मराठा समाचार पत्र के संपादक कौन थे - maraatha samaachaar patr ke sampaadak kaun the

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मराठा समाचार पत्र के संपादक कौन थे - maraatha samaachaar patr ke sampaadak kaun the

Abhishek Mishra

6 months ago

मराठा' एवं 'केसरी' समाचार पत्र के संपादक बाल गंगाधर तिलक थे।बाल गंगाधर तिलक "केसरी" नामक मराठी समाचार पत्र के संपादक थे। केसरी को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने 1881 में स्थापित किया था। यह भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रवक्ता के रूप में प्रयोग किया जाता था।

विषयसूची

  • 1 बाल गंगाधर तिलक द्वारा प्रकाशित एक मराठी अख़बार का नाम क्या था?
  • 2 केसरी समाचार पत्र का प्रारंभ कब हुआ?
  • 3 केसरी का संपादन कब हुआ?
  • 4 पंजाब केसरी पत्रिका के संपादक कौन थे?
  • 5 मराठा समाचार पत्र कौन सी भाषा में प्रकाशित होता था?

बाल गंगाधर तिलक द्वारा प्रकाशित एक मराठी अख़बार का नाम क्या था?

इसे सुनेंरोकेंतिलक ने मराठी में मराठा दर्पण और केसरी नाम से दो दैनिक अखबार शुरू किए, जो बेहद लोकप्रिय हुए. इनमें वे अंग्रेजी शासन की क्रूरता और भारतीय संस्कृति को लेकर अपने विचार बहुत खुलकर व्यक्त करते थे. केसरी में छपने वाले अपने लेखों की विषय-सामग्री और उनके पैनेपन की वजह से उन्हें कई बार जेल भेजा गया.

केसरी समाचार पत्र का प्रारंभ कब हुआ?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दी केसरी एक हिन्दी समाचार पत्र था जिसे पंडित माधवराव सप्रे ने १३ अप्रैल १९०७ को छापना आरम्भ किया। यह नागपुर से निकलती थी। आरंभ में यह साप्ताहिक थी।

मराठी समाचार पत्र केसरी का संपादक कौन था?

इसे सुनेंरोकेंबाल गंगाधर तिलक “केसरी” नामक मराठी समाचार पत्र के संपादक थे। केसरी को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने 1881 में स्थापित किया था।

मराठा पत्रिका का प्रकाशन कब हुआ?

इसे सुनेंरोकेंअखबार को भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रवक्ता के रूप में इस्तेमाल किया गया था और इसका प्रकाशन जारी है। 2 जनवरी 1881 को साप्ताहिक अंग्रेजी समाचार पत्र मराठा ने दिन का प्रकाश देखा। इसे केसरी से दो दिन पुराना माना जाता है।

केसरी का संपादन कब हुआ?

इसे सुनेंरोकेंइसका मुख्यालय चेन्नई में है और इसका साप्ताहिक पत्रिका के रूप में प्रकाशन वर्ष 1878 में आरम्भ हुआ। यह दैनिक के रूप में वर्ष 1889 में आरम्भ हुआ।

पंजाब केसरी पत्रिका के संपादक कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंपंजाब केसरी भारत के पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों के विभिन्न नगरों से प्रकाशित होता है। आतंकवाद के दौर में आतंक के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वाले पंजाब केसरी अख़बार के संस्‍थापक-सम्पादक लाला जगतनारायण थे।

केसरी समाचार पत्र के लेखक कौन है?

इसे सुनेंरोकेंकेसरी (अर्थ: शेर), मराठी भाषा का एक समाचारपत्र है जिसकी स्थापना ४ जनवरी १८८१ में बाल गंगाधर तिलक ने की थी। इस पत्र का उपयोग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को वाणी देने के लिये की गयी। यह समाचारपत्र आज भी तिलक जी के वंशजों एवं केसरी महरट्टा ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित होता है।

मराठा पत्रिका के संपादक कौन थे?

इसे सुनेंरोकें’मराठा’ एवं ‘केसरी’ समाचार पत्र के संपादक बाल गंगाधर तिलक थे।

मराठा समाचार पत्र कौन सी भाषा में प्रकाशित होता था?

