भगवान शिव एकमात्र ऐसे देव हैं, जो बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन अगर इनकी पूजा-अर्चना में किसी प्रकार की भूल हो जाए तो भगवान रूष्ट हो सकते हैं। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इनकी पूजा में कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। तो आईए जानें इनकी पूजा में कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। Show
पूजा के वस्त्र
भूलकर भी न पहने इस कलर कपड़ा
इसी के साथ इन बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि कपड़े साफ़ औक सबती हो, क्योंकि ऐसे वस्त्र शुद्ध होने के साथ-साथ आरामदायक होते हैं। पूजा में ऐसे वस्त्र पहनकर बैठने से व्यक्ति का ध्यान इधर-उधर नहीं भटकता। वहीं धार्मिक मान्यता है कि पुरुषों के लिए पूजा के दौरान धोती पहनना शुभ रहता है। न चढ़ाए ये फूल
वहीं शिव जी की पूजा में खंडित चावल नहीं चढ़ाना चाहिए। वहीं शिव जी को आप नारियल तो चढ़ा सकते हैं, पर नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। हल्दी और कुमकुम उत्पत्ति के प्रतीक माने गए हैं, ऐसे में इनका प्रयोग भी शिव जी के पूजन में नहीं होना चाहिए। साथ ही कभी भी बासी या मुरझाए हुए फूल भगवान शिव को अर्पित न करें क्योंकि इससे शिवजी क्रोधित हो सकते हैं और आपको उनके क्रोध का भागी बनना पड़ सकता है। Astrology: क्या भगवान शिव का रंग नीला है? देखें शास्त्रों में क्या बताया गया हैबहुत जगह पर भगवान शिव नीले रंग के दिखाई देते हैं. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या भगवान शिव का रंग नीला है? इस वीडियो में ज्योतिष शैलेंद्र पांडेय से जानिए शिव के रंग को लेकर शास्त्रों में क्या उल्लेख किया गया है. ज्योतिष के अनुसार- शिव जी की गौर वर्ण के बताये जाते हैं. हालांकि ये बात जरूर है कि उनकी आभा नीली थी. विष को गले में रोक लेने के कारण, उनका गला अवश्य नीला है. देखें वीडियो. In this video, astrologer Shailendra Pandey will discuss why Lord Shiva appears or turns in blue color. According to the astrologer, Lord Shiva drank the poison and stored it in his throat- which made his throat turn blue. That's why Shiva is also known to be Neelkanth. Watch the video to know more. आजतक के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट और सभी खबरें डाउनलोड करें By मेघना वर्मा | Published: February 20, 2020 04:31 PM2020-02-20T16:31:57+5:302020-02-20T16:31:57+5:30 महा-शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की आस्था खास देखी जा सकती है। इस दिन भगवान महेश, शम्भू, भोलेनाथ, नीलकंठ को मनाने के लिए लोग दिल से प्रार्थना करते हैं।Mahashivratri पर लाल-पीला नहीं बल्कि पहनें इस रंग के कपड़े, पूरी होगी सारी मनोकामना-गलती से भी ना पहनें ये एक रंगNext Highlightsशिव जी की पूजा में रंगों का भी काफी महत्व होता है।