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इस कॉफी के एक कप की कीमत लगभग 6 हजार रुपए है- सांकेतिक फोटो (pixabay)सिवेट (Civet) नाम पशु के मल से तैयार होने वाली कॉफी (world’s most expensive Civet coffee from ) के एक कप की कीमत लगभग 6 हजार रुपए है. जानकार मानते हैं कि बिल्ली की तरह दिखने वाले इस जानवर की आंतों से गुजरने के बाद कॉफी बीन्स का स्वाद ज्यादा बेहतर हो जाता है.अधिक पढ़ें ...
बहुत से लोग कॉफी के बड़े शौकीन होते हैं और इसके नए-नए स्वाद की तलाश में दुनियाभर छान मारते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया की सबसे महंगी कॉफी कौन-सी है और क्या बात उसे सबसे खास बनाती है? इस कॉफी का नाम है कोपी लुवाक (Kopi luwak). इसका एक औसत कप अमेरिका में लगभग 6 हजार रुपए का मिलता है. दिलचस्प बात ये है कि ये कॉफी कई एशियाई देशों समेत दक्षिण भारत में भी बनती है, लेकिन इससे भी दिलचस्प ये है कि इसे बिल्ली जैसे पशु की पॉटी या मल से तैयार किया जाता है. बिल्ली की ये प्रजाति काफी काम की मानी जाती है कॉफी बीन्स खाने की शौकीन बिल्ली सिवेट बिल्ली के मल से तैयार होने वाली इस कॉफी को बिल्ली के नाम पर सिवेट (civet) कॉफी भी कहते हैं- सांकेतिक फोटो (pixabay) इस तरह से बनती है कॉफी ये भी पढ़ें: Explained: क्या है Black Fungus का कोरोना मरीजों की दी जा रही ऑक्सीजन से संबंध? क्यों पसंद की जाती है ये कॉफी बिल्ली की आंतों से गुजरने के बाद इन बीन्स में पाए जाने वाले प्रोटीन की संरचना में बदलाव होता है- सांकेतिक फोटो (pixabay)
इंडोनेशिया में ये हो रहा है ये भी पढ़ें: Coronavirus: इलाज के वो तरीके, जो एकाएक होने लगे चलन से बाहर कई बार एनिमल राइट्स पर काम करने वाली संस्थाएं इसपर आपत्ति भी जता चुकी हैं. लंदन की संस्था वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन्स (World Animal Protection) ने अपनी जांच में पाया था कि बाली में कॉफी के 16 बागानों में कई सिवेट कैद में थे. इस बात को संस्था ने उठाया और ये रिपोर्ट एनिमल वेलफेयर नामक पत्रिका में छपी भी थी कि कैसे अपने स्वाद के लिए हम बेजुबान जानवरों पर हिंसा कर रहे हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Coffee, Indonesia, Karnataka, Worlds expensive coffee FIRST PUBLISHED : May 22, 2021, 14:36 IST लैट्रिन कैसे खाई जाती है?त्रिफला: 20 ग्राम त्रिफला रात को एक लिटर पानी में भिगोकर रख दीजिए। सुबह उठने के बाद त्रिफला को छानकर उस पानी को पी लीजिए। इससे कुछ ही दिनों में कब्ज की शिकायत दूर हो जाएगी। एक्सरसाइज : कब्ज की समस्या से बचने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और योगा करना चाहिए।
लैट्रिन कितने प्रकार के होते हैं?लैट्रिन कितने प्रकार की होती है ? इस बारे मे जानने से पहले हम मल की कुछ सामान्य बातों के बारे मे जान लेते हैं। लैट्रिन का गहरा भूरा रंग बिलीरुबिन नामक वर्णक की वजह से बनता है जो लाल रूधिकरणिकाओं के टूटने से बनता है।. काला मल black potty.. White potty.. Green potty.. Red potty.. Orange potty.. 3 दिन से लैट्रिन नहीं आ रही है क्या करें?नींबू पानी नींबू हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। ... . दूध और दही कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए पेट में अच्छे बैक्टीरिया का भी होना जरूरी है। ... . आयुर्वेदिक दवा सोने से पहले दो या तीन त्रिफला टैबलेट गर्म पानी के साथ लें। ... . खाने में फाइबर. गूगल लैट्रिन कैसे?Gardening.. Travel.. |