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बच्चों में भूख ना लगने के कारण, लक्षण और उनका आयुर्वेदिक समाधानशेयर करें September 05, 2020 कई बार आवाज़ आने में कुछ क्षण का विलम्ब हो सकता है! "मेरा बच्चा अच्छी तरह से खाना नहीं खता है" यह काफी आम शिकायत है जो आपको हर जगह सुनने को मिल जाएगी। एनोरेक्सिया (Anorexia) एक आम ईटिंग डिसऑर्डर है जिसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। एनोरेक्सिया से पीड़ित व्यक्ति को भूख नहीं लगती है। एनोरेक्सिया में रोगी ज्यादा खाना नहीं खा पाता है और उसे बिना कुछ खाएं-पिएं ही खट्टी डकारें आने लगती है। यह समस्या दिखने में जितनी आसान लगती है, इसका सही समाधान खोजना उतना ही मुश्किल है। कई मामलों में, यह समस्या शारीरिक और मानसिक जटिलताओं के साथ जीवन के लिए खतरा बन सकती है।
बच्चों में भूख न लगने का कारणकुछ बच्चों को आनुवंशिक (genetic) रूप से यह बीमारी होने की संभावना होती है।
(और पढ़ें – दाँत निकलते समय दर्द का घरेलू इलाज) बच्चों में भूख न लगने के लक्षणबच्चों में भूख न लगने के लक्षण इस प्रकार हैं -
मुख्य रूप से वजन घटना, उम्र के हिसाब से वजन ना बढ़ना, अवसाद और पेट में गड़बड़ी आदि ध्यान देने वाले महत्वपूर्ण लक्षण होते हैं। (और पढ़ें - बच्चों की खांसी के घरेलू उपाय) बच्चों की भूख बढाने के उपायबच्चों की भूख लगने की दवा है भारतीय मसालेशारीरिक गतिविधियों से दूर करें बच्चों में भूख की कमीमध्यम शारीरिक गतिविधियों के रूप में आउटडोर खेलों की वजह से शरीर को कैलोरी की जरूरत होती है, जिससे बच्चा ठीक से खाना खाने लगता है। लेकिन अत्यधिक शारीरिक गतिविधि एनोरेक्सिया का एक ज्ञात कारण है। इसलिए ध्यान रखें। एनोरेक्सिया के लिए दूर करे अवसादअगर एनोरेक्सिया के लिए अवसाद या डर एक कारण है, तो आपको बच्चे के व्यवहार पर निगरानी रखने और अवसाद या डर के कारण का पता लगाने के साथ साथ उन्हें घर पर और स्कूलों में एक आरामदायक माहौल देने की जरूरत है। इसमें आपको एक विशेषज्ञ की मदद लेना अत्यधिक आवश्यक है। बच्चों में अवसाद के इलाज के लिए ज़रूरी है की आप उन्हें किसी मनपसंद हॉबी को करने की आदत डालें। (और पढ़ें – जटामांसी का पौधा है अवसाद में उपयोगी) बच्चों में भूख की कमी के लिए खिलायेँ घीभारतीय घरों में, घी (मक्खन) बहुत कम उम्र में बच्चे को खिलाना शुरू कर दिया जाता है। घी न सिर्फ पाचन बेहतर बनाता है, बल्कि यह बच्चे की बुद्धिमत्ता के स्तर, आवाज और त्वचा के रंग में सुधार करता है। यहां तक कि जिन बच्चों को दूध से एलर्जी है वो आसानी से घी का सेवन कर सकते हैं। (और पढ़ें – बच्चे के जन्म के बाद माँ को क्या खाना चाहिए?) बच्चों की भूख बढाने के उपाय करें खाने की अच्छी आदतों सेबच्चों की भूख बढाने के लिए इन उपायों को अपनाएं -
बच्चों में भूख की कमी के लिए घरेलू उपाय1. भोजन के बाद घी के साथ काली मिर्च का सेवन करें। (और पढ़ें – गाय के घी के फायदे और नुकसान) 2. जीरा और हींग को छाछ के साथ मिश्रित कर लें और बच्चे को पीने के लिए दें। आप स्वाद के लिए चीनी भी मिला सकते हैं। 3. अरविन्दासव, बालामृतम जैसी आयुर्वेदिक दवाओं को अपने चिकित्सक की सलाह के आधार पर रोगी को दे सकते हैं। संदर्भ
सम्बंधित लेखबच्चे की भूख बढ़ाने के लिए क्या करें?बच्चों की भूख बढ़ाने के उपाय. जब बच्चा खाना खाए, तो उससे टीवी, मोबाइल और वीडियो गेम दूर रखें।. बच्चे को हर 4 घंटे में कुछ न कुछ हेल्दी खिलाएं।. बच्चे को तरह-तरह का खाना खिलाएं। ... . बच्चे को लंच के 2-3 घंटे बाद स्नैक्स खाने को दें। ... . बच्चों के खाने का एक निश्चित समय तय करें।. बच्चे को अकेला खाना न खिलाएं।. बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा सिरप कौन सा है?Aptivate Syrup बच्चों के लिए 100% आयुर्वेदिक भूख उत्तेजक | Aptivate Syrup स्वाभाविक रूप से प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है - अनानास स्वाद, 450ml)
बच्चों को भूख लगने की दवा कौन सी है?अजवाइन अजवाइन भी बच्चों की भूख बढ़ाने में अरसे से इस्तेमाल होती रही है। ... . अदरक अदरक पाचन में सहायक होता है। ... . तुलसी तुलसी भी खाने को पचाती है और बच्चों की भूख को बढ़ाती है। ... . आंवला आंवला भी पेट को दुरूस्त बनाए रखता है। ... . गाजर गाजर भी भूख जगाती है। ... . छाछ छाछ भी पाचन के लिए फायदेमंद होती है। ... . अन्य उपाय ... . सलाह जरूर लें. |