अन्तराण्विक बल से क्या तात्पर्य है? - antaraanvik bal se kya taatpary hai?

पड़ोसी कणों (परमाणु, अणु या ऑयन) के बीच लगने वाले बलों (आकर्षण या प्रतिकर्षण) को अंतराअणुक बल अंतराकर्षण बल (Intermolecular forces) कहते हैं जबकि एक ही अणु के परमाणुओं के बीच लगने वाले बल को अन्तःअणुक बल (Intra-molecular force) कहते हैं। अन्तःअणुक बल की तुलना में अंतराअणुक बल काफी कमजोर होते हैं। उदाहरण के लिये, दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रान शेयर करने वाला सहसंयोजी आबंध (covalent bond) दो पड़ोसी अणुओं के मध्य लगने वाले बल से बहुत अधिक होता है।

कुछ अंतराअणुक बल नीचे दिये गये हैं (बल के बढ़्ते हुए क्रम में):

  • लन्दन डिस्पर्शन बल : (with binding energy between 0.05-40 kJ / mol)
  • डेबी (Debye) का बल : (with binding energy between 2-10 kJ / mol)
  • आयन-प्रेरित द्विध्रुव अन्तःक्रिया : (with binding energy between 3-15 kJ / mol)
  • वान डर वाल्स बल : द्विध्रुव-द्विध्रुव अन्तःक्रिया (with binding energy between 5-25 kJ / mol)
  • हाइड्रोजन आबन्ध : (with binding energy of between 10-40 kJ / mol)
  • हैलोजन आबन्ध (with binding energy between 5-180 kJ / mol)
  • ऑयन-विलायक अन्तःक्रिया : (with binding energy between 40-600 kJ / mol)

हमारे पृथ्वी के आंतरिक बल किसे कहते हैं चलिए देखते हैं अंतर आरवी बल किसे कहते थे कि पदार्थ के अजूबे के मध्य पदार्थ के अणुओं के मध्य लगने वाला बल अंतरा आणविक विक बल कहते हैं ठीक है बच्चों को इतनी बात आपको समझ में आ गई होगी कि जो पदार्थ है थी वह किस से बनता है वह अणु से बनता है ठीक और किससे बनता है परमाणु से बनता तो पदार्थ के बीच पदार्थ के अणुओं के मध्य जो बल लगता है उसको हम बोलते हैं अंतरा आणविक बल तो हमें जब भी यंत्र आईडी कोई पूछे थे तो हमें दिमाग में पहला

पॉइंट आना चाहिए पदार्थ पदार्थ के बाद हमारे दिमाग में क्लिक करना चाहिए ऑडियो ठीक आरोपों के बीच कौन सा बल लग रहा है हमें यह ध्यान रखना चाहिए और वह भी बल लग रहा है कोई ठीक अब हमें फिर ध्यान में आता है उसको क्या बोलते अंतरा आणविक बल इस तरह से हम इसको याद कर लेंगे ठीक बच्चों अंतरा आणविक बल उम्मीद करता हूं समझ में आया होगा धन्यवाद

सब्सक्राइब करे youtube चैनल

(intermolecular forces in hindi) अन्तराण्विक बल , अंतर आणविक बल , अंतरा आणविक बल , अंतरा अणुक बल : प्रत्येक अणु में उपस्थित परमाणु आपस में रासायनिक बंधो के द्वारा जुड़े हुए रहते है , और इन रासायनिक बंधो को तोड़ने के लिए बाह्य ऊर्जा की आश्यकता होती है इस बाह्य ऊर्जा को बंध ऊर्जा कहते है जिसके द्वारा रासायनिक बंध को तोडा जा सकता है।

उदाहरण : जैसा की हम जानते है कि जल में O-H रासायनिक बंध पाया जाता है , इस रासायनिक बन्ध को तोड़ने के लिए औसतन लगभग 463 किलोजूल प्रति मोल बन्ध ऊर्जा की आवश्यकता होती है अर्थात 463 किलो जुल ऊर्जा से लगभग O-H के .023×1023 बंधो को तोडा जा सकता है।

वह बल जो अणुओं को आपस में बांधे रखता है या जोड़े रखता है उन बलों को अंतरा आणविक बल कहते है।

अणुओं के मध्य यह अन्तराण्विक बल आकर्षण या प्रतिकर्षण किसी भी प्रकृति का हो सकता है।

जब दो अणु आपस में एक दुसरे को धकेलते है या एक दुसरे से दूर जाने का प्रयास करते है तो इस प्रकार के बल को प्रतिकर्षण प्रकृति का अंतर आणविक बल कहते है।

तथा जब दो अणु आपस में एक दुसरे को आकर्षित करते है अर्थात एक दुसरे के पास आने के प्रयास करते है तो इस प्रकार के बल को आकर्षण प्रकृति का अंतरा अणुक बल कहते है।

क्या आप जानते है की दो अणुओं के मध्य आकर्षण या प्रतिकर्षण का बल कब कार्य करता है ?

माना आणविक व्यास σ है तथा दो अणुओं के मध्य की दूरी r हो तो आकर्षण या प्रतिकर्षण निम्न शर्तों के आधार पर ज्ञात किया जा सकता है –

1. जब r ≥ 4σ हो तो अणुओं के मध्य न तो आकर्षण बल कार्य करता है और न ही प्रतिकर्षण बल कार्य करता है।

2. जब σ ≥ r ≥ 4σ हो तो अणुओं के मध्य आकर्षण प्रकृति का बल कार्य करता है , जिस अधिकतम दूरी तक दो अणु एक दुसरे को आकर्षित कर सकते है उस दूरी को आणविक परास कहते है।

3. जब r ≥ σ हो तो अणुओं के मध्य प्रतिकर्षण बल कार्य करता है।

अन्तराण्विक बल के प्रकार

अंतरा आणविक बल मुख्यतः दो प्रकार के होते है –

1. ससंजक बल (cohesive force)

2. आसंजक बल (adhesive force)

1. ससंजक बल (cohesive force) : जब अंतरा आण्विक बल एक ही पदार्थ के अलग अलग अणुओं के मध्य लगता है तो इस प्रकार के अंतराआणविक बल को ससंजक बल कहते है , उदाहरण : पानी के अणुओं के मध्य लगने वाला बल।

2. आसंजक बल (adhesive force) : जब अंतराण्विक बल अलग अलग पदार्थो के अणुओं के मध्य कार्यरत आकर्षण बल को आसंजक बल कहते है।

नोट : अन्तराण्विक बल के प्रकार में हाइड्रोजन बन्ध , सहसंयोजक बंध , धात्विक बंधन , मजबूत आयनिक आकर्षण बंध आदि को भी शामिल किया जाता है।