बच्चों को कहानी सुनाने से कौन से लाभ होते हैं? - bachchon ko kahaanee sunaane se kaun se laabh hote hain?

बच्चों को कहानी सुनाने से कौन से लाभ होते हैं? - bachchon ko kahaanee sunaane se kaun se laabh hote hain?

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बच्चों के मानसिक विकास में कहानियों का अहम योगदान होता है। कहानियां न सिर्फ उनके लिए मार्गदर्शक का काम करती हैं, बल्कि उन्हें आदर्श इंसान बनने में भी मदद करती हैं। यही कारण है कि जब से मानव सभ्यता है, कई कहानियांं प्रचलन में हैं। ऐसी कहानियों की कमी नहीं है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही हैं। बेशक, शब्द बदल गए हैं, लेकिन उनकी सीख और महत्व आज भी वही है। मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल हम बच्चों को सुनाई जानी वाली कहानियों के बारे में बात करेंगे। हम विस्तार से जानने का प्रयास करेंगे कि आखिर बच्चों को कहानी सुनाने के क्या फायदे हैं। खासकर, रात को सोते समय बच्चों को कहानियां सुनाने का क्या महत्व है।

इस आर्टिकल के पहले भाग में हम बच्चों को कहानी सुनाने के फायदे के बारे में जानेंगे।

बच्चों पर कहानियों का बहुत असर पड़ता है। ऐसे में उन्हें अच्छे कहानी के कई तरह के फायदे हो सकते हैं। उन फायदों के बारे में नीचे विस्तारपूर्वक जानेंगे।

  1. बच्चों में नैतिकता का विकास: बच्चों की कहानियां उन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। उन्हें ईमानदारी और सत्यता से संबंधित कहानी सुनाने पर उनमें नैतिकता का विकास हो सकता है। इस तरह की कहानियों का बच्चों के मस्तिष्क पर लाभकारी असर होता है।
  1. संस्कृति की समझ: कई बच्चों को अपने संस्कृति के बारे में ज्ञान नहीं होता है। ऐसे में कहानियों के माध्यम से उन्हें इतिहास और परंपराओं के बारे में बताया जा सकता है।
  1. सुनने की क्षमता का विकास: ज्यादातर बच्चें कहानी को ध्यानपूर्वक सुनते हैं। इससे न सिर्फ उनमें सुनने की क्षमता का विकास होता है, बल्कि संयम का भाव भी पैदा होता है।
  1. जिज्ञासा को बढ़ावा: जब कोई बच्चों को कहानी सुनाता है, तो कहानी की रोचकता के कारण आगे क्या होगा यह जानने की उत्सुकता बढ़ जाती है। इससे बच्चे जिज्ञासु होने लगते हैं और कहानी के बारे में सवाल पूछना शुरू करते हैं। इससे उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा मिल सकता है।
  1. कल्पना की क्षमता का विकास : बच्चों का उत्सुक होना और कल्पनाशील होना दोनों ही अलग-अलग है। कहानी सुनते-सुनते बच्चे काल्पनिक दुनिया में चले जाते हैं। यह कल्पना करने की क्षमता किसी भी विषय पर बच्चे की बेहतर रचनात्मक सोच में मदद कर सकती है।
  1. एकाग्रता में सुधार: बच्चों को कहानी सुनाने पर उनमें एकाग्रता का विकास होता है, क्योंकि बच्चे कहानी सुनने के लिए अधिक ध्यान देते हैं।
  1. नई शब्दावली का ज्ञान: कहानियों में कुछ शब्द ऐसे होते हैं, जो वो पहली बार सुनते हैं। ये शब्द उनके दिमाग में बस जाते हैं। वो न सिर्फ इन शब्दों के मतलब को जानने का प्रयास करते हैं, बल्कि उनकी शब्दावली भी बढ़ती है।
  1. सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा: कहानियां सीखने की प्रक्रिया को बेहतर करने का अच्छा माध्यम है। कहानी के माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है। इसलिए, कहानी के माध्यम से बच्चों को कठिन विषयों को भी आसानी से समझाया जा सकता है।
  1. सहानुभूति को बढ़ावा: कई कहानी परोपकार की होती है। ऐसे में ये कहानियों बच्चों को सुनाने से उनमें दूसरों के प्रति सहानुभूति की भावना उत्पन्न होती है। यह भविष्य में बच्चों को एक अच्छा और गुणी व्यक्ति बनाने का काम करती है।
  1. संचार में सुधार: जब किसी बच्चे की सोचने और कल्पना करने की क्षमता बेहतर होती है, तो वो दूसरों को अपनी बात आसानी से समझा पाते हैं। आज के समय में प्रत्येक बच्चे में यह स्किल होना जरूरी है।
  1. तनाव और चिंता में कमी: कहानियां न सिर्फ बच्चों का मनोरंजन करती हैं, बल्कि उन्हें लुभाती भी हैं। कहानियां बच्चों को अलग-अलग कल्पनाओं की दुनिया में ले जाती हैं, जिससे उन्हें किसी चिंता या तनाव से उबारा जा सकता है। इसलिए, कहानी सुनना बच्चों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  1. याददाश्त तेज होती है: चाहे कहानी छोटी हो या बड़ी, अगर कोई बच्चा कहानी सुनता है, तो उन्हें कहानी के अधिकतर पात्र और किस्से याद रह जाते हैं। इसे बाद में वह दूसरों को सुनाते है। इसलिए, कहानी सुनने से याददाश्त का भी विकास होता है।
  1. इतिहास का ज्ञान: कुछ कहानियां एतिहासिक घटनाओं से जुड़ी होती हैं। ऐसी कहानियां सुनने से बच्चों को भारत के इतिहास के बारे में पता चलता है, जो उनके दिमाग पर गहरा छाप छोड़ती हैं।
  1. कहानीकार का विकास: कुछ बच्चे तो कहानियों से इस कदर प्रभावित होते हैं कि वो आगे चलकर कहानीकार बनने का मन बना लेते हैं।

