Q. Show निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए − मनुष्य के जीवन में पोशाक का क्या महत्व है? Q. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए − पास-पड़ोस की दुकानों से पूछने पर लेखक को क्या पता चला? Q. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए − लेखक ने बुढ़िया के दु:ख का अंदाज़ा कैसे लगाया? Q. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर(50-60 शब्दों में) लिखिए − हिमपात किस तरह होता है और उससे क्या-क्या परिवर्तन आते हैं? Q. निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30) शब्दों में लिखिए − महादेव भाई के लिखे नोट के विषय में गांधीजी क्या कहते थे? View More (क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए- लेखक उस स्त्री के रोने का कारण इसलिए नहीं जान पाया क्योंकि उसकी पोशाक रूकावट बन गई। जब उसने उस खरबूज़े बेचने वाली स्त्री को घुटनों पर सिर रखकर रोते देखा और बाजार में खड़े लोगों का उस स्त्री के संबंध में बातें करते देखा तो लेखक का मन दुखी हो उठा। कारण जानना चाहते हुए भी वह ऐसा नहीं कर पाया। यद्यपि व्यक्ति का मन दूसरों के दुःख में दुःखी होता है परन्तु पोशाक परिस्थितिवश उसे झुकने नहीं देती। 209 Views निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए- खरबूज़े बेचनेवाली स्त्री से कोई खरबूज़े इसलिए नहीं खरीद रहा था क्योंकि वह घुटनों में सिर गड़ाये फफक-फफक कर रो रही थी। इसके बेटे की मृत्यु के कारण लगे सूतक के कारण लोग इससे खरबूज़े नहीं ले रहे थे। 415 Views निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए- किसी व्यक्ति की पोशाक को देखकर हमें समाज में उसका दर्जा और अधिकार का पता चलता है तथा उसकी अमीरी-गरीबी की श्रेणी का भी पता चलता है। 1053 Views निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए- उस स्त्री को देखकर लेखक को उसके प्रति सहानुभूति की भावना उत्पन्न हुई थी। उसे देखकर लेखक का मन व्यथित हो उठा। वह नीचे झुककर उसकी अनुभूति को समझना चाहता था तब उसकी पोशाक इसमें अड़चन बन गई। 266 Views निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो
पंक्तियों में लिखिए- उस स्त्री का लड़का तेईस बरस का था। लड़का शहर के पास डेढ़ बीघा जमीन पर खेती करके परिवार का गुजारा करता था। एक दिन वह सुबह मुंह-अंधेरे खेत में बेलों से पके खरबूज़े चुन रहा था कि गीली मेड़ की तरावट में आराम करते हुए सांप पर उसका पैर पड़ गया और साँप ने उस लड़के को डस लिया। ओझा के झाड़-फूंक आदि का उस पर कोई प्रभाव न पड़ा और उसकी मृत्यु हो गई। 381 Views निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए- उस बुढ़िया का बेटा मर चुका था। लोगों को पता था कि बुढ़िया को दिए उधार के लौटाने की कोई संभावना नहीं है। इसलिए अब बुढ़िया को कोई भी उधार देने को तैयार नहीं था। 261 Views Advertisement Remove all ads Advertisement Remove all ads Short Note निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए − लेखक उस स्त्री के रोने का कारण क्यों नहीं जान पाया? Advertisement Remove all ads Solutionलेखक के पास उस बुढ़िया के रोने का कारण जान सकने का कोई उपाय नहीं था। लेखक की पोशाक उसके इस कष्ट को जान सकने में अड़चन पैदा कर रही थी क्योंकि फुटपाथ पर उस बुढ़िया के साथ बैठकर लेखक उससे उसके दु:ख का कारण नहीं पूछ सकता था। इससे उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचती, उसे झुकना पड़ता। Concept: गद्य (Prose) (Class 9 B) Is there an error in this question or solution? Advertisement Remove all ads Chapter 1: यशपाल - दुःख का अधिकार - लिखित (क) [Page 10] Q 3Q 2Q 4 APPEARS INNCERT Class 9 Hindi - Sparsh Part 1 Chapter 1 यशपाल - दुःख का अधिकार Advertisement Remove all ads लेखक बूढ़ी स्त्री के रोने का कारण क्यों नहीं जान पाया?लेखक उस स्त्री के रोने का कारण क्यों नहीं जान पाया? लेखक उस स्त्री के रोने का कारण इसलिए नहीं जान पाया क्योंकि उसकी पोशाक रूकावट बन गई। जब उसने उस खरबूज़े बेचने वाली स्त्री को घुटनों पर सिर रखकर रोते देखा और बाजार में खड़े लोगों का उस स्त्री के संबंध में बातें करते देखा तो लेखक का मन दुखी हो उठा।
वह अधेड़ स्त्री रो क्यों रही थी?बुढ़िया रोते-रोते और आँखें पोंछते-पोंछते भगवाना के बटोरे हुए खरबूजे डलिया में समेटकर बाज़ार की ओर चली - और चारा भी क्या था? बुढ़िया खरबूज़े बेचने का साहस करके आई थी, परंतु सिर पर चादर लपेटे, सिर को घुटनों पर टिकाए हुए फफक-फफककर रो रही थी । कल जिसका बेटा चल बसा, आज वह बाज़ार में सौदा बेचने चली है, हाय रे पत्थर-दिल!
4 उस स्त्री के लड़के की मृत्यु का कारण क्या था?उस स्त्री के लड़के की मृत्यु साँप के डसने के कारण हुई थी।
लेखक ने बुढ़िया के रुख का अंदाजा कैसे लगाया?अमीर को दुःख मनाने का अधिकार है गरीब को नहीं। बुढ़िया के दु:ख को देखकर लेखक को अपने पड़ोस की संभ्रांत महिला की याद इसलिए आई क्योंकि वह महिला अपने जवान बेटे की मृत्यु के कारण अढ़ाई-मास तक पलंग से उठ न सकी। पंद्रह-पंद्रह मिनट बाद मूर्छित हो जाती थी। शहर भर के लोगों के हृदय उसके पुत्र शोक को देखकर द्रवित हो उठे थे।
|