जब दो वस्तुएं x तथा y क्रमशः vx तथा vy वेग से गतिशील होती है तो प्रति सेकंड इनके बीच के विस्थापन में होने वाले परिवर्तन को आपेक्षिक (relative diversity in Hindi) कहते हैं। आपेक्षिक वेग धनात्मक, ऋणात्मक व शून्य हो सकता है। माना दो व्यक्ति A और B एक सरल रेखीय पथ पर बराबर वेग से एक ही दिशा में गति कर रहे
हैं। तो अब व्यक्ति A से पूछा जाए कि व्यक्ति B गतिशील है या विराम की अवस्था में। तो व्यक्ति B का जवाब होगा, विराम की अवस्था में। चूंकि व्यक्ति A को व्यक्ति B के वेग में परिवर्तन शून्य दिखाई पड़ेगा। जिस कारण व्यक्ति A को व्यक्ति B विराम अवस्था में मालूम होगा। अतः व्यक्ति B के सापेक्ष व्यक्ति A का
आपेक्षिक वेग 1 मीटर/सेकंड होगा। इससे अनेक निष्कर्ष निकलते हैं – पढ़ें… 11वीं भौतिक नोट्स | 11th class physics notes in
Hindi Note Point – सवाल में दिया गया है कि आप क्या समझते हैं यह एक इसकी परिभाषा किस तरीके से दी जाती है गतिमान है ना दोनों की दोनों ही मान है तब तब एक वस्तु के छापे दूसरी वस्तु का जो भी होता है एक वस्तु के छापे दूसरी वस्तु का प्रेक्षित वेद जो होता है बच्चों वह क्या कहलाता है तू वही कहलाता है हमारा आपेक्षिक वेद कहलाताहै आपेक्षिक वेग कहलाता है अगर इसका उदाहरण दूं तो आप बड़े आसानी से समझ जाओ इस तरीके से यह है हमारे पास में ही है यह 10 मीटर प्रति यहां पर इन दोनों के मध्य की जो दूरी है वह कितनी है मान लेते हैं 2 मीटर की 1 सेकंड बाद ए सेकंड यह कितनी चलती है यह चलती है हां यहां से मार लीजिए यहां पर आ गई तरीका यह चल गई हमारी 20 मीटर यह जो है यहां पर यह कितना बज गया बस यहां से यहां तक जो बचा यह तो बचन 90 है ना और यह कितना हो गया बच्चों हमारा प्रिय टोटल अब 1 सेकंड बाद दोनों के बीच का विस्थापन दोनों के बीच की दूरी कितनी है बच्चों वह है हमारे पास में एक तो 10 मीटर कैसे निकाला था आप कितना है 110 मीटर यानी कि अब जो है इसको क्या लगेगा एक हो जो भी है वह इससे तेज गति से पहले 100 किलोमीटर था 100 मीटर था अब 110 मिनट हो गया उन दोनों के बीच का अंतराल के बाद में कितना हो जाएगा बच्चों का हो जाएगा तो इतना आगे जाता हुआ नजर आएगा नजर हर सेकंड में 1-11 आफ 11 के छापे जब भी का भेद है विकास देखो इसको कितना नजर आएगा बच्चों को नजर आएगा यही हमारा सपना है - दिए कितना है बेताब एक निकालेंगे तो उसके पीछे रह जाती है उससे 10 मीटर पीछे रह जाती है हर बात तो करता है ना तो उसका कितना फर्स्ट डे दिया गया आपेक्षिक वेग क्या है जो वस्तुएं सरल रेखा में गति महान है उनके लिए समय स्थिति खराब कीजिए जबकि उनका शिकवे गिले शिकवे होता क्या है जब जब भी कोई दो वस्तु गतिमान होता है तो मैं देखता होगा एक बार आप एक दूसरे उदाहरण है कि दूर रहती का दो ट्रक हैं रेलवे ट्रैक है ठीक है यहां पर एक रेलगाड़ी चल रही है इस ट्रैक पर एक रेलगाड़ी है जिस व्यक्ति को यह व्यक्ति परिस्थितियों का कितनी है ट्रेन के अंदर बैठा है इसके पक्ष में या इसके सापेक्ष ट्रेन का वह भी हो जाएगा ठीक है यह आपकी दोस्त सुनी सुनी का व्यक्ति एक समान होगा यह जगह होगा वही याद रहेगा यह दोनों जो है समान गति से चलेगा तो हमें खींचना है सिद्धि हर समय उसके बीच में ग्राफ होगा वह कुछ इस प्रकार होगा यह वस्तु यह वस्तु यह जो आती है वह सुनीता नहीं होगा जब जो कोई यह होती है कि जब भी वह छोटा भी जो है धीरे से छोटा आ बड़ा या छोटा होगा ठीक है कुछ समय और स्थान से जब दो वस्तुएं गतिमान होती हैं तब एक वस्तु का वेग दूसरी वस्तु के सापेक्ष आपेक्षिक वेग कहलाता है अर्थात् वस्तु का के सापेक्ष वेग वह वेग है जिस वेग से वस्तु से देखने पर वस्तु चलती हुई प्रतीत होती है। अनुक्रम
कुछ स्थितियाँ[संपादित करें]
समान दिशा में[संपादित करें]जब दोनों सवार एक हि दिशा में गतिमान हों, ऐसी स्थिति में पहले सवार की अपेक्षा दूसरे सवार का वेग BA = B
तथा, दूसरे सवार की अपेक्षा पहले सवार का वेग AB = A B विपरीत दिशा में[संपादित करें]जब दोनों सवार एक–दूसरे के विपरीत दिशा में गतिमान हों, तो ऐसी स्थित में पहले सवार की अपेक्षा दूसरे सवार का वेग BA = B ( A) BA = B A तथा, दूसरे सवार की अपेक्षा पहले सवार का वेग AB = A (B) AB = A B किसी भी दिशा में[संपादित करें]यदि दो गतिमान वस्तुओं के वेग एक सीधी रेखा में न होकर किसी कोण पर झुके हों, तो एक वस्तु की अपेक्षा दूसरी वस्तु का वेग उनके वेगों के सदिश अन्तर के बराबर होता है। माना कि वस्तु का वेग A के साथ वस्तु का वेग B, कोण बनाता है। अत: के प्रति का आपेक्षिक वेग BA = B (A) या BA = B A के प्रति का आपेक्षिक वेग AB = A (B) या AB = A B अत: AB = BA इन्हें भी देखें[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]1 आपेक्षिक वेग क्या है?जब दो वस्तुएं x तथा y क्रमशः vx तथा vy वेग से गतिशील होती है तो प्रति सेकंड इनके बीच के विस्थापन में होने वाले परिवर्तन को आपेक्षिक (relative diversity in Hindi) कहते हैं। आपेक्षिक वेग धनात्मक, ऋणात्मक व शून्य हो सकता है।
आपेक्षिक वेग का सूत्र क्या है?ω = θ / t रेडियन / सेकेंड (S.I.)
16 आपेक्षिक वेग से आप क्या समझते हैं?Solution : जब दो वस्तुएँ गतिशील रहती हैं तब ऐसी स्थिति में एक वस्तु का वेग दूसरी वस्तु के सापेक्ष, आपेक्षिक वेग कहलाता है।
आपेक्षिक वेग को इंग्लिश में क्या कहते हैं?L-7 आपेक्षिक वेग (Relative velocity) | सरल रेखा में गति | Motion | अध्याय - 3 Physics | कक्षा- 11.
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