अब लेख के इस भागग में हम बच्चों को सोने से पहले कहानी सुनाने के कुछ विशेष लाभ जानेंगे।

बच्‍चों को सोने से पहले कहानी सुनाने के क्या कुछ विशेष लाभ हैं?

ज्यादातर बच्चों को सुलाते समय दादी-नानी या माता-पिता कहानी सुनाते हैं। ऐसे समय में बच्चों को कहानी सुनाने के लाभ कुछ इस तरह से हैं:

  • पारिवारिक संबंध मजबूत होना – कहानी सुनाते समय माता-पिता को बच्चों के साथ अधिक समय बिताने का मौका मिलता है। इससे बच्चे और माता-पिता के बीच संबंध मजबूत होता है।
  • मन की शांति – सोने से पहले कहानी सुनाने पर बच्चों के दिमाग को आराम मिलता है और मन शांत होता है, जिससे उन्हें आरामदायक नींद मिल सकती है।
  • प्रेरणा का स्रोत- इस दौरान बच्चों का ध्यान पूरी तरह से कहानी पर होता है। इसलिए, कहानी के बीच आए प्रेरणादायक बातें उनके मन में बैठ जाती हैं और उनके लिए प्रेरणा का काम करती हैं। इसे वो अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उत्साहित रहते हैं।

आर्टिकल में आगे बच्चों को कहानी कैसे सुनाएं, इस संबंध में हम कुछ टिप्स दे रहे हैं।

बच्चों को कहानियां कैसे सुनाएं? अभिभावकों के लिए बच्चों को कहानी सुनाने के टिप्स

बच्चों को कहानी सुनाने के सही तरीके को समझना अभिभावकों के लिए जरूरी होता है, क्योंकि कहानी का प्रभाव बच्चों पर जल्दी पढ़ता है।

