ज्यादा सोचने से दिमाग पर क्या असर होता है? - jyaada sochane se dimaag par kya asar hota hai?

Mental Health Tips: आजकल की इस दौड़ती भागती जिंदगी में हर कोई स्ट्रेस में जी रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण है जरूरत से ज्यादा सोचना. हालांकि यह इंसान पर निर्भर करता है कि वह किस बात को ज्यादा महत्व देते हैं. कुछ लोगों में छोटी-छोटी बातों को लेकर बहुत ज्यादा सोचने की आदत होती है. लेकिन, हम आपको बता दें कि जरूरत से ज्यादा सोचना हमारी सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकती है. इस कारण आपके बाकी के काम बिगड़ सकते हैं और जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है. लंबे समय तक इस तरह की आदत डिप्रेशन का कारण बन सकती है. तो चलिए ज्यादा सोचने के नुकसान के बारे में जानते हैं-

डिप्रेशन के हो सकते हैं शिकार
हर समय नकारात्मक विचार रखने से आप कुछ समय बाद डिप्रेशन जैसी गंभीर मानसिक बीमारी का शिकार हो सकते हैं. बहुत ज्यादा किसी बारे में सोचने से मन की पॉजिटिव एनर्जी खत्म हो जाती है. उसकी जगह नेगेटिव एनर्जी ले लेती है. यह धीरे-धीरे मानसिक रूप से व्यक्ति को बीमार कर देता है. इस कारण वह डिप्रेशन का शिकार (Depression Problem)  हो जाता है. ऐसे में कोशिश करें कि आप अपने मन की बातों को किसी न किसी से शेयर जरूर करें.  

अकेलेपन का हो जाते हैं शिकार
कई बार अपनी ज्यादा सोचने की आदत के कारण व्यक्ति लोगों से दूर भागने लगता है. इस कारण कई बार वह सोशल एंग्जायटी (Anxiety Problem)  का भी शिकार हो जाते हैं. आप जाने अनजाने लोगों से दूर भागने लगते है और इससे आपका कॉन्फिडेंस खत्म हो जाता है.

समय की होती है बर्बादी
बहुत ज्यादा किसी चीज के बारे में सोचने पर हम अपना कीमती समय बर्बाद करने लगते हैं. आपके काम करने की क्षमता पर भी इसका बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है. इस कारण आप जीवन के बहुत से अच्छे मौके को भी खो देते हैं. यह आपके सोचने-समझने की ताकत पर भी बहुत बुरी तरह प्रभाव डालता है.

काम पर होता है बुरा असर
ज्यादा सोचने की आदत के कारण आपके काम पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है. यह आपके भूख लगने और नींद के चक्र पर भी बुरा प्रभाव डालता है. यह आपके रिश्ते को भी खराब कर सकता है. कोशिश करें कि आज ही यह ज्यादा सोचने की आदत को छोड़े.

अगर आपको भी ज्यादा सोचने की आदत है तो इन टिप्स को अपनाएं
-बीती बातों को याद करके दुखी न हों
-अपने आप को रखें व्यस्त
-आज को करें सेलिब्रेट
-नेगेटिव लोगों से दूरी बनाएं

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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ज्यादा सोचने से कौन सी बीमारी होती है?

एक ही बात को बार-बार सोचने की आदत है तो यह ओवरथिंकिंग की बीमारी है जिसका असर मानसिक और शारीरिक हेल्थ पर बहुत अधिक होता है. इस स्थिति से कैसे निकलें जानिए आज के इस लेख में. Negative Effects Of Overthinking-कई बार दिमाग में बार-बार एक ही बात आती रहती है और उसे ही सोच कर हम खुद को परेशान करते रहते है.

बहुत ज्यादा सोचने से क्या होता है?

बहुत ज्यादा किसी बारे में सोचने से मन की पॉजिटिव एनर्जी खत्म हो जाती है. हर समय नकारात्मक विचार रखने से आप कुछ समय बाद डिप्रेशन जैसी गंभीर मानसिक बीमारी का शिकार हो सकते हैं. बहुत ज्यादा किसी बारे में सोचने से मन की पॉजिटिव एनर्जी खत्म हो जाती है. उसकी जगह नेगेटिव एनर्जी ले लेती है.

ज्यादा सोचना बंद कैसे करें?

प्रतिदिन सुबह-सुबह अगर आप केवल 15-20 मिनट ध्यान करें तो भी अपने बेकार के विचारों पर ध्यान देना छोड़ देने और वर्तमान में रहने की आपकी क्षमता पर आश्चर्यजनक प्रभाव पड़ेगा |.
रात के समय अपने मन को शांत करने के लिए भी आप ध्यान कर सकते हैं |.

दिमाग सोचने से क्या होता है?

इससे हम अंदर से उदास महसूस करने लगते हैं. क्योंकि इन सभी में नेगेटिव भावनाएं शामिल होती हैं, जो लंबे वक्त तक बने रहने से हमारी लाइफ में निराशा और निरसता होने लगती है. अपने संबंधियों, दोस्तों या अन्य किसी व्यक्ति के व्यवहार जैसी सामाजिक स्थितियों के बारे ज्यादा सोचने से कठोर निष्कर्ष निकल सकते हैं.