Chand par kon kon gaya hai: नमस्कार दोस्तों ! हिंदी विज़न में आपका स्वागत है। आज हम बात करने वाले हैं चंद्रमा के बारे में। दोस्तों चाँद को हम सभी बचपन से देखते आ रहे हैं और इसकी सैकड़ों कहानियां सुनी हैं। हमारे मन मे चाँद के बारे में कई सवाल आते रहते हैं जिन्हें हम जानना चाहते हैं। आज हम ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब देंगे जैसे "अब तक चाँद पर कितने लोग गए हैं ", "चाँद पृथ्वी से कितना दूर है ","चाँद पर पहुंचने में कितना समय लगता है " और "चाँद पर तापमान (Temperature) कितना है" Show
ऐसे ही कई सवाल है जिन्हें आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे। इन सबके अलावा हम चंद्रमा से जुड़े कुछ रोचक तथ्य भी जानेंगे। तो इस पोस्ट को पूरा पढ़ें - चाँद पर कौन कौन गया है ?
चंद्रमा पर कौन कौन जा चुका है ये सवाल लोग अक्सर करते हैं। क्योंकि चंद्रमा पर जाना किसी सपने के पूरे होने जैसा है। दोस्तों आज तक चाँद पर कुल 12 लोग जा चुके हैं। सबसे पहले 20 जुलाई 1969 को अपोलो 11 मिशन से नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन ने चंद्रमा पर कदम रखा था। इनके अलावा माइकल कॉलिन भी चाँद पर गए थे लेकिन वह अपोलो यान पर ही रहे बाहर नही आये। इसके बाद भी कई लोग चाँद पर जा चुके हैं जिनके नाम इस प्रकार हैं
चाँद पर अब तक सिर्फ इन्ही 12 लोगों ने अपने कदम रखे हैं। आखिरी बार 1972 में जीन करनन और हैरिसन श्मिट अपोलो-17 से चंद्रमा पर गए थे। इसके बाद कोई भी इंसान चाँद पर नही गया । हालांकि इसके बाद कई रोबोट्स चंद्रमा पर भेजे जा चुके हैं। ध्यान देने वाली बात है कि यह 12 लोग चाँद पर कदम रखने वाले है जबकि एक चंद्रयान में 3 से 4 लोग जाते है। जैसे नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन चंद्रमा पर उतरे लेकिन माइकल कॉलिन यान में ही मौजूद रहे। तो चाँद पर जाने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है परंतु चाँद पर कदम सिर्फ इन 12 लोगों ने रखा है। चाँद की बनावट कैसी है ?चाँद पृथ्वी का इकलौता उपग्रह है। इसकी आकृति गोलाकार है। आंतरिक बनावट की बात करें तो इसकी सबसे आंतरिक परत (कोर) जो कि लौह धातु की अधिकता वाली है इसकी मोटाई लगभग 240 किलोमीटर है। इसके बाद की परत की पिघली हुई बाहरी परत लगभग 320-330 किलोमीटर मोटी है। इसके चारों ओर लगभग 400 किलोमीटर मोटी sima परत है। चंद्रमा की सतह काफी उबड़ खाबड़ है। इस पर कई किलोमीटर के व्यास वाले बड़े और गहरे गड्ढे हैं जिनकी संख्या 3 लाख से भी ज्यादा हो सकती है । यह गड्ढे चद्रमा पर कई छुद्र ग्रह और धूमकेतुओं के टकराने के कारण निर्मित हुए है। इन गड्डों को हम पृथ्वी से भी देख सकते हैं। चंद्रमा का क्षेत्रफल 3.793×10⁷ किलोमीटर² है। वहीं इसका आयतन 2.1958×10¹⁰ किलोमीटर³ है। वहीं अगर बात करें चंद्रमा के वजन की तो इसका वजन लगभग 81 अरब टन है। चाँद पृथ्वी से कितना किलोमीटर दूर है