  • अगर एक से अधिक बच्चें हैं, तो उन्हें अपने सामने गोलाकार में बैठाकर कहानी सुनाएं, ताकि सभी को कहानी सुनाने वाले से सीधा संबंध महसूस हो सके।
  • बच्चों को कहानी सुनाते समय बीच-बीच में उन्हें यह बताने के लिए उत्साहित करें कि आगे क्या होने वाला है। साथ ही कहानी खत्म होने के बाद उनके चर्चा करें कि कहानी से क्या सीख मिली। साथ ही आप कहानी से जुड़े कुछ सवाल भी उनसे पूछ सकते हैं।
  • कहानी सुनाते समय बीच-बीच में उन्हें कहानी से संबंधित चित्र भी दिखाएं और उनसें अनुमान लगाने वाले सवाल भी करें।
  • अगर आप एक साथ कई बच्चों को कहानी सुना रहे हैं, तो आपकी आवाज इतनी तेज होनी चाहिए कि सभी बच्चों तक आसानी से पहुंच सके।
  • अभिभावक को ध्यान रखना होगा कि कहानी मजेदार होनी चाहिए, ताकि बच्चा उसे सुनता-सुनता बोर न हो जाए।
  • बच्चों के लिए कहानी बहुत छोटी या लंबी नहीं होना चाहिए। कहानी का आकार सामान्य होना चाहिए, ताकि उन्हें कहानी अच्छी लगे।
  • कहानी के बारे में बच्चों को अपना विचार लिखने के लिए कहें, ताकि उनकी बौद्धिक रचनात्मकता में विकास हो सके।

वास्तव में कहानियां बच्चों के बाल मन को नई दिशा देती हैं। साथ ही उनमें समाज के प्रति सकारात्मक सोच पैदा करने की क्षमता देती हैं। इसलिए, अब अगली आप बच्चों को कहानी सुनाएं, तो कहानी के महत्व को जरूर अपने दिमाग में रखें। साथ ही इस लेख में बताए गए, कहानी सुनाने के टिप्स को जरूर फॉलो करें। हम उम्मीद करते है कि यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। इसके अलावा, आप मॉमजंक्शन के कहानी सेक्शन में अपने बच्चे की पसंद की कोई भी कहानी उसे पढ़कर जरूर सुनाएं। साथ ही नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमें बताएं कि आप किस प्रकार की कहानियां पढ़ना या अपने बच्चे को सुनाना चाहते हैं। हम आपकी पसंद के अनुसार नई कहानियां लेकर आएंगे।

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    बच्चों को कहानी सुनाने से क्या लाभ है?

    कहानियों के माध्यम से बच्चे नए नए शब्द सीखते हैं और उन्हें जोड़कर वाक्य बनाना भी सीख जाते हैं। कहानी सुनने के दौरान बच्चे के सामने कई ऐसे शब्द आते हैं, जिन्हें वह आमतौर पर नहीं सुनते हैं। ऐसे में अगर वे कोई नया शब्द सुनते हैं तो उससे जुड़ा सवाल भी पूछते जिससे उनकी याद करने की क्षमता भी बढ़ती है।

    कहानी पढ़ने के क्या लाभ हैं?

    यानी कि कहानियां पढ़ने से जहां तुम्हारा मनोरंजन होता है, वहीं पढ़ने की क्षमता भी बढ़ती है। पढ़ने की आदत की शुरुआत अपनी मनपसंद सामग्री से होती है। लेकिन जब एक बार यह आदत पढ़ जाती है तो फिर तुम्हें पढ़ने में मजा भी आने लगता है।

    बच्चों को कहानी सुनाने के अवसर क्यों देनी चाहिए?

    भाषायी विकास के लिए बच्चों को ऐसे पर्याप्त मौके उपलब्ध नहीं हो पाते हैं जो उन्हें अपनी भाषा में सोचने, विचारने, कल्पना करने और विश्लेषण को बढ़ावा देते हों ।

    कहानी क्यों सुनाई जाती है?

    हिन्दी कहानी का इतिहास १९१० से १९६० के बीच हिन्दी कहानी का विकास जितनी गति के साथ हुआ उतनी गति किसी अन्य साहित्यिक विधा के विकास में नहीं देखी जाती। सन १९०० से १९१५ तक हिन्दी कहानी के विकास का पहला दौर था।