एक रूम बनाने में कितना खर्च आता है - ek room banaane mein kitana kharch aata hai

अलग-अलग तरह की रिपोर्टों से पता चलता है कि ज्‍यादा लोग प्‍लॉट लेकर घर बनवाना चाहते हैं. मैजिकब्रिक्‍स डॉट कॉम जैसी प्रॉपर्टी सर्च साइट्स कहती हैं कि रेजिडेंशियल प्‍लॉट की डिमांड बढ़ी है. यह बिल्‍कुल सही है कि प्‍लॉट खरीदना आसान है. लेकिन, इस पर घर बनवाना सरल नहीं है. सबसे बड़ी चुनौती लागत को कंट्रोल करने की है. एनरॉक प्रॉपर्टी कंसल्‍टेंट्स में डायरेक्‍टर और हेड- रिसर्च प्रशांत ठाकुर कहते हैं कि अगर समझदारी से कंस्‍ट्रक्‍शन कराया जाए तो काफी अधिक बचत की जा सकती है.

आर्किटेक्‍ट हाफिज कॉन्‍ट्रैक्‍टर भी इस बात से सहमति जताते हैं. हाफिज कहते हैं कि छोटी-छोटी चीजें सही तरीके से करके कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट में 12-15 फीसदी की बचत की जा सकती है या फिर कारपेट एरिया को 15 फीसदी तक बढ़ाया जा सकता है.

सवाल उठता है कि आप कितनी बचत कर सकते हैं? यह कंस्‍ट्रक्‍शन के लिए उपलब्‍ध एरिया पर निर्भर करता है. वैसे तो कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग हो सकती है. लेकिन, घर बनाने में औसत लागत करीब 1,500 रुपये प्रति वर्ग फीट आती है. महंगे साजो-सामान के साथ लग्‍जरी घरों के लिए यह करीब 2,000 रुपये प्रति वर्ग फीट बैठती है. वहीं, बहुत बुनियादी चीजों से काम चला सकते हैं तो यह लागत 1,200 रुपये प्रति वर्ग फीट आएगी.

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इस तरह अगर आप 2,000 वर्ग फीट में घर बनवाने के बारे में सोच रहे हैं तो कंस्‍ट्रक्‍शन का बजट करीब 30 लाख रुपये आएगा. इसमें 12-15 फीसदी बचत का मतलब है कि 3.6 लाख से 4.5 लाख रुपये आपके हाथ में रहेंगे. ऐसे में कॉस्‍ट को कम रखने के लिए कुछ आसान टिप्‍स को फॉलो करने में समझदारी है. आइए, यहां उनके बारे में देखते हैं.

सही प्‍लॉट
आपको ऐसा प्‍लॉट लेने की कोशिश करनी चाहिए जो समतल और सड़क के लेवल पर हो. ठाकुर कहते हैं कि अगर प्‍लॉट ऊबड़-खाबड़ या पथरीला है तो इसमें एक्‍स्‍ट्रा कॉस्‍ट लगेगी. प्‍लॉट को समतल कराने में अतिरिक्‍त मटीरियल खर्च होगा जो इसकी लागत बढ़ाएंगे.

अच्‍छा आर्किटेक्‍ट और ठेकेदार
यह सही है कि अच्‍छे आर्किटेक्‍ट की सेवाएं लेने में पैसा खर्च होता है. लेकिन, कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट में आपको काफी बचत होती है. ठाकुर के अनुसार, अच्‍छे आर्किटेक्‍ट उपलब्‍ध जगह का ज्‍यादा से ज्‍यादा इस्‍तेमाल कर सकते हैं. इससे कॉस्‍ट में बचत होती है. इसी तरह पूरा काम खत्म करके घर की चाबी पकड़ाने वाले कॉन्‍ट्रैक्‍टर अमूमन कंस्‍ट्रक्‍शन कॉस्‍ट का करीब 10 फीसदी चार्ज करते हैं. क्‍या कंस्‍ट्रक्‍शन की जिम्‍मेदारी खुद लेकर आपको यह खर्च बचाना चाहिए? अगर समय है तो आप ऐसा कर सकते हैं. हालांकि, याद रखें कि पूरा 10 फीसदी नहीं बचाया जा सकता है क्‍योंकि आपको मजबूरन सब-कॉन्‍ट्रैक्‍टर रखना पड़ेगा. अगर आप खुद यह काम करने की योजना बना रहे हैं तो डिजाइन को सिंपल रखें.

