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एक स्वस्थ और तंदुरुस्त पशु न केवल लंबे समय तक जीवित रहता है। बल्कि उसकी दूध उत्पादन क्षमता भी अधिक होती है। यही नहीं एक दुबला पतली गाय या भैंस को बीमारी लगने का खतरा भी अधिक रहता है। यही कारण भी है जिसकी वजह से अक्सर पशुपालक ऐसे आहार या चारे के बारे में जानना चाहते हैं। जिसके जरिए गाय और भैंस मोटी तगड़ी हो जाएं। क्या आप भी ऐसे ही आहार और उपाय के बारे में जानना चाहते हैं। अगर हां तो बता दें कि आज आपकी यह खोज पूरी होने वाली है। आज हमारे इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप अपनी गाय भैंस को मोटा तगड़ा कैसे बना सकते हैं। गाय को मोटा तगड़ा करने के इन उपाय को जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें। गाय और भैंस को मोटा तगड़ा बनाने के उपायशारीरिक रूप से मजबूत इंसान हो या गाय दोनों ही अधिक मेहनत कर सकते हैं। यही नहीं शारीरिक रूप से मजबूत पशुओं के जरिए प्राप्त खाद्य सामग्री की गुणवत्ता भी बेहतर होती है। इसलिए पशुपालक भाइयों के लिए जरूरी है कि वह अपनी गाय और भैंस को मोटा तगड़ा बनाएं। अब हम आपको नीचे पशु को मोटा तगड़ा बनाने के कुछ घरेलू उपाय और नुस्खे बता रहे हैं। जिन्हें आप आजमा सकते हैं। पशु के लिए बाई फैटगाय भैंस को शारीरिक रूप से मजबूत बनाने के लिए और उनकी क्षमता को बेहतर करने के लिए बाई फैट देना फायदेमंद हो सकता है। यह पशु का आहार है जो आपको आपके आस पास की कई दुकानों पर मिल जाएगा। इस बाई फैट को आप अच्छी तरह रोस्ट करके अपनी गाय और भैंस को नियमित रूप से दे सकते हैं। आप शुरुआत में बाई फैट केवल रोजाना 100 ग्राम ही दें। बाद में इसकी मात्रा को 600 ग्राम तक कर दें। ऐसा कहा जाता है कि बाई फैट देने के कुछ ही समय बाद गाय और भैंस का शारीरिक रूप से मजबूत और मोटी तगड़ी होने लगती है। इसके अलावा पशु को रोजाना इसे देने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बेहतर हो जाती है। गाय भैंस को दें बिनौलेअक्सर पशुपालक और किसान कहते नजर आ जाते हैं कि हरियाणा की गाय भैंस बहुत मोटी और तगड़ी होती हैं। इसके साथ ही यहां के पशु की त्वचा भी बेहद चमकदार होती है। आपको बता दें ऐसा इसलिए है, क्योंकि हरियाणा के लोग अपनी गाय और भैंस को बिनौला खिलाते हैं। आप भी भैंस या गाय को मोटा और तगड़ा करने के लिए बिनौला खिला सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि किसी भी सूरत में पशु को कच्चा बिनौला न खिलाएं। ऐसा करने से पशु की तबीयत बिगड़ सकती है। वहीं बिनौला भी रोस्ट या अच्छी तरह पका कर ही पशु को खिलाएं। अगर आप रोजाना ऐसा करते हैं तो इससे कुछ ही समय में आपकी गाय और भैंस मोटी तगड़ी हो जाएंगी। सोयाबीन से होगी भैंस मोटी तगड़ीकिसान और पशुपालक भाई अगर अपनी गाय भैंस को बाईपास फैट और बिनौले नहीं दे पा रहे, तो वह उन्हें सोयाबीन खाने को दे सकते हैं। आपको बता दें कि सोयाबीन किसी भी साधारण दुकान से मिल जाएगी। सोयाबीन को रोजाना पशु को अच्छी तरह रोस्ट करके खिलाएं। आप शुरुआत में गाय या भैंस को केवल 100 ग्राम ही सोयाबीन खिलाएं। इसके बाद धीरे – धीरे उन्हें इसकी अधिक मात्रा देना शुरू करें। ऐसा करने से गाय भैंस मोटी तगड़ी हो जाएंगी। सरसों का तेल और दानागाय और भैंस को तगड़ा करने का सबसे बेहतर और आसान तरीका है कि आप उसे सरसों के तेल के साथ दाना और खल देना शुरू करें। अगर आप रोजाना सुबह शाम पशु को सरसों का तेल और दाना देते हैं तो इससे पशु में शारीरिक बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके सेवन से