देखने मे भले ही हम चाँद की दूरी का अंदाज़ा नही लगा सकते हैं लेकिन यह हमसे लाखों किलोमीटर दूर है। चंद्रमा से पृथ्वी के बीच की दूरी 3,84,403 किलोमीटर ( 2,38,857 मील) है । यह दूरी औसत दूरी है क्योंकि पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी कभी कम तो कभी ज्यादा होती रहती है इसीलिए इसका निश्चित आंकड़ा बता पाना संभव नही है। इसीलिए वैज्ञानिकों ने पृथ्वी से चंद्रमा की अधिकतम दूरी (4,06,696 किमी०) और न्यूनतम दूरी (3,63,104 किमी०) की औसत दूरी निकली जो कि 3,84,403 किलोमीटर आती है। इसे वैज्ञानिक भाषा मे सेमी- मेजर एक्सिस और हिंदी में अर्धांश के नाम से व्यक्त किया जाता है। जब चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है तो यह सामान्य से 27 प्रतिशत ज्यादा बड़ा और चमकीला दिखाई देता है। चाँद पर पहुंचने पर कितना समय लगता है ?कोई भी दूरी तय करने में कितना समय लगेगा यह इसी बात पर निर्भर करता है कि आप कितनी रफ्तार से जा सकते है। जितनी ज्यादा गति होगी उतनी ही जल्दी आप वह दूरी तय कर लेंगे। बात करें अगर चाँद पर जाने की तो जितने भी विमान अब तक चंद्रमा पर भेजे गए हैं उसमें एक ESA- Smart 1 जिसने चाँद तक पहुंचने में 1 साल 1 महीना और 2 हफ्ते का समय लिया था। इसे 27 सितंबर 2003 को गुयाना स्पेस सेंटर से लांच किया गया था। 1959 में सोवियत संघ रूस ने अपना लूना- 2 मिशन चाँद पर भेज था जिसे चंद्रमा तक पहुंचने में 34 घंटों का समय लगा था। लेकिन सबसे तेज़ विमान NASA New Horizons था जिसने पृथ्वी से चंद्रमा तक की दूरी मात्र 8 घंटे और 35 मिनट में तय की जो कि चाँद पर पहुंचने में लगा अब तक का सबसे कम समय है। इसकी गति 58,500 किमी/घंटा थी। यह पृथ्वी द्वारा प्रक्षेपित सबसे तेज़ औसत गति है। चाँद पर तापमान (Temperature) कितना होता है ?पृथ्वी के मुकाबले चंद्रमा पर तापमान बहुत अलग होता है।यहां दिन और रात दोनों में तापमान का बड़ा अंतर होता है। यहां दिन में अधिकतम तापमान 140℃ तक पहुंच सकता है क्योंकि चंद्रमा पर सूर्य की किरणें बिल्कुल सीधी पड़ती हैं। वही रात में इसका न्यूनतम तापमान -180℃ से भी नीचे चला जाता है। यह कुछ वैसा ही है जैसे दिन में 50℃ तक तपने वाला रेगिस्तान रात में माइनस तापमान में पहुंच जाता है। लेकिन चंद्रमा पर तापमान का यह अंतर तो बहुत ही ज्यादा है। चाँद पर दिन 14 दिन का होता है वहीं रात भी 14 दिन लंबी होती है। इसी बात का पता लगाने के लिए चीन ने चांग -ई-3 को चंद्रमा पर प्रक्षेपित किया था जिसका उद्देश्य चंद्रमा की गतिविधियों और तापमान का सही आकलन करना था। चंद्रमा से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरआइये चाँद के बारे में कुछ रोचक तथ्य जानते हैं और उन सभी सवालों के जवाब जानेंगे जो आपके मन मे चंद्रमा को लेकर उठते हैं - प्रश्न - 1. चाँद पर सबसे पहले कौन गया था ?चाँद पर सबसे पहले 20 जुलाई 1969 को मिशन अपोलो-11 से नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन गए थे। प्रश्न - 2. चाँद क्यों चमकता है ? क्या चंद्रमा में अपना प्रकाश होता है ?