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स्‍टैंडर्ड डिजाइन के साथ जाएं
आपके दिल में किसी बहुत खूबसूरत घर का ख्‍याल हो सकता है. लेकिन, इसे बनवाने में खर्च भी ज्‍यादा आएगा. अच्‍छा होगा कि आप आमतौर पर इस्‍तेमाल होने वाले ग्रिड स्‍ट्रक्‍चर के साथ जुड़े रहें. यह मजबूत होता है और वजन उठा पाता है. चमक-धमक वाले स्‍ट्रक्‍चर आंखों को अच्‍छा दिख सकते हैं. लेकिन, इनमें कम मजबूती हो सकती है.

बड़े पैमाने पर स्‍थानीय खरीदारी करें
घर बनाने की लागत घटाने का सबसे अच्‍छा तरीका यह है कि कच्‍चे माल की खरीद स्‍थानीय स्‍तर पर की जाए. फिर चाहे वह सीमेंट, ईंट हों या दरवाजे, पल्‍ले और खिड़कियां. बल्‍क में खरीदने पर कॉस्‍ट तो बचती है. लेकिन, यह देख लेना चाहिए कि इन्‍हें स्‍टोर करने का पर्याप्‍त इंतजाम हो.

लेटेस्‍ट टेक्‍नोलॉजी का इस्‍तेमाल करें
इंडस्ट्रियल कंस्‍ट्रक्‍शन में लोकप्रिय प्री-इंजीनियर्ड बिल्डिंग्‍स (पीईबी) का कॉन्‍सेप्‍ट धीरे-धीरे रेजिडेंशियल कंस्‍ट्रक्‍शन में भी इस्तेमाल किया जा रहा है. आसान शब्‍दों में कहें तो पीईबी बने-बनाए आयरन स्‍टील स्‍ट्रक्‍चर होते हैं. ये न केवल कॉस्‍ट घटाते हैं बल्कि कंस्‍ट्रक्‍शन के काम को भी रफ्तार देते हैं.

घर की उम्र से जुड़ी लागत का ध्‍यान रखें
हाजिफ कहते हैं कम लागत में घर बनाने का मतलब यह नहीं कि उसकी क्‍वालिटी के साथ समझौता किया जाए. घर बनवाने में सिर्फ शुरुआती कॉस्‍ट का ही नहीं, बल्कि पूरी जिंदगी इस पर आने वाले खर्च को ध्‍यान में रखने की जरूरत है. यह अमूमन करीब 30-50 साल होती है. आईएमके आर्किटेक्‍ट्स एंड अर्बन प्‍लानर्स के राहुल कादरी कहते हैं कि आर्किटेक्‍ट की मदद से ऐसा मटीरियल चुनें जो लंबे समय तक चले. साथ ही वह बहुत महंगा नहीं हो. यह आपको भविष्‍य में रिपेयर या रिप्‍लेसमेंट कॉस्‍ट घटाने में मदद करेगा.

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क्या आप अपना घर बनाने की सोच रहे हैं? और जानना चाहते हैं कि घर बनाने में कितना खर्च आएगा 2023 में (House Construction Cost In 2023) तो आप सही जगह पर आए हैं यहां हमने आपको विस्तार से बताया हुआ है कि घर बनाने में कितना खर्चा आएगा साथ ही आपको यह भी बताया गया है कि जो जो सामग्री लगेगी घर बनाने में जैसे (सीमेंट, मिट्टी, स्टील, गिट्टी, टाइल, दरवाजे, भराव, खिड़कियां, गेट, पेंट, इत्यादि) उसका कितना खर्चा आएगा साथ ही लेबर कॉस्ट कितनी लगेगी यह सब हमने आपको इस पोस्ट में विस्तार से बताया है तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।

इंडिया में हम अगर घर बनवाते हैं तो वह हम दो तरीके से बनवाते हैं पहला – घर बनाने में लगने वाली सारी सामग्री (Material) आप कांट्रेक्टर को उपलब्ध करवाएं और कांट्रेक्टर

की सिर्फ लेबर जिसमें राजमिस्त्री, पलंबर, कारपेंटर,इत्यादि की जिम्मेदारी होगी। दूसरा – घर बनाने में लगने वाले सारे मटेरियल (सामग्री) और लेबर की जिम्मेदारी कांट्रेक्टर की होगी।

Table of Contents

  • 2023 में घर बनाने में कितने रुपयों तक का खर्चा आएगा
  • 100 गज में मकान बनाने में कितना खर्चा आएगा
  • 100 गज में मकान बनाने में क्या-क्या मटेरियल लगेगा और उसका खर्चा कितना आएगा

2023 में घर बनाने में कितने रुपयों तक का खर्चा आएगा

एक घर को बनाने में कितने रुपए का खर्चा आएगा यह पूरी तरीके से निर्भर करता है घर के क्षेत्रफल पर और आपकी जरूरत और

