क्या आप इस तर्क से सहमत हैं कि सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश से नाना अंतर्विरोध थे? Show
हां, यह सत्य है कि सार्वभौमिक अधिकारों का संदेश विभिन्न विरोधाभासों से भरा हुआ था- 1119 Views फ्रांसीसी समाज के किन तबकों को क्रांति का फ़ायदा मिला? कौन-से समूह सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर हो गए? क्रांति के नतीजों से समाज के किन समूहों को निराशा हुई होगी? फ्रांस की क्रांति से सबसे अधिक लाभ पढ़े-लिखे धनी मध्य वर्ग को पहुंचा। राज परिवार, पादरी तथा कुलीन वर्ग को सत्ता छोड़ने के लिए विवश किया गया। क्रांति के परिणामों से वहां की महिलाओं को निराशा का सामना करना पड़ा। 1813 Views फ्रांस में क्रांति की शुरुआत किन परिस्थितियों में हुई? निम्नलिखित परिस्थितियाँ फ्रांस में क्रांतिकारी प्रतिरोध को भड़काने में सहायक रही- 7561 Views उन जनवादी अधिकारों की सूची बनाएँ जो आज हमें मिले हुए हैं और जिनका उद्ग्म फ्रांसीसी क्रांति में हैं। ऐसे प्रजातांत्रिक अधिकार जिनकी उत्पत्ति फ्रांसीसी क्रांति में खोजी जा सकती है तथा जिनका उपभोग आज हम करते हैं वह निम्नलिखित है- 1324 Views उन्नीसवीं और बीसवीं सदी की दुनिया के लिए फ़्रांसिसी क्रांति कौन-से विरासत छोड़ गई? (i) लोकतान्त्रिक अधिकारों के विचार, जैसे स्वतंत्रता और जनवादी अधिकारों के विचार फ्रांसीसी क्रांति की सबसे महत्वपूर्ण विरासत थे। ये विचार 19वीं सदी में फ़्रांस से निकल कर बाकी यूरोप में भी फैले। 1906 Views Solution : हाँ, सार्वभौमिक अधिकारों के संदेश में नाना अंतर्विरोध थे: 'पुरुष और नागरिक अधिकार घोषणापत्र' के कई आदर्श अस्पष्ट अर्थों से भरे पड़े थे। जैसे 'समाज के लिए किसी भी हानिकारक कृत्य पर पाबंदी लगाने का अधिकार कानून के पास है।' में किसी व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक आरोप के बारे में कुछ नहीं कहा गया था।घोषणापत्र के अनुसार 'कानून सामान्य इच्छा की अभिव्यक्ति है। सभी नागरिकों को व्यक्तिगत रूप से या अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से इसके निर्माण में भाग लेने का अधिकार है। कानून के नज़र में सभी नागरिक समान हैं।' लेकिन फ़्रांस के संवैधानिक राजतंत्र बनने के बाद, महिलाओं, पुरुष जो पर्याप्त कर देने में असमर्थ थे तथा जिनकी उम्र 25 वर्ष से छोटी थी जैसे करीब 30 लाख व्यक्तियों से वोट देने का अधिकार छीन लिया गया। अतः इन सार्वभौमिक अधिकारों से गरीबों को दबा दिया गया। संविधान केवल अमीरों के लिए उपलब्ध रह गया। महिलाओं को इनसे कुछ हासिल नहीं हुआ। Adarsh singh
Vivek singh
सार्वभौमिक अधिकारों का संदेश विरोधाभासों के साथ बगल में था। मनुष्य और नागरिकों के अधिकार की घोषणा का अर्थ स्पष्ट नहीं था यह निर्दिष्ट नहीं किया गया था। 1791 के फ्रांसीसी संविधान के अनुसार सार्वभौमिक अधिकारों का संदेश महिलाओं की कुल अज्ञानता थी। सभी अधिकार पुरुषों को दिए गए थे। महिलाओं को अभी भी निष्क्रिय नागरिक माना जाता था। उनके पास वोट देने का अधिकार और पुरुषों की तरह राजनीतिक कार्यालय रखने का कोई राजनीतिक अधिकार नहीं था। इसलिए, समान राजनीतिक अधिकारों के लिए उनका संघर्ष जारी रहा। 19 वीं शताब्दी के पहले तक फ्रांस में गुलामी का अस्तित्व था। फ्रांस ने उपनिवेशों को जारी रखना और विस्तारित करना जारी रखा। इस प्रकार, एक मुक्तिदाता के रूप में इसकी छवि लंबे समय तक नहीं रह सकती थी। Trending CoursesSSC Crash Course 2022 (CGL, CHSL, CPO) Enrol in Live Classes by Safalta Now!More than 1000 students already learing Free CoursesTricky Reasoning E-BookMore than 1000 students already learing Quicker Tricky Mathematics E-BookMore than 1000 students already learing SSC CGL Free Mock Test Series 2022More than 1000 students already learing Free- SSC MTS Online Classes 2022More than 1000 students already learing Static General Knowledge Capsule
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