जी नही चंद्रमा में अपना प्रकाश नही होता है। जब सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर पड़ती है तब उसकी किरण परावर्तित होकर पृथ्वी पर आती हैं जिससे चंद्रमा हमे चमकता हुआ दिखाई देता है। हां तारों का अपना प्रकाश जरूर होता है। प्रश्न - 3 चाँद पर अब तक कितने लोग गए हैं ?चाँद पर अब तक 12 लोगों ने अपने कदम रखे है। सबसे पहले 1969 में और अंतिम बार 1972 में मनुष्य ने चाँद पर अपने कदम रखें है। प्रश्न - 4 चाँद पर दिन और रात कितने घंटे के होते हैं ?चंद्रमा पर एक दिन पृथ्वी के लगभग 14 दिनों के बराबर होता है वही रात भी लगभग 14 दिनों की होती है। प्रश्न - 5 . चंद्रमा पर जाने वाला भारतीय कौन है ?यह सवाल काफी बार सर्च किया जाता है लेकिन दोस्तों हम आपको बता दें कि अब तक चाँद पर कोई भी भारतीय नही गया है। चाँद पर अब तक सिर्फ 12 लोगों ने ही अपने कदम रखे हैं जिनकी लिस्ट ऊपर दी गयी है। प्रश्न - 6 चंद्रमा का वजन कितना है ?चंद्रमा का वजन लगभग 81,00,00,00,000 (81 अरब) टन है। प्रश्न - क्या चाँद पर जीवन संभव है ?अगर आप पूछें कि क्या चंद्रमा पर जीवन हो सकता है ? तो हम आपको बता दें कि यह बिल्कुल भी संभव नही है। क्योंकि चंद्रमा पर पृथ्वी की तरह अनुकूल वायुमंडल मौजूद नही है। चाँद पर सूर्य की किरणें भी बिल्कुल सीधी पड़ती हैं और यहां का तापमान भी इंसान की सहन शक्ति से बाहर है। आज आपने जानाहां तो दोस्तों आज हमने जाना कि चाँद पर कितने लोग जा चुके हैं और चाँद धरती से कितना दूर है ? दोस्तों हमारा यही प्रयास रहा है कि आपको चंद्रमा से जुड़ी अहम जानकारी विस्तार से प्रदान कर सकें। फिर भी अगर आपके मन मे कोई सवाल हो तो Comment Box में जरूर पूछें। अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आती है तो इसे अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर शेयर करें और टेक्नोलॉजी और शिक्षा से जुड़ी ऐसी ही पोस्ट पढ़ने के लिए हमे Facebook , Instagraam और Twitter पर follow करें। धन्यवाद ! आपका दिन शुभ हो ! चाँद पर जाने वाली पहली भारतीय पुरुष कौन थी?अभी तक चाँद पर कोई भी भारतीय नहीं गया है, लेकिन दुनिया के 138वें अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा भारत की ओर से पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया।
इंडिया के कितने लोग चांद पर गए हैं?चंद्रमा पर अब तक भारत का कोई अंतरिक्ष यात्री नहीं गया है। हालांकि, अब तक भारत के 4 लोग अंतरिक्ष में जा चुके हैं। भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा थे।
चांद पर जाने के लिए कितने घंटे लगेंगे?लगता है, कार से जाने का आइडिया आपको पसंद नहीं आया। कोई बात नहीं, हम आपको एक आसान तरीका बताते है। आप रॉकेट से चाँद पर जाएँगे तो केवल 13 घंटे में वहाँ पहुँच जाएँगे।
चंद्रमा पर सबसे पहले कौन गया था?नील एल्डन आर्मस्ट्रांग (५ अगस्त १९३० – २५ अगस्त २०१२) एक अमेरिकी खगोलयात्री और चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले व्यक्ति थे।
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