क्या सेंधा नमक में सोडियम होता है? - kya sendha namak mein sodiyam hota hai?

नमक के बिना भोजन का स्वाद बेमानी है. इसके बिना कल्पना भी नहीं की जा सकती. लेकिन नमक हमारे शरीर के लिए जितना जरूरी है, उतना ही इसकी अत्यधिक मात्रा नुकसानदेह भी है. ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि कौन सा नमक हमारे लिए बेहतर है. आमतौर पर नमक तीन तरह के होते हैं-सामान्य नमक, सेंधा नमक और काला नमक. सामान्य नमक समंदर या खारे झील के पानी से तैयार किया जाता है. इसे मशीन में शुद्ध किया जाता. सेंधा नमक जमीन के नीचे एक चट्टान की तरह है. यह पूरी तरह से कुदरती है. काला नमक भी सेंधा नमक जैसा ही होता है. तीनों नमक सोडियम क्लोराइड का बेहतरीन स्रोत है.

कौन सा नमक बेहतर 
सामान्य नमक में 97 प्रतिशत सोडियम क्लोराइड होता है जबकि रिफाइनिंग के वक्त तीन फीसदी अन्य चीजें मिलाई जाती है. इनमें आयोडीन प्रमुख है. आयोडीन इसलिए मिलाया जाता क्योंकि इससे ग्वायटर बीमारी नहीं होती. दूसरी ओर सेंधा नमक है जो धरती के नीचे मिलता है और यह दरदरा है. इसमें लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि बाकी 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं. ये खनिज शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं.

सेंधा नमक में ऊपर से आयोडीन मिलाने की जरूरत नहीं होती, जबकि सामान्य नमक में मिलाना पड़ता है. सेंधा नमक कुदरती चीज है और इसमें ज्यादा छेड़-छाड़ नहीं किया जाता. इसलिए स्वास्थ्य के लिए यह बेहतर है. आयुर्वेद में इसका काफी महत्व है. सेंधा नमक में घुलित कई खनिज पदार्थ पानी में भी मिले होते हैं. लेकिन आज पानी को रिफाइन कर पीने का चलन बढ़ा है जिसके कारण पानी में मिले खनिज हमें प्राप्त नहीं होता है. इसलिए आजकल सेंधा नमक का चलन बढ़ा है. हालांकि सेंधा नमक अपेक्षाकृत महंगा होता है और दरदरा होता है जिससे यह भोजन में पूरी तरह से मिक्स नहीं हो पाता. लेकिन दरदरा होने का मतलब ही यह है कि इसे रिफाइंड नहीं किया गया है. जो चीज जितनी कम रिफाइंड होती है, वह उतनी ज्यादा नैचुरल होती है. रिफाइंड करने से महत्वपूर्ण खनिज हट जाते हैं. यानी सेंधा नमक हमारे लिए ज्यादा बेहतर है.  

कई बीमारियों में ज्यादा बेहतर
कई तरह के खनिज होने के कारण सेंधा नमक कई बीमारियों को रोकने में कारगर है. यह शरीर के अंदर ही नहीं चेहरे और बाल को भी खूबसूरत बनाता है. साधारण नमक के ज्यादा इस्तेमाल से हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत बढ़ जाती है जबकि सेंधा नमक हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है. इसी तरह यह इम्यूनिटी और स्टेमिना दोनों को बढ़ाता है. इसके अलावा यह साइनस के इलाज में मददगार है. सेंधा नमक का सही इस्तेमाल होने से वेट नहीं बढ़ता और वजन कम करने में भी काम करता है. जिन्हें नींद नहीं आती, उन्हें सेंधा नमक खाने की सलाह दी जाती है. सेंधा नमक से बॉडी स्क्रब भी किया जा सकता है. इससे स्किन ग्लो होती है. यह बालों में भी लगाया जाता है. मसूढों की सफाई में सेंधा नमक बहुत कारगर साबित होता है. माइग्रेन की एक वजह मैग्नीशियम की कमी होती है जो सेंधा नमक पूरी कर देता है. यह कब्ज की समस्या में भी फायदेमंद है. यह हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.  

ये भी पढ़ें-

Explained: कैसा होता है राष्ट्रपति का सैलून, जानिए इस 'महाराजा स्टाइल' स्पेशल ट्रेन की सभी खूबियां

Health insurance कराते वक्त इन बातों को छुपाना पड़ सकता है भारी, रिजेक्ट हो सकता है क्लेम

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

  • Hindi News
  • National
  • Benefits Of Rock Salt By Dr Shikha Sharma

रिफांइड ना होने के कारण सेहत के लिए अच्छा है सेंधा नमक

हेल्थ डेस्क. नमक सोडियम क्लोराइड का बेहतरीन स्रोत होता है जो इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस्ड रखता है। इलेक्ट्रोलाइट की बैलेंसिंग सेल्स की नॉर्मल फंक्शनिंग के लिए जरूरी है। इन दिनों रॉक साल्ट (सेंधा नमक) का प्रचलन बढ़ रहा है जो पहले केवल व्रत तक सीमित था। हालांकि अब भी ज्यादातर घरों में सामान्य नमक (टेबल साल्ट) ही यूज किया जाता है। हमारे लिए कौन-सा नमक अच्छा है? सामान्य नमक जो खारे पानी से बनता है या वह जो जमीन के नीचे स्थित खारी चट्टानों से निकाला जाता है और जिसे सेंधा या सेंधव नमक कहा जाता है? बता रही हैं डाइट एंड वेलनेस एक्सपर्ट डॉ. शिखा शर्मा...

