कौन सा ग्रह किस भाव में क्या फल देता है? - kaun sa grah kis bhaav mein kya phal deta hai?

विषयसूची

  • 1 कौन सा ग्रह किस भाव में शुभ फल देता है?
  • 2 कौन सा ग्रह चल रहा है?
  • 3 सप्तम भाव का स्वामी कौन है?
  • 4 सबसे अधिक चमकीला ग्रह कौन सा है?
  • 5 कौन सा ग्रह कब फल देता है?
  • 6 राहु का दिन कौन सा है?

कौन सा ग्रह किस भाव में शुभ फल देता है?

इसे सुनेंरोकेंशुभ और अशुभ ग्रह :- चंद्रमा ,बुध शुक्र और गुरु ,ये क्रम से अधिकाधिक शुभ माने गए है। अर्थात चंद्रमा से बुध , बुध से शुक्र और शुक्र से गुरु अधिक शुभ है। सूर्य , मंगल, शनि और राहू ये क्रम से अधिकाधिक पापी ग्रह है अर्थात सूर्य से मंगल, मंगल से शनि और शनि से राहू अधिक पापी है।

कौन सा ग्रह किस घर में उच्च का होता है?

इसे सुनेंरोकेंक्षइसके अनुसार सूर्य प्रथम घर में , चंद्रमा द्वितीय घर में , मंगल तृतीय घर में , राहु चतुर्थ घर में , बृहस्पति पंचम घर में , शुक्र छठे घर में , गुरु सातवें घर में , यम आठवें घर में , शनि 9 वें घर में , इंद्र 10 वें घर में , दसवें वरुण 11वें में , और पृथ्वी बार वें घर में ,अपनी परम वाली अवस्था में होते हैं।

कैसे पता करें कौन सा ग्रह खराब है?

इसे सुनेंरोकेंअगर आपके गले में या गर्दन में निरंतर समस्याएं आती रहती हैं या दर्द होता रहता है तो यह भी एक बहुत बड़ा लक्षण है। अगर आपको अपने जीवन में इन सभी लक्षणों का सामना करना पड़ रहा है तो इसका तात्पर्य है कि आपके बुध खराब है इसलिए आपको हमेशा नए कपड़े धुलकर पहनने चाहिए और गाय को चारा डालना चाहिए।

कौन सा ग्रह चल रहा है?

इसे सुनेंरोकेंग्रहों की स्थिति-राहु वृषभ राशि में हैं। चंद्रमा कर्क राशि में हैं। मंगल और केतु वृश्चिक राशि में, सूर्य और बुध धनु राशि में, शनि और वक्री शुक्र मकर राशि में और गुरु कुंभ राशि में गोचर में चल रहे हैं।

कौन सा ग्रह किसका कारक होता है?

इसे सुनेंरोकें1. सूर्य ग्रह – वैदिक ज्योतिष में सूर्य को ऊर्जा, पराक्रम, आत्मा, अहं, यश, सम्मान, पिता और राजा का कारक माना गया है। ज्योतिष के नवग्रह में सूर्य सबसे प्रधान ग्रह है। इसलिए इसे ग्रहों का राजा भी कहा जाता है।

कुंभ राशि में कौन सा ग्रह उच्च का होता है?

इसे सुनेंरोकेंइस राशि का स्वामी शनि है।

सप्तम भाव का स्वामी कौन है?

इसे सुनेंरोकेंसप्‍तम भाव का स्‍वामी केतु के नक्षत्र में हो तो दाम्पत्य जीवन कष्‍टप्रद रहता है। सप्‍तम भाव का स्‍वामी केतु के नक्षत्र में हो तब भी सुखी दाम्‍पत्‍य जीवन नहीं होता है। सप्‍तमेश नीच या पापी ग्रहों के साथ होने पर भी दाम्‍पत्‍य जीवन में बाधा आ सकती है।

शुक्र ग्रह खराब हो तो क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकुंडली में शुक्र के कमजोर होने से व्यक्ति को आर्थिक परेशानियां और भौतिक चीजों की कमी सताने लगती है। जीवन में दरिद्रता का आगमन भी शुक्र ग्रह के पीड़ित होने का संकेत है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शुक्र ग्रह समस्त भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। शुक्र ग्रह के प्रभाव वाले जातक अपने जीवन में खूब यश और कीर्ति पाते हैं।

सूर्य ग्रह खराब होने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकें* सूर्य के अशुभ होने पर शरीर में अकड़न आ जाती है। * मुंह में थूक बना रहता है। * दिल का रोग हो जाता है, जैसे धड़कन का कम-ज्यादा होना। * मुंह और दांतों में तकलीफ हो जाती है।

सबसे अधिक चमकीला ग्रह कौन सा है?

इसे सुनेंरोकें# यदि सूरज और चांद के बाद पृथ्वी से कोई खगोलीय वस्तु सबसे चमकीली प्रतीत होती है तो वह है शुक्र ग्रह। शुक्र उन सभी ग्रहों में जिन्हें हम बिना किसी उपकरण की सहायता से देख सकते हैं सबसे अधिक चमकीला है।

बुद्ध किसका कारक है?

इसे सुनेंरोकेंबुध ग्रह को बुद्धि, तर्क और मित्र का कारक माना जाता ह. बुध को वाणी से भी जोड़कर देखा जाता है. ज्योतिष के मुताबिक सूर्य और शुक्र, बुध के मित्र हैं जबकि चंद्रमा और मंगल इसके शत्रु ग्रह हैं.

