भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है - bhaarat kee sabase lambee surang kaun see hai

भारत से जुड़े एक नए तथ्य जिसके बारे में आज हम जानेंगे की भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है, जैसे की हम जानते है की भारत का 30% हिस्सा पहाड़ों से ढ़का है जिसके चलते सड़क निर्माण में सरकार को काफी मुश्किलें आती है और लागत भी ज्यादा लगती है। इसी समस्या के समाधान के लिए पहाड़ों में सुरंगो का निर्माण किया जाता है जो की दूरी को कम करके यात्रा में लगने वाले समय और लागत को बचाता है इसी उद्देश्य के चलते 23 मई 2011 में भारत की सबसे बड़ी सुरंग का कार्य आरम्भ हुआ जिसके बारे में आज हम जानेंगे।



भारत की सबसे लंबी सुरंग “Bharat Ki Sabse Lambi Surang”

भारत की सबसे लंबी सुरंग चेनानी-नाशरी सुरंग जिसे पत्नीटॉप सुरंग, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग या श्यामा सुरंग ने नाम से भी जाना जाता है, चेनानी-नाशरी सुरंग का नाम बदलकर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग कर दिया गया जो की जवाहरलाल नेहरू के प्रधान मंत्री कार्य काल में देश के उद्योग और आपूर्ति मंत्री थे जिसके बाद उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना की। हांलाकि कई लोगों को यह लगता है की भारत की सबसे लम्बी सुरंग अटल टनल है जिसकी लम्बाई  9.02 किलोमीटर है जिसे की रोहतांग टनल के नाम से जाना जाता है जो की गलत है। क्योंकि अटल टनल भारत की सबसे ऊँची जगह बनाई गयी सबसे लम्बी सड़क सुरंग है।



लेकिन 9.28 लंबाई के साथ चेनानी-नाशरी सुरंग भारत की सबसे लम्बी सुरंग है। चेनानी-नाशरी सुरंग राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बनी 9.28 किमी (5.8 मील) लम्बी एक सड़क सुरंग है जो की जम्मू और कश्मीर के निचले हिमालय में स्थित है।

यह सुरंग जम्मू से श्रीनगर को जोड़ती है इस सुरंग के बनने से जम्मू से श्रीनगर की यात्रा में 2 घंटे की कमी आयी है यानि 30 किलोमीटर, चेनानी-नाशरी सुरंग का निर्माण कार्य 23 मई 2011 को आरम्भ हुआ, जो की जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद के साथ सत्तारूढ़ यूपीए सरकार के तहत रखी थी जिसे 6 वर्षो की समय सीमा में पूर्ण किया गया, इस सुरंग का उद्धघाटन 2 अप्रैल 2017 किया गया, जिसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर वनों और पेड़ो की कटाई से बचना यदि अन्य रोड का निर्माण किया जाता तो, इसके अलावा यह सुरंग जम्मू और उधमपुर से रामबन, बनिहाल और श्रीनगर की यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षित यात्रा और मौसम के कारण यात्रा में होने वाली बाधा को दूर करना था।



क्युकी सर्दियों के मौसम में अक्सर पत्नीटॉप में बर्फबारी और हिमस्खलन के चलते NH-44 पर बाधा के कारण प्रत्येक शीतकाल में कई बार वाहनों की लम्बी कतारे लग जाती थी जो की कई बार कई दिनों तक रहती थी जिसके कारण फंसे हुए लोगो को भी कई दिनों तक कतार में रहना पड़ता था। चेनानी-नाशरी सुरंग कई उपमार्गों को आपस में जोड़ती है जैसे पत्नीटॉप, कुद और बटोत, जिसने सर्दियों के मौसम में NH-44 पर ट्रैफ़िक जाम की समस्या को काफी हद तक कम किया है। जो की आर्थिक रूप से भी काफी फ़ायदेमंद साबित हुआ क्युकी इससे कम ट्रैफ़िक और कम दूरी के कारण ईंधन की खपत में काफी कमी देखि गयी।

चेनानी-नाशरी सुरंग की बनावट

चेनानी-नाशरी सुरंग की लम्बाई 9.28 कि॰मी॰ (30,446.2 फीट/5.7 मील) है जो की एक 2 लेन सड़क सुरंग है जिसमे मुख्य द्वार से निकासी तक हर 300 मीटर की दूरी पर 29 स्थानों पर पार मार्ग (cross way) बनाये गए है जिस कारण यह देश की पहली पूर्ण रूप से एकीकृत सुरंग प्रणाली वाली सुरंग है।

भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है - bhaarat kee sabase lambee surang kaun see hai

इस सुरंग में मुख्य सुरंग का व्यास 13 मीटर है और निकासी सुरंग का व्यास 6 मीटर, अनुमान के अनुसार इस सुरंग के निर्माण में  ₹ 2,520 करोड़ की लागत लगी है लेकिन इसे पूर्ण रूप से संचालित करने में  ₹ 3,720 करोड़,

