अनुवांशिकता किसे कहते हैं इसके जनक कौन हैं? - anuvaanshikata kise kahate hain isake janak kaun hain?

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माता-पिता एवं अन्य पूर्वजों के गुण (traits) का सन्तानों में अवतरित होना अनुवांशिकता (Heredity) कहलाती है। जीवविज्ञान में अनुवांशिकता का अध्ययन जेनेटिक्स के अन्तर्गत किया जाता है।या संतति मैं पैतृक लक्षणों के संचरण को आनुवांशिकता कहते हैं।[1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 24 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 जुलाई 2018.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • Stanford Encyclopedia of Philosophy entry on Heredity and Heritability

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श्रेणी:

  • अनुवांशिकता

अनुवांशिकता क्या है तथा इसके जनक कौन है?

ग्रेगर जॉन मेंडल (22 जुलाई, 1822 – 6 जनवरी, 1884) एक जर्मन भाषी ऑस्ट्रियाई औगस्टेनियन पादरी एवं वैज्ञानिक थे। उन्हें आनुवांशिकी का जनक कहा जाता है। उन्होंने मटर के दानों पर प्रयोग कर आनुवांशिकी के नियम निर्धारित किए थे।

अनुवांशिकता क्या है अनुवांशिकता लक्षण किसे कहते हैं?

माता-पिता एवं अन्य पूर्वजों के गुण (traits) का सन्तानों में अवतरित होना अनुवांशिकता (Heredity) कहलाती है। जीवविज्ञान में अनुवांशिकता का अध्ययन जेनेटिक्स के अन्तर्गत किया जाता है। या संतति मैं पैतृक लक्षणों के संचरण को आनुवांशिकता कहते हैं

अनुवांशिकता का दूसरा नाम क्या है?

आनुवांशिकी (Genetics) कहलाता है। आनुवांशिक परिवर्तन मात्र लैंगिक प्रजनन करने वाले जीवों में होता है जबकि अलैंगिक जनन करने वाले जीवों की संततियाँ आनुवांशिकी तौर पर शत प्रतिशत अपने जनक के समान होती है। मनुष्य की कायिक कोशिकाओं (Somatic Cells) में 46 गुणसूत्र होते हैं।

अनुवांशिकता की खोज कब और किसने की?

जॉन ऑफ़ गारलैंड ने 1220 में।