राहु के लिए कौन सा पौधा लगाएं?

इसे सुनेंरोकेंग्रह के अनुसार भी पौधे रोपे जा सकते हैं। इसमें सूर्य ग्रह का अर्क, चंद्रमा को पलाश, मंगल का खैर, बुध का अपमार्ग, गुरु का पीपल, शुक्र का सफेद चंदन या गूलर, शनि का शमी, राहु का दुर्वा व केतु का कुश वृक्ष माना जाता है। इन पौधों को रोपने से ग्रह शांत होते हैं।

कौन सा ग्रह कब फल देता है?

इसे सुनेंरोकें3. वक्री होने पर ग्रह ज्यादा बलवान हो जाता है तथा वह जिस भाव का स्वामी होता है उस भाव को विशेष फल प्रदान करता है। 4. कुंडली के त्रिक स्थान, छठे, आठवें, 12वें में यदि शुभ ग्रह बैठे हों तो त्रिक स्थान को शुभ फल देते हैं।

सूर्य शुभ कब होता है?

इसे सुनेंरोकेंकुंडली के प्रथम भाव लग्न में सूर्य होने पर कुंडली के प्रथम भाव में सूर्य शुभ फल देने वाला होता है। पहला घर सूर्य का ही होता है, इसलिए सूर्य का इस भाव में होना बहुत शुभकारी मना जाता है।

पुरुष ग्रह कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकेंग्रहों और राशियों को भी स्त्री और पुरुष वर्गों में बांटा गया है। मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु और कुंभ को पुरुष राशि और वृष, कर्क, कन्या,वृश्चिक, मकर और मीन राशियों को स्त्री राशि कहा गया है। इसी प्रकार चंद्रमा और शुक्र जहां स्त्री स्वभाव ग्रह हैं वहीं सूर्य, मंगल और गुरु पुरुष ग्रह हैं।

राहु का दिन कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंरविवार को नैऋत्य कोण में, सोमवार को उत्तर दिशा में, मंगलवार को आग्नेय कोण में, बुधवार को पश्चिम दिशा में, गुरुवार को ईशान कोण में, शुक्रवार को दक्षिण दिशा में, शनिवार को वायव्य कोण में राहु का निवास माना गया है।

हत्था जोड़ी का पौधा कहाँ मिलता है?

इसे सुनेंरोकेंहत्था जोड़ी की जड़ बहुत मुश्किल से मिलती है। अगर आप इसकी जड़ को अपने घर की तिजोरी में रखते हैं तो घर में हर तरह से खुशहाली आने लगती है। लेकिन इस बात का हमेशा धयान रखें कि जब भी इसे अपने घर में रखें तो पुरे विधि-विधान के साथ ही रखें, नहीं तो इसका उल्टा प्रभाव भी होने लगता है।

ग्रहों की दृष्टि कैसे देखी जाती है?

इसे सुनेंरोकेंज्योतिष शास्त्र में सभी ग्रहों को एक-एक पूर्ण दृष्टि मिली हुई है। अर्थात् सभी ग्रह जिस घर या राशि में बैठे होते हैं वहां से सातवें घर को पूर्ण दृष्टि से देखते हैं। कुछ ग्रहों को अतिरिक्त दृष्टि भी मिली हुई है। सूर्य, चंद्र, बुध और शुक्र के पास सातवीं दृष्टि है।

कौन सा ग्रह किस भाव में शुभ फल देता है?

जबकि शनि तृतीय और दसवें भाव पर भी दृष्टि रखता है। इसके अलावा मंगल चौथे और आठवें भाव को देखता है। वहीं राहु और केतु क्रमशः पंचम एवं नवम भाव में पूर्ण दृष्टि रखते हैं। कुंडली में चंद्रमा, बुध और शुक्र जिस स्थान पर बैठते हैं, उसके शुभ फल देते हैं।

कुंडली में कौन सा ग्रह किस भाव का स्वामी होता है?

इस भाव में जो भी राशि हो, उसके स्वामी ग्रह को धनेश या धन का मालिक कहा जाता है। उदाहरण के लिए यदि वहां 1 लिखा हो तो मंगल, 2 लिखा हो तो शुक्र, 3 हो तो बुध, 4 हो तो चंद्रमा, 5 सूर्य, 6 बुध, 7 शुक्र, 8 मंगल, 9 बृहस्पति, 10 शनि, 11 शनि और यदि वहां 12 लिखा हो तो बृहस्पति धन भाव के स्वामी यानि धनेश कहलायेंगे।

गाली देने से कौन सा ग्रह खराब होता है?

ज्योतिष में बुध ग्रह से व्यक्ति को तीव्र बुद्धि, अच्छी वाणी और अच्छी त्वचा का वरदान मिलता है. बुध के कमजोर होने से बुद्धि कमजोर हो जाती है. वाणी दोष होता है और आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ता है. बुध से लाभ लेने के लिए पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें.

कुंडली में 9 घर किसका होता है?

गुरू नवम स्थान का स्वामी ग्रह माना जाता है। गुरू का इस स्थान में होना उत्तम माना जाता है। ऐसे व्यक्ति का भाग्योदय 24वें वर्ष में होता है इन्हें भाग्य का साथ हमेशा मिलता रहता है।

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