पशु जल्दी ही मोटा तगड़ा हो जाएगा। किसान और पशुपालक भाई इस ब्लॉग पर पढ़ी गई जानकारी को ऐप के माध्यम से भी पड़ सकते हैं। हमारे द्वारा तैयार की गई Animall App न केवल आपको पशु स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करेगी। बल्कि आप पशु खरीदने और बेचने के लिए भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। यही नहीं पशु चिकित्सक से राय लेने के लिए भी आप इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप Animall App डाउनलोड करने की सोच रहे हैं तो आप इस लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं। भैंस के लिये संतुलित आहार उस भोजन सामग्री को कहते हैं जो किसी विशेष पशु की 24 घन्टे की निर्धारित पौषाणिक आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। संतुलित राशन में कार्बन, वसा और प्रोटीन के आपसी विशेष अनुपात के लिए कहा गया है। सन्तुलित राशन में मिश्रण के विभिन पदाथोर् की मात्रा मौसम और पशु भार तथा उसकी उत्पादन क्षमता के अनुसार रखी जाती है। एक राशन की परिभाषा इस प्रकार की जा सकती है ‘एक भैंस 24 घण्टे में जितना भोजन अन्तग्रहण करती है, वह राशन कहलाता है।’ डेरी राशन या तो संतुलित होगा या असंतुलित होगा। असंतुलित राशन वह होता है जोकि भैंस को 24 घण्टों में जितने पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है वह देने में असफल रहता है जबकि संतुलित राशन ‘ठीक’ भैंस को ‘ठीक’ समय पर ‘ठीक’ मात्रा में पोषक तत्व प्रदान करता है। संतुलित आहार में प्रोटीन, कार्बोहार्इड्रेट, मिनरल्स तथा विटामिनों की मात्रा पशु की आवश्यकता अनुसार उचित मात्रा में रखी जाती है| भैंस के लिये संतुलित आहार जो खिलाया जाता है, उसमें यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि उसे जरूरत के अनुसार शुष्क पदार्थ, पाचक प्रोटीन तथा कुल पाचक तत्व उपलब्ध हो सकें। भैंस में शुष्क पदार्थ की खपत प्रतिदिन 2.5 से 3.0 किलोग्राम प्रति 100 किलोग्राम शरीर भार के अनुसार होती है। इसका तात्पर्य यह हुआ कि 400 किलोग्राम वजन की भैंस को रोजाना 10-12 किलोग्राम शुष्क पदार्थ की आवश्यकता पड़ती है। इस शुष्क पदार्थ को हम चारे और दाने में विभाजित करें तो शुष्क पदार्थ का लगभग एक तिहार्इ हिस्सा दाने के रूप में खिलाना चाहिए। उत्पादन व अन्य आवश्यकताओं के अनुसार जब हम पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों की मात्रा निकालते हैं तो यह गणना काफी कठिन हो जाती है। इसका एक प्रमुख कारण यह है कि जो चारा पशु को खिलाया जाता है उसमें पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों की मात्रा ज्ञात करना किसान के लिए लगभग असंभव है। ऐसा इसलिए है कि पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों की मात्रा प्रत्येक चारे के लिए अलग होती है। यह चारे की उम्र/परिपक्वता के अनुसार बदल जाती है। अनेक बार उपलब्धता के आधार पर कर्इ प्रकार का चारा एक साथ मिलाकर खिलाना पड़ता है। किसान चारे को कभी भी तोलकर नहीं खिलाता है। इन परिस्थितियों में सबसे आसान तरीका यह है कि किसान द्वारा खिलाये जाने वाले चारे की गणना यह मान कर की जाये की पशु को चारा भरपेट मिलता रहे। अब पशु की जरूरत के अनुसार पाचक प्रोटीन और कुल पाचक तत्वों में कमी की मात्रा को दाना मिश्रण देकर पूरा कर दिया जाता है। इस प्रकार भैंस को खिलाया गया आहार संतुलित हो जाता है। भैंस के लिये संतुलित आहार कैसे बनायें ?