भगवान शिव को मनाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। इस साल महा-शिवरात्रि 21 फरवरी को मनाई जाएगी। लोग इस दिन पूरे मन से भगवन भोले के भक्त पूजा-अर्चना करने के साथ भांग का भी जमकर सेवन करते हैं। इस दिन शिव मंदिरों के बाहर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए लम्बी लाइन लगती है। लोग अपने-अपने तरीकों से शिव-शम्भू को मनाने की तैयारी में लग जाते हैं। शिव जी की पूजा में रंगों का भी काफी महत्व होता है। माना जाता है कि शिव की पूजा के समय कुछ खास रंग के कपड़े पहनने पर सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। आइए आपको बताते हैं कौन सा है वो खास रंग और किस रंग को भोले बाबा की पूजा में बिल्कुल भी नहीं पहनना चाहिए। इस रंग को करें धारणभगवान शिव की पूजा करते समय हरे रंग को धारण करना शुभ माना जाता है। सिर्फ यही नहीं अगर आप हरे के साथ सफेद रंग के वस्त्र भी धारण करेंगे तो आपको लाभ होगा। मान्यता है कि भगवान शिव को ये दोनों ही रंग प्रिय होता है। इसलिए उन पर चढ़ने वाले फूल और जनेऊ सफेद रंग के और भांग और धतूरा हरे रंग का होता है। ना धारण करें ये रंगये भी मान्यता है कि शिव को काला रंग बिल्कुल नहीं पसंद इसलिए भूलकर कर भी महाशिवरात्रि के दिन काले रंग को धारण ना करें। सिर्फ कपड़ा ही नहीं इस रंग की चूड़ी या बिंदी भी आज के दिन धारण ना करें। काला रंग भस्म का प्रतीक होता है। इसिलए महाशिवरात्रि के दिन इसे रंग को धारण ना करें। भगवान शिव को मनाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। कोई बमभोले पर जल चढ़ाता है तो कोई उनकी धुन में झूमते नजर आते हैं। खासकर महा-शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की आस्था खास देखी जा सकती है। इस दिन भगवान महेश, शम्भू, भोलेनाथ, नीलकंठ को मनाने के लिए लोग दिल से प्रार्थना करते हैं। महाशिवरात्रि पर चारों ओर भगवान भोलेनाथ की महिमा का गुणगान होता है। हर कोई उन्हें प्रसन्न करने में लग जाता है ताकि शिव जी से वरदान पा सके। भगवान शिव के विधिवत पूजन और शास्त्रों में दर्ज उपायों को करने से धन-संपत्ति में लाभ होता है, शत्रुओं से मुक्ति मिलती है, जीवन की बाधाएं कम होती हैं। English summary :Colors also have great importance while worshiping lord shiva. Let us tell you which is that special color and which color should not be worn at all in the worship of Bhole Baba.Web Title: Mahashivratri 2020 wear these color cloths while worship lord shivaफ़ैशन – ब्यूटी से जुड़ी हिंदी खबरों और देश दुनिया खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा लाइक करेसंबंधित खबरेंमहादेव को कौन सा रंग प्रिय है?धर्म शास्त्रों के मुताबिक हरा रंग भोलेनाथ का प्रिय रंग होता है। ऐसे में सिर्फ सावन सोमवार में ही नहीं बल्कि भक्त शिवरात्रि के दौरान भी हरे रंग के वस्त्र धारण करते हैं। इसके अलावा शिव जी के दौरान आप हरे रंग के अलावा संतरी, पीले, सफेद और लाल रंग के कपड़े भी धारण कर सकते हैं।
शिव जी को भोग में क्या पसंद है?भगवान शिव को भांग और पंचामृत का नैवेद्य पसंद होता है। इसके अलावा उन्हें रेवड़ी, चिरौंजी और मिश्री भी चढ़ाई जाती है। सावन के महीने में भोले बाबा का व्रत रखकर उन्हें गुड़, चना और चिरौंजी का भोग लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
शिवरात्रि में कौन से रंग के कपड़े पहने?शिव पूजा में किस रंग के कपड़े पहनें
वहीं भोलेनाथ की पूजा आराधना करते समय हरे रंग के कपड़े पहनने चाहिए। शिवजी को हरा रंग प्रिय है। लेकिन अगर आपके पास हरे रंग के वस्त्र न हों तो लाल, सफेद, पीला, केसरिया रंग का वस्त्र भी पहन सकते हैं।
शिव जी को कौन सा फल पसंद है?धतूरे का फल और फूल
धतूरा भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। भगवान शिव की पूजा धतूरे के फल और फूल के बिना अधूरी मानी जाती है।
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