जीरे का पानी बनाने की विधि - jeere ka paanee banaane kee vidhi

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जीरे का पानी कैसे बनाएं, जीरे के पानी के उपयोग एंव लाभ Benefits of Jeera (cumin) water usages जीरा पानी से दूर करें मोटापा

जीरा Cumin : जीरा, जिसका हम सब्जी में तड़का देते हैं उसके कई औषधीय गुण भी हैं। जीरा का औषधीय उपयोग भी है। जीरा पाचन तंत्र को सुधरता है। जीरे में पाए जाने वाले कई गुण पाचन तंत्र को सुधारते हैं। जीरे में थायमाल जैसे ऑयल होते हैं जो सेलिवरी ग्लेंड्स को उत्तेजित कर पाचन तंत्र में सहयोग करते हैं। जीरे में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और पोषक तत्व पाचन की क्रिया को मजबूत बनाते हैं। आप जीरे की चाय का सेवन कर सकते हैं और आप जीरे को महीन पीस कर उसमे आंवले और अजवाईन को पीस कर उस में काला

नमक मिला कर सेवन करने से
अजीर्ण और गैस की समस्या दूर होती है।

जीरे के लाभ Jeera Ke Fayde Hindi Benefits of Cumin Hindi

वैसे तो जीरा हमारी रसोई में आम तौर में पाया जाता है और सब्जियों, रायते आदि में इसका छौंक लगता है। लेकिन यदि जीरे को अन्य विधि से उपयोग में लिया जाय तो जीरे की औषधीय गुणों में इजाफा हो जाता है। वैसे तो आप स्वंय ही यह विचार कीजिये की यदि जीरा में कोई गुण होते ही नहीं तो सदियों से यह हमारी रसोई में स्थान बना कर नहीं रख पाता। 

जीरा के औषधीय गुण :  जीरा को संस्कृत में जीरक कहा जाता है, जिसका अर्थ है, अन्न के जीर्ण होने में (पचने में) सहायता करने वाला। जीरा शीतल, रुचिकर, विषनाशक, नेत्रों के लिए हितकारी और पेट के गैस को दूर करनेवाला है. आफ़रा, अरुचि, रक्तविकार, अतिसार, पित्त आदि में जीरा अति प्रभावकारी है। आयुर्वेद में जीरे की औषधीय गुणों को पहचान कर पाचन तंत्र से सबंधित विकारों के इलाज के लिए औषधीय उपयोग किया जाता। जीरे की संरचना पर यदि गौर किया जाय तो

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जीरा एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट्स होता है, माशपेशियों की सूजन दूर करता है ( एंटी इंफ्लेमेंटरी), इसके अलावा जीरे में आयरन, कॉपर, कैल्शियम, पोटैशियम, मैगनीज, जिंक व मैगनीशियम जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को पोषण देते हैं। इनके अलावा विटामिन ई, ए, सी और बी-कॉम्प्लैक्स जैसे विटामिन भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

जीरे का सेवन कैसे करें : जीरे का अधिक से अधिक मात्रा में सेवन करने के लिए आप इसे सब्जियों के चौंक में डाले, जीरे को भून कर पीस लें और सब्जी, सलाद और दही, लस्सी आदि में इसका उपयोक करें।

जीरा की तासीर : जीरे की तासीर गर्म होती है लेकिन संयमित मात्रा में सेवन करने से यह शरीर में गर्मी उत्पन्न नहीं करता है। 

जीरा कौनसा बेहतर होता है काला या सफ़ेद : औषधीय रूप से देखा जाय तो काला जीरा अधिक उपयोगी होता है।

मोटापा दूर करने के लिए जीरे के पानी का उपयोग कैसे करें : जीरे पर हुए नवीनतम शोध के अनुसार जीरे के पानी के सेवन से मोटापा और अतिरिक्त चर्बी दूर करने में भी लाभ प्राप्त होता है।  जीरे में

मौजूद पोषक तत्व और एंटीऑक्‍सीडेंट चयापचय को बढ़ाता है, जिससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है।

जीरे का पानी कैसे बनाये : जीरे का पानी बनाने के लिए आप एक चम्मच जीरा लीजिये और इसे एक कटोरी पानी में भिगो दीजिये। रात भर जीरा पानी में भिगो कर रखें और इसे ढककर रखें ताकि कोई अशुद्धि इसमें ना आ पाए। सुबह इस कटोरी में आप देखेंगे की पानी का रंग कोफ़ी कलर का हो गया है। आप इस कटोरी को सीधे आंच पर रखकर इसे उबाल लें। उबाल आने पर इसे ठंडा होने तक रख दें। ठंडा होने पर इसे छान कर इसे एक कप में भर लें और खाली पेट इसका सेवन करें। खाली पेट पंद्रह दिनों तक जीरे के पानी का सेवन करने से शरीर में जमी अतिरिक्त


चर्बी दूर होती है। मोटापा दूर होने के अलावा जीरे के पानी के अन्य लाभ भी आपको मिलेंगे। जैसे अजीर्ण, गैस, खट्टी डकार आदि में लाभ प्राप्त होगा।

जीरे का पानी बनाने की विधि - jeere ka paanee banaane kee vidhi


जीरे के लाभ Jeera Ke Fayde Hindi Benefits of Cumin Hindi

जीरे के अन्य लाभ : ऐसा नहीं है की जीरे के सेवन से केवल मोटापा ही दूर होता है। जीरा हमारे शरीर के लिए कई रूपों में लाभदायी होता है। आईये जानते हैं की जीरे के सेवन से हमें कैसे लाभ मिल सकते हैं।