पशुओं के दाना मिश्रण में काम आने वाले पदार्थों का नाम जान लेना ही काफी नही है। क्योंकि यह ज्ञान पशुओंका राशन परिकलन करने के लिए काफी नही है। एक पशुपालक को इस से प्राप्त होने वाले पाचक तत्वों जैसेकच्ची प्रोटीन, कुल पाचक तत्व और चयापचयी उर्जा का भी ज्ञान होना आवश्यक है। तभी भोज्य में पाये जानेवाले तत्वों के आधार पर संतुलित दाना मिश्रण बनाने में सहसयता मिल सकेगी। नीचे लिखे गये किसी भी एकतरीके से यह दाना मिश्रण बनाया जा सकता है, परन्तु यह इस पर भी निर्भर करता है कि कौन सी चीज सस्तीव आसानी से उपलब्ध है। 1. मक्का/जौ/जर्इ 40 किलो मात्रा बिनौले की खल 16 किलो मूंगफली की खल 15 किलो गेहूं की चोकर 25 किलो मिनरल मिक्सर 02 किलो साधारण नमक 01 किलो कुल 100 किलो 2. जौ 30 किलो सरसों की खल 25 किलो बिनौले की खल 22 किलो गेहूं की चोकर 20 किलो मिनरल मिक्स 02 किलो साधारण नमक 01 किलो कुल 100 किल 3.मक्का या जौ40 किलो मात्रा मूंगफली की खल 20 किलो दालों की चूरी 17 किलो चावल की पालिश 20 किलो मिनरल मिक्स 02 किलो साधारण नमक 01 किलो कुल 100 किलो 4.गेहूं 32 किलो मात्रा सरसों की खल 10 किलो मूंगफली की खल 10 किलो बिनौले की खल 10 किलो दालों की चूरी 10 किलो चौकर 25 किलो मिनरल मिक्स 02 किलो नमक 01 किलो कुल 100 किलो 5.गेहूं, जौ या बाजरा20 किलो मात्रा बिनौले की खल 27 किलो दाने या चने की चूरी 15 किलो बिनौला 15 किलो आटे की चोकर 20 किलो मिनरल मिक्स 02 किलो नमक 01 किलो कुल 100 किलो ऊपर दिया गया कोर्इ भी संतुलित आहार भूसे के साथ सानी करके भी खिलाया जा सकता है। इसके साथ कम सेकम 4-5 किलो हरा चारा देना आवश्यक है। दाना मिश्रण के गुण व लाभ
संतुलित दाना मिश्रण कितना खिलायें 1. शरीर की देखभाल के लिए:
नोट : जब हरा चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो तो उपरलिखित कुल देय दाना 1/2 से 1 किलो तक घटाया जा सकता है। इन दाना मिश्रण में एमिनो पॉवर, ग्रो-कैल डी ३ ,ग्रौलीव फोर्ट ,ग्रोविट पॉवर,चिलेटेड ग्रोमिन फोर्ट इत्यादि दवायें समय -समय पर दें । विभिन्न दवाओं की अलग -अलग उपयोगिता है । अगर आप पशुओं के लिए बेहतरीन दवाओं और टॉनिक का बितरक बनना चाहतें हैं तो Franchise Opportunity लिंक पर जायें । इन दवाओं के प्रयोग से तुरंत परिणाम दिखता है और काफी लाभकारी ब्यवसाय है ,इसके अतिरिक्त पशुपालन ब्यवसाय में कम से कम २५% अतिरिक्त लाभ मिल सकता है। भैंस पालन से सम्बंधित इस लेख को भी पढ़ें भैंश पालन लाभकारी कैसे हो ? Post navigationभैंस को मोटा करने के लिए क्या करना चाहिए?गाय व भेंसों में मद चक्र, मद काल, व मद के लक्षण. मद की प्रारम्भिक अवस्था: (1)पशु की भूख में कमी आना| ... . मद की मध्यव्स्था: ... . मद की अन्तिम अवस्था: ... . गर्भधान करने का सही समय:. भैंस का शरीर कैसे बनाएं?REFIT एनिमल केयर पशु चिकित्सा चेलेटेड कैल्शियम मवेशियों, गाय और भैंस के लिए, 2 लीटर, रेमिल्की फोर्ट, 1 पीस : Amazon.in: पालतू पशुओं का सामान स्टॉक में है. Refit Animal Care द्वारा बेचा जाने वाला और Amazon द्वारा डिलीवर किया गया.
भैंस को लहसुन खिलाने से क्या होता है?यह कोई टोना-टोटका नहीं, बल्कि बाकायदा वैज्ञानिक सत्य है कि अगर दूध देने वाली गाय-भैंसों के चारे में लहसुन मिला दिया जाए तो वे कम मात्रा में मीथेन गैस वातावरण में छोड़ेंगे और इससे वे दूध भी ज्यादा देंगी।
भैंस को नमक खिलाने से क्या फायदा होता है?नमक के सेवन से पशु रहते हैं स्वस्थ
ये गाय और भैंसों दोनों में पाचन क्रिया को बेहतर करता है. इससे पशुओं में भूख बढ़ती है. पशुओं में लार निकलने वाली क्रिया में सहायता मिलती है. जिससे पशु स्वस्थ रहते हैं.
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