इच्छाओ पर।

पर क्या आपको पता है आप घर बनाने में लगने वाला खर्चा आसानी से निकाल सकते हैं पर उसके लिए हमें निर्माण(Construction) के प्रकार समझने होंगे

एक बात हमेशा ध्यान रखें किसी भी घर को बनाने में उसका जो टोटल खर्चा आता है उसमें 75 परसेंट खर्चा आपका मटेरियल का होता है बाकी का 25 परसेंट खर्चा आपका लेबर कॉस्ट होती है

3 तरह के निर्माण(Construction) के प्रकार होते हैं-

Class 1 – 1300

से 1700 रुपए प्रति स्क्वायर फीट तक का खर्चा आएगा (क्लास 1 की कंस्ट्रक्शन प्रीमियम फिनिश वाली होती है और कंस्ट्रक्शन में इस्तेमाल होने वाला सारा मटेरियल ब्रांडेड होता है)

Class 2 – 1200

से 1500 रुपएप्रति स्क्वायर फीटतक का खर्चा आएगा (क्लास 2 कीकंस्ट्रक्शन नॉर्मल होती है जो हम ज्यादातर करते हैं)

Class 3 – 1000

से 1200 रुपएप्रति स्क्वायर फीटतक का खर्चा आएगा (क्लास 3 की कंस्ट्रक्शन लो क्लास होती है और क्लास 3 की कंस्ट्रक्शन में इस्तेमाल होने वाला सामान लोकल ब्रांड का होता है)

हम आपको क्लास 2 की कंस्ट्रक्शन का रेट बताने जा रहे हैं जो कि हम ज्यादातर घरों के लिए इस्तेमाल करते हैं, उदाहरण के तौर पर हम देखेंगे कि एक 100 गज के मकान को बनाने में कितना खर्चा आएगा

100 गज में मकान बनाने में कितना खर्चा आएगा

100 गज में 900 स्क्वायर फिट होते हैं और जैसा कि हमने आपको ऊपर कंस्ट्रक्शन के प्रकार बताएं हैं और हमने आपको यह भी बताया है कि हम ज्यादातर क्लास 2 के कंस्ट्रक्शन घर बनाने में इस्तेमाल करते हैं

तो चलिए क्लास 2 के कंस्ट्रक्शन का हम रेट ले लेते हैं ₹1400 प्रति स्क्वायर फीट, और हमें मकान बनाना है 100 गज में तो हम

₹1400 को 900 से गुणा कर देंगे। तो हमारा खर्चा आएगा 100 गज मकान बनाने में 12,60,000 रुपए और यह सिर्फ एक मंजिल का खर्चा है अगर आपको दूसरी मंजिल बनानी है तो उसमें आप 15 से 20% खर्चा घटा दीजिए तो आपका दूसरी मंजिल का भी खर्चा आ जाएगा इसी हिसाब से आप आसानी से खर्चा निकाल सकते हैंघर बनाने का।पर शायद अब आप जानना चाहते होंगे कि यह इतना खर्चा कैसे आएगा और क्या-क्या मटेरियल यूज़ होगा, तो हम आपको विस्तार से बताएंगे पूरी पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।

100 गज में मकान बनाने में क्या-क्या मटेरियल लगेगा और उसका खर्चा कितना आएगा

खुदाई (Excavation) – 100 गज में खुदाई कराने का आपका अनुमानित खर्चा आएगा ₹12600, वो कैसे तो आपको बता दें आपका 100 गज के मकान में खुदाई का खर्चा आपके टोटल खर्चे का एक परसेंट होता है, लगभग 1800 क्यूबिक फीट मात्रा रहेगी आपके 900 स्क्वायर फीट एरिया की, जिसका रेट है ₹7 प्रति क्यूबिक फिट तक तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगा

खुदाई कराने का 1800*7 = 12,600.

भराव (Filling) –

100 गज के मकान मेंभराव का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 1.2% होता है, लगभग भराव की मात्रा 1300 क्यूबिक फीट तक रहेगी, जिसका रेट रहता है ₹10 प्रति क्यूबिक फिट तक तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगाभराव कराने का 1300*10 = 13,000 रुपए तक

सीमेंट (Cement) –

100 गज के मकान मेंसीमेंट का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 12% होता है, इसमें 100 गज का मकान बनाने के लिए लगभग आपके सीमेंट के 360 बैग लग जाएंगे सिर्फ 1 मंजिल के लिए और सीमेंट की एक बैग की कीमत है लगभग ₹400 और यह ब्रांडेड कंपनी के सीमेंट का प्राइस है,तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगासीमेंट का 360*400 = 1,44,000 रुपए

