India–Ireland संबंध
भारत और आयरलैण्ड के द्विपक्षीय सम्बन्ध मोटे तौर पर बहुत अच्छे रहे हैं। दोनों ही देश ब्रितानी साम्राज्य के अधीन रहे और दोनों ने स्वतन्त्रता के लिए ब्रिटेन के विरुद्ध संघर्ष किया। इतना ही नहीं, दोनों के स्वतन्त्रता आन्दोलनों में कई समान कड़ियाँ भी रहीं हैं। भारतीय संविधान के कई सारे प्रावधान आयरलैण्ड का संविधान|आयरलैण्ड के संविधान]] से लिए गए हैं। [1][2][3] दोनों के बीच आर्थिक सम्बन्धों में भी परस्पर लाभ के कई क्षेत्र पाए गे हैं। दोनों की सरकारों के बीच नियमित तौर पर आना-जाना होता रहता है। जवाहर लाल नेहरू, इमो दी वलेरा, रवीन्द्र नाथ ठाकुर, डब्ल्यू बी यीट्स, जेम्स जोस (James Joyce), भगिनी निवेदिता, और एनी बेसेंट आदि व्यक्तियों ने भी भारत और आयरलैण्ड के द्विपक्षीय सम्बन्धों को मजबूत किया है। Show सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
आयरलैंड से भारतीय संविधान में क्या लिया गया है?आयरलैंड (Ireland)
भारतीय संविधान में राज्य के नीति निर्देशक तत्व, राष्ट्रपति के निर्वाचक-मंडल की व्यवस्था, राष्ट्रपति द्वारा राज्य सभा में 12 सदस्यों का मनोनयन (साहित्य, कला, विज्ञान तथा सामाजिक सेवा आदि के क्षेत्र से सम्मानित व्यक्ति) जैसे प्रावधान आयरलैंड के संविधान से लिए गए है।
कनाडा से क्या लिया गया है?भारतीय संविधान में अवशिष्ट अधिकार का विचार कनाडा के संविधान से लिया गया है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 248 के अनुसार, संसद के पास कानून बनाने की विशेष शक्ति है जो उन मामलों से संबंधित है जिन्हें समवर्ती सूची और राज्य सूची में शामिल नहीं किया गया है। यह अधिकारों अवशिष्ट अधिकार हैं।
भारतीय संविधान कितने देशों से लिया गया है?भीमराव अंबेडकर ने विश्व के महत्वपूर्ण 60 देशों के संविधानों का अध्ययन कर भारत का संविधान आज ही के दिन 26 नवंबर 1949 को तैयार किया था। जिस पर संविधान सभा के 284 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए।
भारतीय संविधान में ऑस्ट्रेलिया से क्या लिया गया है?ऑस्ट्रेलियाई संविधान
प्रस्तावना की भाषा, समवर्ती सूची का प्रावधान, केंद्र एवं राज्य के बीच संबंध तथा शक्तियों का विभाजन, व्यापार-वाणिज्य और संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को ऑस्ट्रेलिया के संविधान से लेकर भारतीय संविधान में जोड़ा गया है।
|