कन्नौज (IAST:Kannauj) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के कन्नौज जिले में स्थित एक नगर है। यह जिले का मुख्यालय भी है। शहर का नाम संस्कृत के कान्यकुब्ज (Kānyakubja) शब्द से बना है। कन्नौज एक प्राचीन नगरी है एवम् कभी हिंदू साम्राज्य की राजधानी के रूप में प्रतिष्ठित रहा है।[1][2] परिचय[संपादित करें]माना जाता है कि कान्यकुब्ज ब्राह्मण मूल रूप से इसी स्थान के हैं। विन्ध्योत्तर निवासी एक ब्राह्मणौंकी समुह है जिनको "पंचगौड" कहते हैं। उनमें गौड , सारस्वत , औत्कल , मैथिल ,और कान्यकुब्ज (कन्नौज) है। उनकी ऐसी प्रसिद्ध लोकोक्ति प्रचलित है- "सर्वे द्विजाः कान्यकुब्जाःमागधीं माथुरीं विना" कान्यकुब्जी ब्राह्मण अपनी इतिहासको बचाये रखें | वर्तमान कन्नौज शहर अपने इत्र व्यवसाय के अलावा तंबाकू के व्यापार के लिए मशहूर है। कन्नौज की जनसंख्या 2001 की जनगणना के अनुसार 71,530 आँकी गयी थी। यहाँ मुख्य रूप से कन्नौजी भाषा/ कनउजी भाषा के तौर पर इस्तेमाल की जाती है। कन्नौज गंगा के बायीं ओर ग्रैंड ट्रंक रोड से 3 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। किसी समय गंगा इस नगर के पार्श्व से बहती थी। रामायण में इस नगर का उल्लेख मिलता है। तॉलेमी ने ईसा के काल में कन्नौज को 'कनोगिज़ा' लिखा है। पाँचवीं शताब्दी में यह गुप्त साम्राज्य का एक प्रमुख नगर था। छठी शताब्दी में श्वेत हूणों के आक्रमण से यह काफी विनिष्ट हो गया था। चीनी यात्री ह्वेन त्सांग, ने, जो हर्षवर्धन के समय भारत आया था, इस नगर का उल्लेख किया है। 11वीं शताब्दी के आंरभिक काल में मुसलमानों के आक्रमण के कारण यह नगर काफी विनिष्ट हुआ। 1194 ई. में मुहम्मद गौरी ने इस नगर पर अपना स्वत्व जमाया। 'आइने अकबरी' द्वारा ज्ञात होता है कि अकबर के समय में यहाँ सरकार का मुख्य कार्यालय था। प्राचीन काल के भग्नावशेष आज भी लगभग छह कि.मी. व्यास के अर्धवृत्तीय क्षेत्र में वर्तमान हैं। कन्नौज अपने मन्दिरो के लिये विशेष जाना जाता है। कन्नौज प्रमुख रुप से सिद्धपीठ बाबा गौरी शंकर मन्दिर एवं सिद्धपीठ माँ फूलमती मंदिर के लिये जाना जाता है। इसके अलावा यहाँ अनेकों मन्दिर हैं, जो की इस नगर की छवि कों और आकर्षित बनाते हैं। वर्तमान में कन्नौज नगर पालिका अध्यक्ष माननीय "शैलेन्द्र अग्निहोत्री जी " हैं। इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
कन्नौज जिला कौन से राज्य में आता है?जिले के बारे में | कन्नौज जिला, उत्तर प्रदेश सरकार | भारत
कन्नौज का पुराना नाम क्या है?कन्नौज भारत की सबसे प्राचीन जगहों में से एक है जिसमें समृद्ध पुरातात्विक और सांस्कृतिक विरासत है, इस स्थान का प्राचीन नाम कन्याकुज्जा या महोधी है (बाल्मीकि रामायण, महाभारत और पुराण के अनुसार) बाद में कन्याकुज्जा को कन्नौज के रूप में परिवर्तित किया गया था, जो कि वर्तमान का नाम है ।
कन्नौज के राजा का नाम क्या था?जयचंद कन्नौज साम्राज्य के राजा थे। वह गहरवार राजवंश के थे, जिसे अब राठौड़ राजवंश के नाम से जाना जाता है। महाराज विजय चंद्र के पुत्र जयचंद का राज्याभिषेक विक्रम संवत 1226 (1170 ईस्वी) में हुआ था।
उत्तर प्रदेश का कन्नौज जिला क्यों प्रसिद्ध है?उत्तर प्रदेश का जिला कन्नौज, भले ही वर्तमान में अपने इत्र व्यवसाय और तंबाकू उत्पादन के लिए मशहूर है। लेकिन, आज भी इसकी गणना भारत के कुछ प्राचीनतम और ख्यातिप्राप्त नगरों में की जाती है। कानपुर के पश्चिमोत्तर में गंगा नदी के किनारे स्थित कन्नौज शहर वर्तमान में प्रदेश का एक प्रमुख जिला मुख्यालय एवं नगरपालिका भी है।
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