Short Note Show पश्चिमी तटीय मैदान पर कोई डेल्टा क्यों नहीं है? Advertisement Remove all ads Solutionभारत के पश्चिमी भागों में बहने वाली नदियों की ढाल काफी तीव्र है, इसलिए ये नदियाँ अपने मुहाने पर अनेक भागों में न बहकर एक भाग में बहती हैं। अर्थात ये नदियाँ डेल्टा न बनाकर ज्वारनदमुख बनाती हैं। इसलिए पश्चिमी तटीय मैदान पर कोई भी डेल्टा नहीं है। Concept: भूआकृति - तटीय मैदान Is there an error in this question or solution? Advertisement Remove all ads Chapter 2: संरचना तथा भूआकृति विज्ञान - अभ्यास [Page 20] Q 2. (iii)Q 2. (ii)Q 3. (i) APPEARS INNCERT Geography Class 11 [भूगोल - भारत: भौतिक पर्यावरण ११ वीं कक्षा] Chapter 2 संरचना तथा भूआकृति विज्ञान Advertisement Remove all ads पश्चिमी तटीय मैदान पर कोई डेल्टा क्यों नहीं है बताइए?इस मैदान में नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकृतियाँ, जैसे- बालू- रोधिका, विसर्प, गोखुर झीलें और गुंफित नदियाँ पाई जाती हैं। ब्रह्मपुत्र घाटी का मैदान नदीय द्वीप और बालू- रोधिकाओं की उपस्थिति के लिए जाना जाता है।
पूर्वी तथा पश्चिमी तटीय मैदान में क्या अंतर है?भारत के प्रायद्वीपीय पठार के पूर्व एवं पश्चिम में स्थित दो संकरे मैदान हैं जिन्हें क्रमश: पूर्वी तटीय मैदान एवं पश्चिमी तटीय मैदान कहा जाता है। इनका निर्माण सागरीय तरंगों द्वारा अपरदन एवं निक्षेपण तथा प्रायद्वीपीय पठार की नदियों द्वारा लाये गए अवसादों के जमाव के कारण हुई है।
यदि एक व्यक्ति को लक्ष्मी जाना हो तो वह कौन से तटीय मैदान से होकर जाएगा और क्यों?यदि एक व्यक्ति को लक्षद्वीप जाना हो तो वह कौन-से तटीय मैदान से होकर जाएगा और क्यों? Q2. भारत में ठंडा मरुस्थल कहाँ स्थित है? इस क्षेत्र की मुख्य श्रेणियों के नाम बताएँ।
नदी घाटी मैदान में पाए जाने वाली महत्त्वपूर्ण स्थलाकृतियाँ कौन सी हैं इनका विवरण दें?नदी घाटी मैदानों में बाढ़कृत मैदान पेनीप्लेन, ऊँचे टीले, गर्त, विसर्प, गोखुर झील, बालू रोधिका आदि प्रमुख स्थलाकृतियाँ पाई जाती हैं जो नदी की प्रौढ़ावस्था में बनने वाली अपरदनी और निक्षेपण स्थलाकृतियाँ हैं।
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