सरिया (Steel) –

100 गज के मकान मेंसरिया का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 11% होता है, 100 गज के मकान में लगभग 2.5 से 3 टन तक सरिया लग जाता है,जिसका रेट रहता है ₹55 प्रति किलोग्राम तकतो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगासरिया का लगभग 2500*55 = 1,37,500 रुपए

रेत (Sand) –

100 गज के मकान मेंरेत का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 7% होता है, 100 गज का मकान बनाने में रेत लग जाती है आपकी लगभग 1330 क्यूबिक फीट तकजिसका रेट चल रहा है ₹70 प्रति क्यूबिक फिट तक तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगारेत कालगभग 1330*70 = 93,100 रुपए तक

गिट्टी (Aggregates) – 100 गज के मकान में

गिट्टी का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 3.5% होता है, 100 गज का मकान बनाने मेंगिट्टी लग जाती है आपकी लगभग 950 क्यूबिक फीट तकजिसका रेट चल रहा है ₹45 प्रति क्यूबिक फिट तक तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगागिट्टी कालगभग 950*45 = 42,750 रुपए तक

ईट (Bricks) – 100 गज के मकान में

ईट का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 9.3% होता है, 100 गज का मकान बनाने मेंईट लग जाती है आपकी लगभग 16,550जिसका रेट चल रहा है ₹8 प्रतिईट तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगाईटो कालगभग 16,550*45 = 132,400 रुपए तक

टाइल्स (Tiles) –

100 गज के मकान मेंटाइल्स का खर्चा आपके टोटल खर्चे का 4% होता है, टाइल्स लगेंगे आपके लगभग 850 स्क्वायर फीट तक के एरिया में और अगर मीडियम वाली टाइल्स का रेट पकड़े तो लगभग ₹55 प्रति स्क्वायर फिट है,तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगाटाइल्स कालगभग 865*55 = 47,575 रुपए तक

पुताई (Paint) –

100 गज के मकान में पेंट लगेगा आपका लगभग 2150स्क्वायर फीटतक पेंट का रेट पड़ता है लगभग ₹15 प्रति स्क्वायर फीट तक,तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगापेंट कालगभग 2150*15 = 32,250 रुपए तक

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खिड़की (Window) – खिड़कियां लगेंगे आपकी लगभग 280 स्क्वायर फीट एरिया में जिसका रेट है ₹135 प्रति स्क्वायर फीट,

तो आपका अनुमानित खर्चा आ जाएगाखिड़कियां कालगभग 280*135 = 37,800 रुपए तक

दरवाजे (Doors) – दरवाजों की अगर हम बात करें तो हम यहां पर 1 main gate, 1 wooden door, 2 flush door,3 door frame,etc. लेकर चल रहे हैं जिनका खर्चा आ जाएगा आपका लगभग ₹56700 तक

पाइपलाइन और सैनिटरी (Plumbing & Sanitary) – सेनेटरी और प्लंबिंग में आपके लगभग लग जाएंगे ₹113400 तक

बिजली का काम (Electrical) – बिजली के काम में लग जाएंगे आपकी लगभग ₹50000 तक

अगर हम घर बनाने का finishing तक का खर्चा देखें तो आपका लगभग आ जाएगा ₹945000 तक और लेबर कॉस्ट आपकी लगभग ₹315000 तक तो आपका टोटल खर्चा हो गया 100 गज का मकान बनाने में ₹12,60,000 तक तो आप निश्चित होकर 100 गज का मकान 1260000 रुपए में बना सकते हैं

एक कमरा बनवाने में कितना खर्चा आता है?

घर बनाने में औसत लागत करीब 1,500 रुपये प्रति वर्ग फीट आती है. महंगे साजो-सामान के साथ लग्‍जरी घरों के लिए यह करीब 2,000 रुपये प्रति वर्ग फीट बैठती है.

एक कमरा कितने फुट का होता है?

वास्तु के अनुसार (Room Size as per Vastu) लिविंग रूम का आकार 170 वर्ग फुट या 16 वर्ग मीटर होना सबसे सही रहता है।

घर कितने रुपए में बनता है?

सामान्य तौर पर 2022 में, भारत में एक सामान्य घर बनवाने के लिए औसत 1400 रुपए प्रति स्क्वायर फीट की दर से पैसा लगता है इसमें कांट्रेक्टर, घर बनाने का नक्शा, बिल्डिंग्स मैटेरियल्स, सीमेंट, रेत ईंट, बजरी आदि शामिल है। 1000 स्क्वायर फीट का मकान बनाने में लगभग 14 लाख के आसपास खर्चा आ सकता है ।