ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का कार्यकाल 2007 से 2012 तक निर्धारित है। ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के लक्ष्य
सभी पंचवर्षीय योजनाओं का तुलनात्मक अध्ययन
टीका टिप्पणी और संदर्भसंबंधित लेख
जीडीपी विकास की दर में 8 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि करना. साथ ही इस विकास की दर को 10 प्रतिशत तक बनाये रखना.
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के उद्देश्य इस प्रकार हैं: आय और गरीबी • जीडीपी विकास की दर में 8 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि करना. साथ ही इस विकास की दर को 10 प्रतिशत तक बनाये रखना ताकि वर्ष 2016-17 तक प्रति व्यक्ति आय को दोगुना किया जा सके. शिक्षा • प्राथमिक स्कूल के बच्चों के स्कूल छोड़ने की दर को 2003-04 तक 20
प्रतिशत करना और 2011-12 तक इस दर को 52.2 प्रतिशत से भी कम करना. स्वास्थ्य • 28 को मातृत्व मृत्यु दर को 1 प्रति 1000 के आस-पास लाना और शिशु मृत्यु दर को कम करते हुए 28 प्रति हजार तक घटना. महिला और बच्चे • 0 से 6 वर्ष की आयु तक के बच्चो के लिंगानुपात की दर को 2011 तक 935 करना और इसे 2016-17 तक इजाफा करते हुए 950 तक पहुँचाना. अधःसंरचना • सभी गांवों को को बिजली कनेक्शन के सुबिधा उपलब्ध कराना. पर्यावरण • 5% से अधिक वनावरण में वृद्धि और जानने के लिए पढ़ें: नौवीं पंचवर्षीय योजना (1997-2002) आठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-1997) सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985-1990) खेलें हर किस्म के रोमांच से भरपूर गेम्स सिर्फ़ जागरण प्ले पर ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के कुल का कितना प्रतिशत शिक्षा के लिए निर्धारित किया गया था?यह भारत की राष्ट्रीय योजना है जो प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में योजना आयोग द्वारा विकसित और कार्यान्वित होती है। इस योजना में 7 वर्षीय या अधिक के बच्चों व व्यक्तियों की साक्षरता दर को 85% तक बढ़ाना और रोज़गार को 700 लाख नए अवसर पैदा करना, जैसे मुख्य लक्ष्य थे।
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य क्या है? - Quora. जीडीपी विकास की दर में 8 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि करना. साथ ही इस विकास की दर को 10 प्रतिशत तक बनाये रखना ताकि वर्ष 2016-17 तक प्रति व्यक्ति आय को दोगुना किया जा सके. 70 लाख नए रोजगार की संभावनाओं को उत्पन्न करना.
भारत में 11वीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या है?स्पष्टीकरण:- भारत की 11वीं पंचवर्षीय योजना की अवधि 2007 से 2012 तक थी.
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में प्रतिपादित समावेशी विकास में क्या शामिल था?इस दस्तावेज में विकास के रूप में समावेशी विकास पर जोर दिया गया, जिसमें विकास और विकास की प्रक्रियाओं में समाज के वंचित और हाशिए के वर्ग, विशेष रूप से, एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यक और महिलाएं शामिल थे। इसने पूंजी बाजार के साथ सम्बन्ध नहीं रखा।
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