  • जीरा चूर्ण और सेंधा नमक मिलाकर दिन में एक से दो बार सेवन करने से मुंह में आने वाली बदबू से छुटकारा मिलता है। 
  • क्युमिनेलडीहाइड तत्व के होने के कारण जीरे के सेवन से पाचन बेहतर होता है। 
  • काले जीरे के क्वाथ से कफ शांत होता है। 
  • दिन में दो से तीन बार छाछ में जीरे के चूर्ण के साथ सैंधा नमक मिलाकर सेवन करने से अजीर्ण और खट्टी डकारों में लाभ मिलता है। 
  • जीरे का पानी बनाकर पिने से मुंह की जलन और कड़वेपन में लाभ मिलता है। 
  • जीरा विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स का स्त्रोत होने के कारण यह प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है। 
  • गैस के कारण पेट दर्द होने पर एक गिलास पानी में एक चुटकी भुना जीरा पाउडर, थोड़ी अदरक, सेंधा नमक और आधी छोटी चम्मच सौंफ डालकर उबाल कर छान कर पिने से लाभ मिलता है। 
  • जीरे को भून कर इसके चूर्ण में काला नमक मिलाकर छाछ या पानी के साथ लेने पर खट्टी डकारों में लाभ मिलता है और गैस भी नहीं बनती हैं। 
  • जीरे के पानी के सेवन से अनीमिया रोग में भी लाभ मिलता है। 
  • जीरे के चूर्ण को उबाल कर इसके पानी में निम्बू का रस मिलाकर बालों में लगाने से बालों के कृमि से छुटकारा मिलता है। 
  • जीरे में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम होता है जो हड्डियों के लिए लाभदायक होता है। 
  • जीरे के पानी से एसिडिटी की समस्या में भी लाभ मिलता है। (अधिक पढ़े : गैसहर चूर्ण )
  • जिनको भूख नहीं लगती है उन्हें जीरा चूर्ण में काला नमक और निम्बू का रस मिलाकर चाटने से भूख में वृद्धि होती है। 
  • जीरा, धनिया और गाय के देसी घी को मिलाकर पेस्ट बना लें। इसके सेवन से वात और कफ शांत होता है।
  • जीरा तथा मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस कर इसका चूर्ण बना लें। यह चूर्ण एक एक चम्मच दिन में तीन बार ठन्डे पानी के मिलाकर सेवन करे जिससे पाइल्स रोग की सूजन और दर्द कम होता है।
  • जीरे के सेवन से त्वचा विकारों में लाभ मिलता है।
  • जीरे के चूर्ण को एक दो बून्द एरंड के चूर्ण के साथ लेने से पेट के कृमि मर जाते हैं और पेट दर्द में भी लाभ मिलता है। 
  • यदि आपके नाक से नकसीर आती है तो जीरा के पत्ते के रस को 1-2 बूंद नाक में डालने से लाभ मिलता है।
    यदि आप चहरे पर दाग धब्बे से परेशान हैं तो पानी में जीरा डाल कर उबाल लें और ठंडा होने पर इस पानी से चेहरा धोने से दाग , धब्बे , झाइयां , पिम्पल्स आदि दूर होते हैं तथा ग्लो आती है।
  • दस्त की समस्या में जीरे को सेककर इसका चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में काला नमक मिलाकर छाछ या दही के साथ लेने पर पेट की दाह शांत होती है और दस्त दूर होते हैं। 
  • नींद ना आने पर सोते समय आधा चम्मच भुना पिसा जीरा गुनगुने मीठे दूध के साथ लेने से नींद अच्छी आती है।

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जीरे का पानी कैसे बनाए?

सबसे पहले रात को एक चम्मच जीरा एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें।.
सुबह इस पानी को जीरे के साथ ही अच्छी तरह उबाल लें, जिससे जीरे के सभी गुण पानी मे अच्छी तरह मिल जाए.
उबलने के बाद इसे अच्छी तरह छान लें और इसमे से जीरा निकाल दें.
अब इस पानी को आराम से एक जगह बैठकर पिएं, जैसे आप चाय पी रहे हो।.

जीरे का पानी कब और कैसे पीना चाहिए?

आयुर्वेद में जीरा का पानी पीने के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ का जिक्र मिलता है, विशेषरूप से सुबह खाली पेट इसका नियमित सेवन कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं में आपके लिए लाभकारी हो सकता है। जीरा में पोटैशियम और आयरन जैसे पोषक तत्वों की भी उपलब्धता होती है, जो आपके शरीर को निरंतर कार्य करते रहने में काफी मदद कर सकती है।

जीरे का पानी पीने से क्या लाभ होता है?

जीरा के पानी के फायदे – Benefits of Cumin Water in Hindi.
पाचन के लिए जीरे का पानी पीने के फायदे पचान के लिए हो सकते हैं। ... .
रक्तचाप के लिए ... .
इम्युनिटी (प्रतिरक्षा प्रणाली) के लिए ... .
वजन कम करने के लिए ... .
एनीमिया से छुटकारा ... .
नींद में सुधार ... .
कब्ज से राहत ... .
त्वचा के लिए.

जीरे का पानी कितने दिन पीना चाहिए?

न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं कि जीरे का पानी गर्म प्रकृति का होता है और इसलिए इसके पीने का भी एक समय होता है। जैसे अगर आप इसे भीषण गर्मी वाले अप्रैल मई और जून के महीनों में पीते हैं तो इससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, बाकी दिन आप इसका सेवन कर सकते हैं।