सार्क क्षेत्र में भारत की भूमिका
प्रीलिम्स के लिये:सार्क COVID-19 इमरजेंसी फंड, Show
मेन्स के लिये:दक्षिण एशिया क्षेत्र में भारत की भूमिका, क्षेत्रीय समूहों से संबंधित प्रश्न चर्चा में क्यों?हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री ने COVID-19 की चुनौती से निपटने के लिये सार्क (SAARC) देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बैठक का आयोजन किया। मुख्य बिंदु:
सार्क (SAARC):
सार्क की असफलता के कारण:
COVID-19 महामारी और सार्क देश:
नेतृत्व का अवसर:
स्रोत: द हिंदूभारत के बहिष्कार और कुछ और देशों के साथ आ जाने के बाद पाकिस्तान में होने वाला सार्क सम्मेलन रद्द हो गया है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश व भूटान के सहयोग के साथ श्रीलंका तो यह तक कह चुका है कि भारत के बिना
सम्मेलन का औचित्य ही नहीं है। जानिए www.gshindi.com की तरफ से आखिर इस संगठन में क्यों अहम है भारत की भूमिका। A.आर्थिक दृष्टि से :- B. सहयोग के मामले
में :- 3. कूटनीतिक नजरिए से :- Thanks for sharing, PDF file ready to download now Sorry, in order to download PDF, you need to share it Download क्या भारत सार्क का सदस्य देश है?इसकी स्थापना दक्षिण एशिया के 7 देशों- बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान द्वारा मिलकर की गई थी। बाद में इसमें अफगानिस्तान भी शामिल हुआ। आपको बता दें की अफगानिस्तान ने सार्क की सदस्यता 2007 में प्राप्त की थी। उस दौरान सार्क की 14वीं बैठक का आयोजन भारत की राजधानी दिल्ली में किया गया था।
सार्क में कौन देश शामिल नहीं है?सही उत्तर थाईलैंड है। थाईलैंड सार्क का सदस्य नहीं हैं। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) की स्थापना 8 दिसंबर 1985 को ढाका में सार्क चार्टर के हस्ताक्षर के साथ की गई थी।
सार्क में कितने देश शामिल हुए?दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (SAARC):
इसकी स्थापना 8 दिसंबर ,1985 को ढाका में सार्क चार्टर पर हस्ताक्षर के साथ की हुई थी। संगठन का मुख्यालय काठमांडू, नेपाल में है। इसके सदस्य देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका हैं।
सार्क में कितने सदस्य है 2022?वर्तमान में, सार्क में आठ सदस्य देश हैं, जैसे अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, मालदीव, पाकिस्तान और श्रीलंका।
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