गुंडा एक्ट से बचने के उपाय - gunda ekt se bachane ke upaay

अंबेडकरनगर। अपराध नियंत्रण के लिए गलत तरीके से गुंडा एक्ट व अन्य प्रतिबंधात्मक कार्रवाई न की जाए। अनुशासन व जिम्मेदारी का निर्वहन प्रत्येक पुलिसकर्मी पूरी सक्रियता से करें। इसमें हीलाहवाली पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह चेतावनी रविवार को प्रभारी पुलिस अधीक्षक राजीव मल्होत्रा ने पुलिस लाइंस में आयोजित थाना प्रभारियों व सीओ की बैठक में दी।

उन्होंने बीते दिन अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग में दिए गए निर्देशों की बिंदुवार जानकारी पुलिस कर्मियों को दी। कहा कि इनफॉर्मेशन एक्ट के मामलों की प्राथमिकी दर्ज होने पर इसकी विवेचना स्थानीय स्तर पर करने की बजाए लखनऊ भेजी जाए। प्रभारी एसपी ने कहा कि अनुशासन बनाए रखने के लिए पूर्व से बने डिफाल्टर रजिस्टर का प्रयोग किया जाए। अनुशासन हर हाल में आवश्यक है। इसके उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करनी होगी। क्षेत्राधिकारियों व थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि ड्यूटी पर जाने से पहले किसी भी पुलिसकर्मी को उसकी ड्यूटी के बारे में भलीभांति ब्रीफ अवश्य करें।

प्रतिदिन पुलिसकर्मियों से उनकी ड्यूटी के बारे में चर्चा कर जरूरी दिशा निर्देश भी दिए जाएं। साप्ताहिक ड्यूटी लगाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए रजिस्टर भी तैयार किया जाए। निर्देश दिया कि भूमि विवाद के मामलों में कानून व्यवस्था प्रभावित होने पर ही हस्तक्षेप करें। सभी सीओ, थाना प्रभारी व एसआई स्वयं दैनिक अभियोग की विवेचना करें। सामान्य धाराओं की विवेचना अन्य से कराई जाए।
थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए गए कि अपराध नियंत्रण के लिए किसी भी दशा में गलत ढंग से गुंडा एक्ट में कार्रवाई न की जाए। अन्य प्रतिबंधात्मक कार्रवाई में भी ईमानदारी से की जाए। इसकी शिकायत सामने आने पर इसे गंभीरता से लिया जाएगा। इनफार्मेशन टेकभनालॉजी एक्ट 2000 का अभियोग पंजीकृत होने पर इसकी विवेचना स्थानीय स्तर पर न की जाए। इसके लखनऊ व आगरा की यूनिट को भेजा जाएगा। अपराध के सर्वाधिक संवेदनशील क्षेत्रों स्कूल, बैंक व सुनसान जगहों पर गश्त व पिकेट व्यवस्था और मजबूत बनाई जाए। सादे कपड़ों में भी अलग-अलग ड्यूटी लगाई जाए। प्रभारी एसपी ने छह दिसंबर को विशेष सतर्कता बरतने के भी निर्देश दिए। कहा कि गणमान्य नागरिकों से वार्ता कर शांति व सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।