हनुमान जी का गुप्त मंत्र कौन सा है? - hanumaan jee ka gupt mantr kaun sa hai?

वैदिक, पौराणिक एवं तांत्रिक मंत्रों के समान ‘शाबर-मंत्र’ भी अनादि और अचूक हैं। सभी मंत्रों के प्रवर्तक मूल रूप से भगवान शंकर ही हैं, परंतु शाबर मंत्रों के प्रवर्तक भगवान शंकर प्रत्यक्षतया नहीं हैं। इन मंत्रों के प्रवर्तक शिव भक्त गुरु गोरखनाथ तथा गुरु मत्स्येंद्र नाथ को माना जाता है। आओ जानते हैं हनुमानजी के ऐसे दो साबर मंत्र जिन्हें सिद्ध करने के बाद कोई भी आपका बाल भी बांका नहीं कर सकता।

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1. पहला साबर मंत्र : ।।ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा, शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।।

इस मन्त्र को सात बार पढ़ कर चाकू से अपने चारों तरफ रक्षा रेखा खींच ले गोलाकार, स्वयं हनुमानजी साधक की रक्षा करते हैं। शर्त यह है कि मंत्र को सिद्ध करने के बाद विधि विधान से पढ़ा गया हो।

2. दूसरा मंत्र :

बिस्तर के आस-पास।

हवेली के आस-पास।

छप्पन सौ यादव।

लंका-सी कोट,

समुद्र-सी खाई।

राजा रामचंद्र की दुहाई।

॥ ॐ नमो आदेश गुरु को, सोने का कड़ा,

तांबे का कड़ा हनुमान वन्गारेय सजे मोंढे आन खड़ा ॥

4.

ॐ नमो बजर का कोठा,

जिस पर पिंड हमारा पेठा।

ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,

हमारे आठो आमो का जती हनुमंत रखवाला।

5. श्री हनुमान मंत्र (जंजीरा)

ॐ हनुमान पहलवान पहलवान, बरस बारह का जबान,

हाथ में लड्‍डू मुख में पान, खेल खेल गढ़ लंका के चौगान,

अंजनी का पूत, राम का दूत, छिन में कीलौ

नौ खंड का भू‍त, जाग जाग हड़मान (हनुमान)

हुंकाला, ताती लोहा लंकाला, शीश जटा

डग डेरू उमर गाजे, वज्र की कोठड़ी ब्रज का ताला

आगे अर्जुन पीछे भीम, चोर नार चंपे

ने सींण, अजरा झरे भरया भरे, ई घट

पिंड की रक्षा राजा रामचंद्र जी लक्ष्मण कुंवर हड़मान (हनुमान) करें।

चेतावनी : हनुमानजी के साबर मंत्र पढ़ने या जपने के कुछ नियम होते हैं पहले उन्हें जान लें। साबर मंत्रों को स्वयंसिद्ध माना गया है। इसके बोलते ही संबंधित देवी या देवता जाग्रत हो जाते हैं।

हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र Hanuman ji ke darshan karne ka mantra : हेलो दोस्तो नमस्कार आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से हनुमान जी के दर्शन कराने का मंत्र बताने वाले है हमारे हिंदू धर्म के शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि हनुमान जी भगवान शिव के रूद्र अवतार हैं हनुमान जी की पूजा मंगलवार एवं शनिवार के दिन की जाती है.

मंगलवार एवं शनिवार के दिन जो भी व्यक्ति हनुमान जी की पूजा करता है उससे हनुमान भगवान जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं और उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं ऐसा कहा जाता है कि कलयुग में हनुमान जी ही एक ऐसे देवता है जो अभी भी धरती पर मौजूद है.

हनुमान जी का गुप्त मंत्र कौन सा है? - hanumaan jee ka gupt mantr kaun sa hai?

अगर कोई व्यक्ति सच्चे मन से और भक्ति भाव से हनुमान भगवान की पूजा करता है तो किसी ना किसी रूप में हनुमान भगवान उसे दर्शन देते हैं  ज्योतिष के अनुसार ऐसा बताया गया है कि मंगलवार के दिन जो भी व्यक्ति हनुमान भगवान की पूजा करता है.

उसके ऊपर हनुमान जी की कृपा हमेशा बरसती रहती है. इसीलिए आज हम आप लोगों को हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र बताने वाले हैं ताकि आप लोग इस कलयुग में हनुमान जी के दर्शन कर पढ़ें.

अगर आप लोग हनुमान जी के दर्शन करने के लिए बहुत ही उत्सुक है तो इस लेख को अब तक अवश्य पढ़ें तभी आप लोगों को हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र पता चल पाएगा और आप उसका अच्छे से पालन कर पाएंगे तो आइए जानते हैं हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र कौन सा है और उसके उपाय कौन-कौन से हैं. आज का

हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र | Hanuman ji ke darshan karne ka mantra

हनुमान जी का गुप्त मंत्र कौन सा है? - hanumaan jee ka gupt mantr kaun sa hai?

ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा.

हनुमान अष्टदशाक्षर मंत्र: नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा. ‘

हनुमान के दर्शन पाने का मंत्र | Hanuman ke darshan pane ka mantra

1. हनुमान बीज मंत्र

ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम:

मनोजवं मारुतुल्यवेगं जितेंद्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्. वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये.

अतुलित बलधामं, हेमशैलाभदेहमं. दनुजवनकृशानुं, ज्ञानिनामग्रगण्यम्.

सकलगुण निधानं, वानराणामधीशम्. रघुपतिप्रिय भक्तं वातजातम् नमामि.

ओम नमो हनुमते रुद्रावतराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रसुखाय वज्ररोम्णे वज्रनेत्राय –
वज्रदंताय वज्रकराय वज्रभक्ताय रामदूताय स्वाहा.

ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा.

हनुमान अष्टदशाक्षर मंत्र: नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा.’

2. हनुमान प्रत्यक्ष दर्शन शाबर मंत्र | Hanuman Darshan Shabar Mantra

ॐ हनुमान
बारह वर्ष के जवान
हाथ में लडडू, मुख में पान
आयो बाबा हनुमान
ना आयो तो दुहाई सिया-रामचंद्र की

मंत्र जाप करते समय रखें ध्यान

  1. अगर आप हनुमान जी के इन मंत्रों का जाप करते हैं तो आपको हनुमान जी को तिल के तेल में लिपटा हुआ सिंदूर हनुमान जी के चरणों में चढ़ाना है हनुमान जी को सिंदूर लिपटाना अच्छा और अधिक विशाल कारी माना जाता है.
  2. अगर आप हनुमान जी के इन मंत्रों का जाप करते हैं तो आपको हर शनिवार या फिर मंगलवार के दिन कमल , गेंदे के फूल सूरजमुखी के फूल अर्पित करने चाहिए.
  3. उसके बाद चंदन को घोलकर के केशर में मिलाकर हनुमान जी को लगा दे यह करने से हनुमान जी की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहेगी
  4. हनुमान जी की सिंदूर से लगी हुई मूर्ति को देखते हुए इन मंत्रों का जाप करना है.
  5. जिस समय आप भगवान हनुमान जी की पूजा कर रहे होते हैं उस समय आपको ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक है.

हनुमान जी का गुप्त मंत्र कौन सा है? - hanumaan jee ka gupt mantr kaun sa hai?

॥ ॐ नमो आदेश गुरु को, सोने का कड़ा
तांबे का कड़ा हनुमान वन्गारेय सजे मोंढे आन खड़ा ॥

हनुमान जी का शक्तिशाली मंत्र कौन सा है ?

1. द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र

ऊँ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।

2. मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए

महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते।

हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।।

3. हनुमान जी का मंत्र भूत भगाने का

ॐ महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते।

हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।।

अगर आप लोग हर प्रकार की बाधाओं से मुक्त होना चाहते हैं तो आपको शनिवार के दिन सुबह 4:00 से 6:00 के बीच में भगवान हनुमान जी के मंदिर में जाकर लाल आसन पर बैठने के बाद हमारे द्वारा बताए गए इन मंत्रों का 1100 बार जाप करना है के बाद 7 बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करना है।

हनुमान जी के मंत्र राशि अनुसार

1. वृश्चिक राशि

 ‘ॐ अं अंगारकाय नमः’

इस मंत्र का आपको निरंतर जाप करना है.

2. धनु राशि

‘ॐ हं हनुमते नमः’

इस मंत्र का निरंतर आपको जाप करना है अधिक लाभ लेने के लिए आपको बजरंगबाण का पाठ करना है.

3. मकर राशि

‘ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा’

मकर राशि वाले बाधाओं से मुक्त होने के लिए किस मंत्र का जाप कर सकते हैं.

गुप्त हनुमान मंत्र

हनुमान जी का गुप्त मंत्र कौन सा है? - hanumaan jee ka gupt mantr kaun sa hai?

तांबे का कड़ा हनुमान वन्गारेय सजे मोंढे आन खड़ा ॥

जिस पर पिंड हमारा पेठा।

हमारे आठो आमो का जती हनुमंत रखवाला।

ऐसा कहा जाता है कि हनुमान जी के गुप्त मंत्र का जाप करने से हनुमान जी जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं वह अपने भक्तों को सुख एवं समृद्धि प्रदान करते हैं.

हनुमान जी के दर्शन और कृपा पाने के उपाय

क्या आप जानते हैं की हनुमान जी एक छोटी सी पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं दिल्ली अगर आप हनुमान जी की कृपा को प्राप्त करना चाहते हैं या फिर उनके दर्शन पाना चाहते हैं तो आपको कुछ उपाय करने की आवश्यकता होती है जैसे कि आप अपने मन , वचन और कर्म से पवित्र रहे कभी भी झूठ मत बोलो किसी भी प्रकार का नशा ना करें मांस का सेवन ना करें और अपने घर के सभी सदस्यों से प्रेम पूर्वक संबंध रखें.