इसके निर्माण में कुशल श्रमिकों के अलावा लगभग 1,500 इंजीनियर, भूवैज्ञानिक और मजदूर शामिल थे जिसके चलते भी इसके निर्माण में कई समस्याएँ सामने आयी। पहले निर्माण की समय सीमा जुलाई 2016 तय की गयी थी, आगे आने वाली कई समस्याओं के चलते काम 2 अप्रैल 2017 तक ही पूर्ण हो पाया। एक लेख के अनुसार स्वतंत्र इंजीनियरों ने बताया था की 8 नवंबर 2016 को हुए विमुद्रीकरण के कारण जिससे की पूरा देश प्रभावित हुआ था नोट बंदी के चलते ठेकेदार अपने श्रमिकों की वेतन भुक्तान नहीं कर पाए जिसके बाद काम कई समय तक बंद रहा था।



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चेनानी-नाशरी सुरंग जिसे पत्नीटॉप सुरंग के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर के राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या पुनः निर्धारण से पूर्व नाम राष्ट्रीय राजमार्ग १ए ) पर स्थित एक सड़क सुरंग है। इसका कार्य वर्ष 2011 में आरम्भ हुआ तथा उद्धघाटन 2 अप्रैल 2017 को किया गया।

यह भारत की दूसरी सबसे लंबी सड़क सुरंग है जिसकी ( पहली अटल सुरंग हिमाचल प्रदेश है) लंबाई 9.28 कि॰मी॰ (30,446.2 फीट) है।[1] सुरंग बनाने पर मूल अनुमानित लागत ₹ 2,520 करोड़ (यूएस$ 367.92 मिलियन) थी लेकिन परिवर्धित करने में कुल ₹ 3,720 करोड़ (यूएस$ 543.12 मिलियन) खर्च हुये।[2] मुख्य सुरंग का व्यास 13 मीटर है, जबकि समानांतर निकासी सुरंग का व्यास 6 मीटर  है। मुख्य और निकासी सुरंगों में 29 स्थानों पर पार मार्ग बनाये गये हैं जो हर 300 मीटर की दूरी पर स्थिति हैं।[3] यह देश की पहली पूर्ण रूप से एकीकृत सुरंग प्रणाली वाली सुरंग है।

सुरंग की सहायता से जम्मू और श्रीनगर के मध्य दूरी 30.11 कि॰मी॰ (98,786.1 फीट) रह गयी और यात्रा समय में दो घण्टे की कटौती हो गयी। पत्नीटॉप पर सर्दियों में बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बाधा उत्पन्न होती थी तथा प्रत्येक शीतकाल में कई बार वाहनों की लम्बी कतार के कारण भी बाधा उत्पन्न होती थी - कई बार कई दिनों तक कतार में रहना पड़ता था। सुरंग पत्नीटॉप, कुद और बटोत को उपमार्गों से जोड़ती है जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर सर्दियों में ट्रैफ़िक जाम की समस्या को कम किया है। इस सुरंग का नया नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखा गया है ।

भारत में सबसे लंबी सुरंग कौन सी है 2022?

दोस्तों यदि हम भारत की बात करें तो भारत की सबसे लंबी सड़क सुरंग डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सुरंग है जिसे चेनानी-नाशरी सुरंग या पत्नीटॉप सुरंग के नाम से भी जाना जाता है जिसकी लंबाई 9 किलोमीटर है।

भारत की सबसे लंबी सुरंग कौन सी है और कहां है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में विश्‍व की सबसे लंबी अटल सुरंग का उद्घाटन किया। 9.02 किलोमीटर की इस टनल के शुरु होने से मनाली और लेह के बीच सड़क की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी। समुद्र तल से 10 हजार फुट की ऊंचाई पर अत्याधुनिक तकनीक और इलेक्टो-मैक्निकल प्रणाली से इसका निर्माण किया गया है।

जवाहर सुरंग का नया नाम क्या है?

जवाहर सुरंग: इसे बनिहाल सुरंग (Banihal Tunnel) या बनिहाल दर्रा (Banihal Pass) भी कहा जाता है। इस सुरंग की लंबाई 2.85 किमी. है। यह बनिहाल और काज़ीगुंड के मध्य NH 1A पर स्थित है जिसे NH 44 नाम दिया गया है।

अटल सुरंग और चेनानी नाशरी सुरंग में क्या अंतर है?

क्योंकि अटल टनल भारत की सबसे ऊँची जगह बनाई गयी सबसे लम्बी सड़क सुरंग है। लेकिन 9.28 लंबाई के साथ चेनानी-नाशरी सुरंग भारत की सबसे लम्बी सुरंग है। चेनानी-नाशरी सुरंग राष्ट्रीय राजमार्ग 44 पर बनी 9.28 किमी (5.8 मील) लम्बी एक सड़क सुरंग है जो की जम्मू और कश्मीर के निचले हिमालय में स्थित है।