आदर्श गैस समीकरण pv=rt को सिद्ध कीजिए - aadarsh gais sameekaran pv=rt ko siddh keejie

आदर्श गैस समीकरण टीवी बराबर आरटी को स्थापित कीजिए जहां पी बराबर होता है दोस्तों दाग भी बराबर होता है ता नार बराबर उत्तर सार्वत्रिक गैस नियतांक और की बराबर होता है तब ठीक है एक चीज नहीं दिया गया सामने आया था जो तुम बोलो कि संतुलित समीकरण कि हम विपत्ति करेंगे लेकिन उसके लिए हम यहां पर मानते हैं कि जंक्शन लेकर चलते की एंड = 1 है मतलब एक मॉल के लिए हम लेकर चलते यहां पर लिख दूं क्या एक मॉल के लिए ठीक है अब हम मानते हैं कि कोई आधार से कैसे अब उसका जो दाग है ताप है वह हम इस शीर्षक मतलब प्राथमिक अवस्था पर लेते चलिए मान लेते इसका जो दाग है वह P1 है और आयतन क्या है जीवन है साफ है कि वह ठीक है तो इस तरीके से यहां पर हमने क्या किया जो आप को बढ़ा दिया ठीक है और दाग को बढ़ाकर क्या कर दिया P2 कर दिया ठीक है जिससे आयतन V1 बढ़कर क्या हो गया हम मान लेते भी हो गया है और आपको हमने यहां पर नियत रखा हुआ है तो इस तरीके से ताप

जीवन का जीवन ही रहेगा ठीक है क्यों क्योंकि यह राशि क्या हो गई है तो के चली आ पर दर्शाते क्या इसको यह नियत राशि हो चुकी है अब ठीक है तो उसके पश्चात हम यहां पर लगाएंगे नियम बाय अलका ठीक है बोल सला लगाएंगे तो बैल के नियम के अनुसार क्या हो जाएगा दोस्तों P1 V1 बराबर p2v लिख सकते ठीक है या फिर अगर मैं जो वित्तीय अवस्था पर जो आयतन हैवी उसका मान लिखूं तो क्या लिख सकता हूं किसी समीकरण से बॉयल के समीकरण से P1 V1 मतलब प्रारंभिक अवस्था पर दाग और आयतन का गुणनफल बटे P2 मतलब द्वितीयक अवस्था पर मतलब मैंने क्या किया था बड़ा है तो जो बड़ा हुआ दाग है उसको नीचे ले गया कोई आयतन का माना जाएगा इस तरीके से अब इसके पश्चात क्या करते हैं हम यहां पर दाग को रहने देते हैं ताप को बढ़ाते ठीक है आपको रखते हैं नहीं आती या नीचे एक और सनी बना ले उसी तरीके से दाग था अपितु दाग हो गया था हमने बड़ा था कहां से P1 P2 कर दिया था ठीक है आयतन V1 से भी किया था और तब तक नहीं आता

पाइथन विमान से भी हो चुका था आप है नियत अब इसके पश्चात दूसरे से तीसरे प्रोसेस में हम जाएंगे तो दाग को रखेंगे अब नहीं आती है तो पिंटू का पिंटू ही रहेगा यार लिख देते यह क्या है नियत है इसमें हमने छेड़छाड़ नहीं किया है और V1 आयतन के पहले मैंने तो आपको बड़ा है कि 1 से शुरू कर दिया था आपको ठीक है पहले तब नहीं बनाया था अब बढ़ा दिया और उस से क्या होगा यतन वी से वी टू हो जाता है ठीक है हमने मान लिया अब उसके पश्चात जैसे यहां पर नियम लगा वालों का अब यहां पर चार्ल्स का नियम लगाएंगे तो यह लिख दूं क्या चाल के नियम से क्या लिख सकते हैं v.y.t. 1 बराबर बिट्टू भाई की दो ठीक है चले लिख लेते हैं वीवो Z1 मतलब प्रारंभिक अवस्था या फिर यह तो यह तो प्रारंभिक हो गई है डिटेल हो गई इसके लिए ठीक है तो यह जो शुरुआती अवस्था हैवीवेट at-1 अन पथम ले रहे आयतन और तापमान का अंतिम अवस्था पर जो आयतन और ताप का अनुपातों का उसके बराबर हुआ चलती नियम के अनुसार ठीक है तो यहां से भी कम