इसे सुनेंरोकेंअंग्रेजी भाषा में प्रकाशित किया था।

केसरी

मराठा समाचार पत्र के संपादक कौन थे - maraatha samaachaar patr ke sampaadak kaun the
प्रकार दैनिक समाचारपत्र
प्रारूप मुद्रण
स्वामित्व केसरी महरट्टा ट्रस्ट
प्रकाशक केसरी महरट्टा ट्रस्ट
संस्थापना ४ जनवरी १८८१
राजनैतिक दृष्टिकोण तटस्थ
भाषा मराठी
जालपृष्ठ केसरी

केसरी (अर्थ: शेर), मराठी भाषा का एक समाचारपत्र है जिसकी स्थापना ४ जनवरी १८८१ में बाल गंगाधर तिलक ने की थी। इस पत्र का उपयोग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को वाणी देने के लिये की गयी। यह समाचारपत्र आज भी तिलक जी के वंशजों एवं केसरी महरट्टा ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित होता है। केसरी में "देश का दुर्भाग्य" नामक शीर्षक से लेख लिखा जिसमें ब्रिटिश सरकार की नीतियों का विरोध किया, परिणाम स्वरूप उन्हें 6 वर्ष के कठोर कारावास के अंतर्गत वर्मा के मांडले जेल में बंद कर दिया गया। 1- कारावास के दौरान तिलक ने "आर्कटिक होम आफ द वेदाज" तथा "गीता रहस्य" नामक ग्रंथ की रचना की । 2-तिलक को भारतीय दंड संहिता की धारा 124-ए के अंतर्गत राजद्रोह के अभियोग में 27 जुलाई 1897 को गिरफ्तार कर लिया गया । 3-1870 में ब्रिटिश सरकार ने भारतीय दंड संहिता में धारा 124-ए जोड़ा जिसके अंतर्गत "भारत में विधि द्वारा स्थापित ब्रिटिश सरकार के प्रति विरोध की भावना भड़काने वाले व्यक्ति को 3 साल की कैद से लेकर आजीवन देश निकाला तक की सजा दिए जाने का प्रावधान था।" [1][2][3]

केसरी मराठी भाषा का एक महत्त्वपूर्ण समाचार पत्र है,

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "About the Vice Chancellor - Deepak J.Tilak". http://www.tmv.edu.in. Tilak Maharashtra Vidyapeeth. मूल से 25 जून 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 June 2014. |website= में बाहरी कड़ी (मदद)
  2. "Retracing the legend of Gangadhar Tilak at Kesariwada". http://indiaheritagesites.wordpress.com. Blog - Indian Heritage Sites. अभिगमन तिथि 17 June 2014. |website= में बाहरी कड़ी (मदद)[मृत कड़ियाँ]
  3. Inamdar, Siddhesh (January 4, 2010). "Tendency to dumb down journalism disturbing: N. Ram". Pune: द हिन्दू. अभिगमन तिथि January 7, 2013. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद)

बाहरी कडियां[संपादित करें]

  • आधिकारिक जालस्थल

मराठा केसरी के संपादक कौन थे?

बाल गंगाधर तिलक "केसरी" नामक मराठी समाचार पत्र के संपादक थेकेसरी को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख नेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने 1881 में स्थापित किया था। यह भारतीय राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रवक्ता के रूप में प्रयोग किया जाता था।

मराठा व केसरी नामक पुस्तक का प्रकाशन कब आरंभ किया गया?

दो पन्नों की यह अखबार हर सप्ताह कोलकाता से प्रकाशित होता था। इसका पहला अंक 29 जनवरी , 1780 में छपा था और आखिरी 23 मार्च 1782 को।

केसरी किसकी पुस्तक है?

केसरी (अर्थ: शेर), मराठी भाषा का एक समाचारपत्र है जिसकी स्थापना ४ जनवरी १८८१ में बाल गंगाधर तिलक ने की थी। इस पत्र का उपयोग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को वाणी देने के लिये की गयी। यह समाचारपत्र आज भी तिलक जी के वंशजों एवं केसरी महरट्टा ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित होता है।