  1. अगर आप हनुमान जी के दर्शन को प्राप्त करना चाहते हैं तो प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान वडवानल स्त्रोत का पाठ करें और उसके बाद मंगलवार या फिर शनिवार के दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर उन्हें चोला चढ़ाएं उसके बाद अन्य सभी देवी देवताओं की पूजा और प्रार्थना करें इस प्रकार के कार्य करते हुए नीचे दिए गए उपायों का पालन करें.
  2. मंगलवार के दिन आपको सुबह स्नान आदि से संपन्न होने के बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें उसके बाद एक लोटे में जल लेकर हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान जी की मूर्ति को स्नान कराएं.
  3. पहले दिन आपको एक दाना साबुत उड़द का लेकर हनुमान जी के सर पर रखने के बाद 11 बार उसकी परिक्रमा करें जो भी मनोकामना मांगना चाहते हैं वह अपने मन में दोहराए फिर उस दाने को लेकर घर वापस आ जाए उसके बाद उस दाने  को अलग रखें.
  4. उसके बाद दूसरे दिन आपको 1 – 1 उड़द का दाना रोज उस उड़द में बढ़ाना है अगर आप यह प्रक्रिया लगातार करते रहे कम से कम 41 दिन तक 41 दाने रखने के बाद 42 दिन 1 – 1 दाना कम करते रहे जैसे ही 42वें 40, 43 में 39 और 81 वें  दिन एक दाना 81 दिन तक या अनुष्ठान आपको करना है 81 वें दिन रात में आपको हनुमान जी आपको दर्शन देंगे और आपकी मनोकामना का आशीर्वाद है इस प्रक्रिया के दौरान आपने जितने भी दाने उड़द के हनुमानजी को अर्पित करें थे वह सारे दाने नदी में प्रवाह करें.
  5. ऐसा कहा जाता है कि जो भी व्यक्ति भक्ति भाव के साथ हनुमान जी का स्मरण करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं हनुमान जी हमेशा उसके आसपास होते हैं और उस व्यक्ति के सभी कष्टों को समाप्त कर देते हैं धन्य है वह व्यक्ति जो हनुमान जी का भक्त है .

FAQ : हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र

हनुमान जी का प्रिय मंत्र कौन सा है?

मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥

ऐसा कहा जाता है कि यह मंत्र हनुमान जी को अत्यंत प्रिय है अगर आप हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आप इस मंत्र का प्रयोग करें इस मंत्र के द्वारा श्रीमान जी जल्द ही प्रसन्न हो जाएंगे और वह अपने भक्तों को सुख एवं समृद्धि प्रदान करेंगे और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे और उसके दुख दर्द दूर कर देंगे .

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए कौन सा मंत्र बोलना चाहिए?

ॐ हं हनुमते नम:। ' ''अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥'' 'ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात्।

हनुमान जी का आवाहन मंत्र क्या है?

हनुमान जी का आवाहन करना चाहते हैं या फिर उनकी पूजा मंत्र का जाप करना चाहते है पांच हजार स्फटिक की माला से करें। मंत्र- ।। ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।।  जैसे ही आप का मंत्र जाप हो जाए उसके बाद आपको मंत्र का उच्चारण करते हुए 500 मंत्र से हवन कुंड में गाय का घी डालना है.

निष्कर्ष

जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र बताया है अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको हनुमान जी के दर्शन करने का मंत्र पता चल गया होगा उसे किस प्रकार करना है यह अभी बताया है.

हनुमान जी का गुप्त मंत्र कौन सा है? - hanumaan jee ka gupt mantr kaun sa hai?

अगर आप को  हनुमान जी के दर्शन को प्राप्त करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा बताए गए इस मंत्र का जाप अवश्य करें तो उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी.

हनुमान जी कौन से मंत्र से खुश होते हैं?

मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्। वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥ मान्यता है कि इस मंत्र का जाप करने से भगवान हनुमान प्रसन्न होते हैं, वे अपने भक्तों को सुख एवं समृद्धि प्रदान करते हैं

हनुमान जी का पावरफुल मंत्र कौन सा है?

- ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा . - नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः . - मंगल भवन अमंगलहारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी.

हनुमान जी का गुप्त मंत्र क्या है?

– ओम नमो हनुमते रुद्रावतराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रसुखाय वज्ररोम्णे वज्रनेत्राय वज्रदंताय वज्रकराय वज्रभक्ताय रामदूताय स्वाहा. – ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा. – हनुमान अष्टदशाक्षर मंत्र: 'नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा. '

हनुमान जी का मूल मंत्र क्या है?

हनुमान जी का मूल मंत्र:- ओम ह्रां ह्रीं ह्रं ह्रैं ह्रौं ह्रः॥ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्। ओम हं हनुमंताय नम:. ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा.