीर में तुरंत आराम के लिए क्या करें?

बवासीर में एलोवेरा फायदेमंद.
सेब का सिरका सेब का सिरका भी बवासीर में आराम दिलाता है। ... .
जैतून का तेल भी कारगर बवासीर की समस्या से परेशान लोगों के लिए जैतून का तेल भी बहुत उपयोगी है। ... .
जीरे से होगा फायदा जीरे भी बवासीर में राहत देगा। ... .
नींबू भी असरदार ... .
मट्ठा और अजवायन भी फायदेमंद.