फसलों से कीटों से बचाने के लिए कीटनाशक की बजाय यह तरीका अपनाएं किसानकीटनाशकों को पूरी फसल पर छिड़कने के बजाय, एक सीमित जगह पर सुरक्षा जाल लगा कर उन्हें नष्ट किया जा सकता है Show वैज्ञानिकों ने एक नई प्रणाली विकसित की है, जिसमें कीटों को आकर्षित करने के लिए चींटी के फेरोमोन को कीटनाशक चारे के रुप में धीरे-धीरे छोड़ा जाता है। इसका मतलब है कि कीटनाशकों को पूरी फसल पर छिड़कने के बजाय, एक सीमित जगह पर सुरक्षा जाल लगा कर उन्हें नष्ट किया जा सकता है। इस प्रणाली को यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ बाथ एंड ससेक्स ने विकसित किया है। फेरोमोन एक केमिकल या गंध है जो एक कीट/जीव द्वारा पैदा की जाती है जो उसी प्रजाति के दूसरे कीटों के व्यवहार को बदलता है, वे इस गंध की ओर दूसरे को आकर्षित कर सकते हैं। फसल की पत्तियों को काटने वाली (लीफकटर) चींटियां कृषि के प्रमुख कीटों की प्रजातियां हैं, इन चींटियों से कृषि को गंभीर खतरा हो सकता है। वे आसानी से पत्ते को खा सकते हैं। इन कीटों से प्रभावित क्षेत्रों में फसल की वार्षिक उपज में कमी हो सकती है। उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में इनके कारण अरबों का नुकसान होता है। भारत भी उष्णकटिबंधीय देशों की श्रेणी में आता है। पारंपरिक कीटनाशक अक्सर जल्दी खराब हो जाते हैं और इनका विशेष कीटों पर असर नहीं होता है, जिसके परिणामस्वरूप कीट नियंत्रण उत्पादों का पर्याप्त नुकसान होता है। इसका पर्यावरणीय प्रदूषण, लोगों के स्वास्थ्य और अन्य कीटों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। बाथ के केमिस्ट और केमिकल इंजीनियरों की टीम ने मेटल-ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क (एमओफ) नामक आणविक स्पंज का इस्तेमाल किया, जो पत्ती काटने वाली चींटियों/कीटों के खतरे का संकेत देने वाले फेरोमोन को भिगोते हैं और फिर कीटों को एक जाल की ओर आकर्षित करने के लिए धीरे-धीरे इसे छोड़ते हैं। प्रयोगों के अलावा, उन्होंने एमओएफ के छिद्रों के अंदर फेरोमोन अणु की गति को जानने के लिए कम्प्यूटेशनल मॉडलिंग का इस्तेमाल किया, ताकि यह अनुमान लगाया जा सके कि कौन सी संरचनाएं ऐसी है, जो इसे छोड़ने की अधिकतम क्षमता और गति प्रदान करेंगी। उन्होंने पाया कि बुनियादी ढांचे के भीतर रासायनिक समूहों को बदलकर, वे फेरोमोन को छोड़ने की गति को एडजस्ट कर सकते हैं ताकि रसायनों को धीरे-धीरे, दिनों के बजाय कई महीनों की अवधि तक उपयोग किया जा सके। ब्राज़ील में यूनिवर्सिटी ऑफ़ ससेक्स के शोधकर्ताओं द्वारा फील्ड परीक्षण से पता चला है कि पत्ती काटने वाली चींटियों को इस जाल ने अपनी ओर आकर्षित किया था। यह अध्ययन डेल्टन ट्रैन्ज़ैक्शन्ज नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। अध्ययनकर्ता ने कहा कि कीट फेरोमोन का उपयोग कीटों को आकर्षित करने के लिए पहले भी किया गया था, लेकिन परेशानी यह थी कि वे काफी अस्थिर थे, इसलिए उनका प्रभाव बहुत लंबे समय तक नहीं रहता था। हमारे मेटल-ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क एक प्रकार के स्पंज के रूप में कार्य करते हैं, जहां फेरोमोन छिद्रों में बंद हो सकते हैं और फिर समय के साथ धीरे-धीरे निकल सकते हैं। यह प्रणाली दुनिया भर में फसल पर कीटनाशकों के छिड़काव की मात्रा को कम कर सकती है और अधिक मूल्य वाली फसलों के लिए विशेष रूप से उपयोगी सिद्ध हो सकती है। फसलों को कीट पतंगों से बचाने के लिए कौन कौन से कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है?रासायनिक कीटनाशक. रसायनों द्वारा फसलों को कीट पतंगों से बचाना इसके अंतर्गत आता है ।. मेटासिस्टॉक्स 25 ई.सी., पैरासिस्टॉक्स 25 ई.सी. डाइमिथोएट 30 ई.सी. रोगर 30 ई.सी., नोवागेर 30 ई.सी. डाइक्लोरवास 76 ई.सी, आदि रासायनिक किटनाशक के उदाहरण है ।. कीटनाशक कितने प्रकार के होते है?कीटनाशक रसायनिक पदार्थ (फासफैमीडोन, लिंडेन, फ्लोरोपाइरीफोस, हेप्टाक्लोर तथा मैलेथियान आदि) अथवा वाइरस, बैक्टीरिया, कीट भगाने वाले खर-पतवार तथा कीट खाने वाले कीटों, मछली, पछी तथा स्तनधारी जैसे जीव होते हैं।
सबसे अच्छा कीटनाशक कौन सा है?क्विनालफॉस भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला कीटनाशक है, इसका भारत के अंदर अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाता है।
कीटनाशक दवाई कौन कौन सी है?कीटनाशक दवाओं के नाम. प्रोपेनफास + साइपरमेथ्रिन 44 ई.सी. व्यापारिक नाम:- पॉलीट्रिन सी. ... . मिथाइल डिमेटान 25 ई.सी. व्यापारिक नाम:- मेटासिस्टॉक्स 25 ई.सी., पैरासिस्टॉक्स 25 ई.सी.. डाइमिथोएट 30 ई.सी. ... . डाइक्लोरवास 76 ई.सी. ... . डायकोफाल 13.5 ई.सी. ... . मेलाथियान 50 ई.सी. ... . क्लोरपायरीफास 20 ई.सी. ... . कार्बोफ्यूरान 3 जी.. |