1) क्यों अच्छा है सेंधा नमक?

ज्यादा मिनरल्स
सेंधा नमक में लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि शेष 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं। इनमें से अधिकांश की थोड़ी-थोड़ी मात्रा शरीर के लिए फायदेमंद होती है। सामान्य नमक में 97 फीसदी हिस्सा सोडियम क्लोराइड का होता है। बाकी तीन फीसदी हिस्सा एडिटिव्स व आयोडीन का होता है। सेंधा नमक में ऊपर से आयोडीन मिलाने की जरूरत नहीं होती, जबकि सामान्य नमक में मिलाना पड़ता है। इस तरह सेंधा नमक सोडियम क्लोराइड के साथ-साथ अन्य खनिज भी शरीर को प्रदान करता है। आज तो सेंधा नमक की जरूरत इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि घर में लगे आरओ वाटर सिस्टम की वजह से हम उन कई महत्वपूर्ण खनिजों को पहले ही अपनी जिंदगी से बाहर कर चुके हैं जो हमें पहले पानी से मिल जाते थे।

कम रिफाइंड यानी ज्यादा नैचुरल
सामान्य नमक को इसलिए ज्यादा पसंद किया जाता है क्योंकि यह सस्ता होता है और आसानी से भोजन में घुल-मिल जाता है। जबकि सेंधा नमक अपेक्षाकृत महंगा होता है। साथ ही दरदरा भी होता है जिससे यह भोजन में पूरी तरह से मिक्स नहीं हो पाता। लेकिन दरदरा होने का मतलब ही यह है कि इसे रिफाइंड नहीं किया गया है। जो चीज जितनी कम रिफाइंड होती है, वह उतनी ज्यादा नैचुरल होती है। रिफाइंड करने से महत्वपूर्ण खनिज हट जाते हैं। यानी सेंधा नमक हमारे लिए ज्यादा बेहतर है। 

कई बीमारियों में ज्यादा बेहतर

किडनी बेहतर ढंग से काम कर सके, इसके लिए सोडियम और पोटेशियम में संतुलन जरूरी है। सेंधा नमक में दोनों तत्वों का बेहतरीन बैलेंस होता है। यह उन लोगों के लिए भी अच्छा है जिन्हें माइग्रेन की समस्या है। माइग्रेन की एक वजह मैग्नीशियम की कमी होती है जो सेंधा नमक पूरी कर देता है। यह कब्ज की समस्या में भी फायदेमंद है। यह हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। 

हाई बीपी में नुकसानदायक 
हाई बीपी के मरीजों के लिए सोडियम नुकसानदायक है। दोनों ही नमक में सोडियम की मात्रा काफी होती है। इसलिए हाई बीपी के मरीजों के लिए दोनों ही नमक की ज्यादा मात्रा अच्छी नहीं है। इसलिए बेहतर यह होगा कि चाहे सामान्य नमक हो या सेंधा नमक, हाई बीपी के रोगी कम ही इस्तेमाल करें।

सेंधा नमक और सोडियम नमक में क्या फर्क है?

सेंधा नमक हलका गुलाबी रंग का होता है जो इसमें उपस्थित ऑक्साइड की उपस्थित की वजह से होता है वहीँ साधारण नमक गुलाबी, हल्का काला, हरापन लिए सफेद होता है। इसका यह रंग उसके निकाले जाने वाले स्थान की प्राकृत पर निर्भर करता है। सेंधा नमक के क्रिस्टल एकदम शुष्क होते हैं परन्तु साधारण नमक के क्रिस्टल नम होते हैं।

क्या सेंधा नमक में सोडियम पाया जाता है?

सेंधा नमक में लगभग 85 फीसदी सोडियम क्लोराइड होता है, जबकि शेष 15 फीसदी में अन्य खनिज जैसे आयरन, कॉपर, जिंक, आयोडीन, मैंगनीज, मैग्नेशियम, सेलेनियम सहित कम से कम 84 प्रकार के तत्व होते हैं।

सबसे कम सोडियम वाला नमक कौन सा है?

टाटा साल्ट लाइट में आपके व्यंजनों के स्वाद से समझौता किए बिना स्वस्थ जीवनशैली के लिए नियमित नमक की तुलना में 15% कम सोडियम है। टाटा साल्ट लाइट लो सोडियम में आयोडीन भी होता है जो बच्चों के उचित मानसिक विकास में मदद करता है और वयस्कों में आयोडीन की कमी के विकारों को रोकता है।

सेंधा नमक खाने से क्या हानि होता है?

सेंधा नमक सोडियम क्लोराइड का एक अधिक शुद्ध रूप है। इसमें पोटैशियम भी अच्छी मात्रा में होता है। ये खनिज शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन से निपटने में मदद करते हैं जिससे आपको मांसपेशियों में ऐंठन से कुछ राहत मिलती है। प्रभावित जगह पर दर्द से राहत पाने के लिए आप गर्म पानी के साथ सेंधा नमक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

संबंधित पोस्ट

Toplist

नवीनतम लेख

टैग