एक देश की धरती द्वारा भेजा गया सौरभ सुगंध दूसरे देश की धरती तक कैसे पहुँचता है? - ek desh kee dharatee dvaara bheja gaya saurabh sugandh doosare desh kee dharatee tak kaise pahunchata hai?

Check the below NCERT MCQ Questions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 6 भगवान के डाकिए with Answers Pdf free download. MCQ Questions for Class 8 Hindi with Answers were prepared based on the latest exam pattern. We have provided भगवान के डाकिए Class 8 Hindi MCQs Questions with Answers to help students understand the concept very well.

Students can also read NCERT Solutions for Class 8 Hindi Chapter 6 Questions and Answers at LearnInsta. Here all questions are solved with a detailed explanation, It will help to score more marks in your examinations.

Question 1.
‘भगवान के डाकिए’ के रचयिता कौन हैं?
(a) रामदरश मिश्र
(b) हरिशंकर परसाई
(c) भगवती चरण वर्मा
(d) रामधारी सिंह ‘दिनकर’

Answer

Answer: (d) रामधारी सिंह ‘दिनकर’


Question 2.
इनके संदेश को कौन पढ़ सकते हैं?
(a) संसार में रहने वाले सभी लोग
(b) सभी बुद्धिमान व्यक्ति
(c) सभी जीव जंतु
(d) पेड़, पौधे, सरोवर-सरिताएँ, समुद्र व पर्वत यानी प्रकृति

Answer

Answer: (d) पेड़, पौधे, सरोवर-सरिताएँ, समुद्र व पर्वत यानी प्रकृति


Question 3.
भगवान के डाकिए इस संसार को क्या संदेश देना चाहते हैं?
(a) आपसी प्रेम का
(b) विश्वबंधुत्व का
(c) भेद-भाव न करने का
(d) निरंतर आगे बढ़ने का

Answer

Answer: (b) विश्वबंधुत्व का


Question 4.
एक देश की धरती द्वारा भेजा गया सौरभ दूसरे देश की धरती तक कैसे पहुँचता है?
(a) हवा से
(b) फूल से
(c) धूल से
(d) सुगंध

Answer

Answer: (d) सुगंध


Question 5.
‘भगवान के डाकिए’ द्वारा लाई गई चिट्ठियों को कौन नहीं पढ़ सकता है?
(a) इंसान
(b) पेड़-पौधे
(c) पानी
(d) पहाड़

Answer

Answer: (a) इंसान


(1)

पक्षी और बादल,
ये भगवान के डाकिए हैं,
जो एक महादेश से
दूसरे महादेश को जाते हैं।
हम तो समझ नहीं पाते हैं
मगर उनकी लाई चिट्ठियाँ
पेड़, पौधे, पानी और पहाड़ बाँचते हैं।

Question 1.
कवि और कविता का नाम लिखिए।

Answer

Answer:
कवि का नाम-रामधारी सिंह ‘दिनकर’
कविता का नाम-भगवान के डाकिए


Question 2.
भगवान के डाकिए किसे कहा गया है?

Answer

Answer: पक्षी और बादल को भगवान के डाकिए कहा गया है।


Question 3.
कवि ने डाकिए किन्हें और क्यों कहा है ?

Answer

Answer: कवि ने पक्षियों और बादलों को भगवान के डाकिए कहा है।


Question 4.
पक्षी व बादलों के संदेश, कौन पढ़ने में सक्षम होते हैं?

Answer

Answer: पक्षी और बादल रूपी डाकियों के संदेश पेड़, पौधे, सरोवर पर्वत आदि पढ़ और समझ भी लेते हैं। लेकिन मनुष्य उसे समझने में असमर्थ रहता है।


Question 5.
इनकी लाई चिट्ठियाँ हमें क्या संदेश देती हैं ?

Answer

Answer: इनके द्वारा लाई गई चिट्ठियों में प्रेम, भाईचारा, समानता, एकता का संदेश रहता होगा।


(2)

हम तो केवल यह आँकते हैं
कि एक देश की धरती
दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
पक्षियों की पाँखों पर तिरता है।
और एक देश का भाप
दूसरे देश में पानी
बनकर गिरता है।

Question 1.
कवि और कविता का नाम लिखिए।

Answer

Answer:
कवि का नाम-रामधारी सिंह ‘दिनकर’
कविता का नाम-भगवान के डाकिए।


Question 2.
सौरभ कहाँ-कहाँ जाता है?

Answer

Answer: सौरभ यानी सुगंध हवा में तैरते हुए पक्षियों के पंखों पर तैरता हुआ दूसरे देशों तक जा पहुँचता है।


Question 3.
पृथ्वी द्वारा किए गए कार्य का प्रचार प्रसार कैसे होता है?

Answer

Answer: पृथ्वी द्वारा भेजी गई सुगंध हवा में फैलती है तथा पक्षियों के पंखों पर सवार होकर अन्य स्थानों तक फैल जाती है।


Question 4.
इस काव्यांश में हमें क्या शिक्षा मिलती है?

Answer

Answer: इस कविता से हमें शिक्षा मिलती है कि मनुष्यों को स्वार्थ भावना त्यागकर, जति, धर्म की सीमाओं को लाँघकर प्रेमभाव का संदेश फैलाना चाहिए।


Question 5.
सौरभ तथा ‘पाँख’ शब्दों के अर्थ स्पष्ट करें।

Answer

Answer:
पाँख-पंख
सौरभ-सुगंध।


We hope the given NCERT MCQ Questions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 6 भगवान के डाकिए with Answers Pdf free download will help you. If you have any queries regarding CBSE Class 8 Hindi भगवान के डाकिए MCQs Multiple Choice Questions with Answers, drop a comment below and we will get back to you soon.

“एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंध भेजती है” - कथन का भाव स्पष्ट कीजिए। 


कवि का कथन है कि पक्षी तथा बादल भगवान के डाकिए हैं। जो विश्व-बंधुत्व, एकता व आपसी सहयोग की चिट्ठियाँ बाँटते है। उनके द्वारा ईश्वर से लाई चिट्ठियों को पेड़-पौधे, पानी और पहाड़ ही पढ पाते है। एक देश में खिलने वाले फूलों की सुगंध दूसरे देश में हवा व पक्षियों के पंखों द्वारा पहुँच जाती है। इसी प्रकार एक देश का भाप बना जल बादलों द्वारा दूसरे देश में बरसता है। भाव यह है कि बादल व पक्षियों द्वारा विश्व-बंधुत्व का ईश्वरीय संदेश संपूर्ण विश्व को प्रेरित करता है।

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‘भगवान के डाकिए’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।


‘भगवान के डाकिए’ कविता विश्व-बंधुत्व अर्थात् सभी देशों के लोगों को परस्पर मिलजुलकर रहना चाहिए इस बात की ओर संकेत करती है। जिस प्रकार प्रकृति अपने खजानों को लुटाने में किसी से भेदभाव नहीं करती ऐसे ही मनुष्य को भी किसी प्रकार का वर्ग या जातीय भेदभाव नहीं करना चाहिए। यही इस कविता का मूलभाव है।

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भगवान के डाकिए कौन हैं?


भगवान के डाकिए पक्षी व बादल हैं।

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‘भगवान के डाकिए’ कविता से क्या संदेश मिलता है? 


‘भगवान के डाकिए’ कविता से यह संदेश मिलता है कि हमें संसार में मिलजुलकर रहना चाहिए। अपने जीवन काल में हमें ऐसे कार्य करने चाहिए जिनकी सुगंध पूरे विश्व में फैल जाए।

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निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हम तो केवल यह आँकते हैं
कि एक देश की धरती
दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
पक्षियों की पाँखों पर तिरता है।
और एक देश का भाप
दूसरे देश में पानी
बनकर गिरता है।
एक देश का सौरभ दूसरे देश में कैसे पहुँचता हैं।

  • पक्षियों के पंखों से व हवा के झोंकों में तैरकर
  • वर्षा के साथ बहकर
  • लोगों के द्वारा
  • लोगों के द्वारा


A.

पक्षियों के पंखों से व हवा के झोंकों में तैरकर

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निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हम तो केवल यह आँकते हैं
कि एक देश की धरती
दूसरे देश को सुगंध भेजती है।
और वह सौरभ हवा में तैरते हुए
पक्षियों की पाँखों पर तिरता है।
और एक देश का भाप
दूसरे देश में पानी
बनकर गिरता है।
प्रकृति की क्या विशेषता है?

  • किसी बंधन में नहीं बंधती
  • किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करती।
  • विश्वबंधुत्व का संदेश देती है।
  • विश्वबंधुत्व का संदेश देती है।


C.

विश्वबंधुत्व का संदेश देती है।

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एक देश की धरती द्वारा भेजा गया सौरभ दूसरे देश की धरती पर कैसे पहुंचता है?

एक देश की धरती अपने सुगंध व प्यार को पक्षियों के माध्यम से दूसरे देश को भेजकर सद्भावना का संदेश भेजती है। धरती अपनी भूमि में उगने वाले फूलों की सुगंध को हवा से,पानी को बादलों के रूप में भेजती है। हवा में उड़ते हुए पक्षियों के पंखों पर प्रेम-प्यार की सुगंध तैरकर दूसरे देश तक पहुँच जाती है।

हम तो केवल यह आँकते हैं कि एक देश की धरती दूसरे देश को सुगंधभेजती है का भाव क्या है?

Answer: इसका अर्थ है की एक देश की धरती दूसरे देश को अपनी मिट्टी के रूप मे अपना प्रेम भरा संदेश भेजती है। सीमाये केवल इंसानो को बाँध सकती है।

भगवान के डाकिए कविता के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?

'भगवान के डाकिए' कविता से यह संदेश मिलता है कि हमें संसार में मिलजुलकर रहना चाहिए। अपने जीवन काल में हमें ऐसे कार्य करने चाहिए जिनकी सुगंध पूरे विश्व में फैल जाए। प्रकृति देश-देश में भेदभाव नहीं करती। एक देश से उठा बादल दूसरे देश में बरस जाता है।

भगवान के द्वारा लाई गई चिट्ठियों को कौन नहीं पढ़ पाता है?

भगवान की बनाई इस दुनिया में मनुष्य ने ही स्वयं को बाँटा है इसलिए ये चिट्ठियाँ वे नहीं पढ़ पाते केवल प्रकृति ही इसे पढ़ पाती है क्योंकि नदी, जल, हवा, अपनी ठंडक, पेड़-पौधें, फूल अपनी सुगंध समान भाव से बाँटते हैं। ये एकता, मेल, सद्भावना का संदेश देते हैं। नदियाँ समान भाव से सभी लोगों में अपने जल को बाँटती है।