निकालें दोस्तों तो क्या लिख सकते हैं v21 बटे कि तू लिख सकते हैं ठीक है अब यह ऊपर जो मैंने लाया था उसको दे दो अगर मैं समीकरण एक और नीचे वाले को दे दूं समीकरण नंबर दो तो मान देख सकते दोनों की कमान है मतलब बीच वाला जो आयतन था पहले क्या किया मैंने पहले दाब बड़ा है उसके पश्चात महीने तक बढ़ाया तो उनके बीच में जो आयतन था वह तभी तो समीकरण एक बराबर समीकरण 2 है तो दोनों पक्षों के दूसरे पक्षों को मैं अगर लिख दूं किस तरीके से जैसे समीकरण एक में देख रहे क्या था P1 V1 बर्थडे फीट ऊपर लिख देते P1 v11 P2 यहां पर क्या किया मैंने यहां पर दर्शा देते एक बराबर दो दोनों समीकरणों को तुलना की है ठीक है यह क्या लिख सकते वी 22182 ठीक अब इसके बाद हम क्या करेंगे दोस्तों यह P2 का मतलब जितने दो वाले टाइम से इसको वहां ले जाएंगे और जितने एक वाले टाइम से उसको यहां नीचे ले आएंगे ठीक है तो चली एकदम से में एक वाले को लिखते दो वाले को दूसरे पर तो P1 V1 और नीचे क्या जाएगा यह P1 ऊपर जो है वह यहां इस पक्ष में आकर नीचे आ जाएगा

ठीक है वैसे यह P2 नीचे था वह उस पक्ष में ऊपर चले गया तो बिट्टू बिट्टू बर्थडे टू यू तो यहां पर हम क्या देख सकते हैं कि प्रारंभिक में जो था अंतिम में जो है वह दोनों कह नियत रखी pb32 है वह नहीं आता ठीक है यही निष्कर्ष निकला इस समीकरण से यहां पर शादी के उसको बीवी बेटी यह हमेशा किसी भी प्रक्रम में ठीक है जैसे कि अगर मैं रखूं यहां पर आपको परिवर्ती और ताप को नियत उसके पश्चात रखता हूं क्या आपको परिवर्तक को परिवर्तित ठीक है और आपको नियत तब दोनों प्रक्रियाओं करके हमने देखे ना क्या की बीवी बटे तीज है वह हमेशा क्या रहा है नियत मान आ रहे हैं ठीक हैं और यह सभी एक मॉल के गैस के लिए था ठीक है अब हम क्या माल लेते हैं यहां पर कि माना कि यह नियतांक कैपिटल आरे सार्वत्रिक गैस नियतांक ठीक है तो यहां पर क्या लिख सकते हैं बीवी बेटी को हम क्या लिख सकते नेत्रदान की जगह लिख देंगे कैपिटल के सर्वोत्तम ने माना हुआ है तो इस तरीके से बराबर क्या

आरती ठीक है और यही हम को ग्रुप करना था यही सिद्ध करना था ठीक है दोस्तों जो दाग और आयतन का गुणनफल होता है वह सार्वत्रिक गैस नियतांक और तापमान का भी गुणनफल के बराबर होता है अगर यह एक मॉल के लिए है तो ठीक है यह यहां पर कंडीशन रहेगा ठीक है ऐसी स्थिति रहेगी अगर मोल अलग दी है तो यहां सामने पर एक और नियत राशि आती है नियत तो नहीं वह संख्या का मारा था ठीक है बोलो की संख्या ठीक तो फिलहाल जो प्रश्न पूछा है उसी का उत्तर हमने अभी यहां पर दे दिया है ठीक है धन्यवाद

आदर्श गैस समीकरण pv=rt को सिद्ध कीजिए - aadarsh gais sameekaran pv=rt ko siddh keejie

किसी गैस का समतापी प्रक्रम : अलग-अलग नियत तापों पर गैस के आयतन और दाब के बीच सम्बन्ध

आदर्श गैस समीकरण, आदर्श गैस के आयतन, दाब एवं ताप के अन्तर्सम्बन्धों को व्यक्त करने वाला समीकरण है। इसे सर्वप्रथम सन १८३४ में बेन्वायट पॉल एमाइल क्लैपिरोन (Benoît Paul Émile Clapeyron) ने प्रकाशित किया था।

आदर्श गैस का समीकरण निम्नवत है:

आदर्श गैस समीकरण pv=rt को सिद्ध कीजिए - aadarsh gais sameekaran pv=rt ko siddh keejie

जहाँ

गैस का (निरपेक्ष) दाब है गैस का आयतन है गैस के मोलों की संख्या है सार्वत्रिक गैस नियतांक (universal gas constant) है, परम ताप (absolute temperature) है।

सार्वत्रिक गैस नियतांक, R, का मान मापन की विभिन्न इकाइयों में नीचे दिया गया है।

8.315472 J·mol−1·K−1
8.314472 m3·Pa·K−1·mol−1
8.314472 kPa·L·mol−1·K−1
0.08205784  L·atm·K−1·mol−1
62.3637 L·mmHg·K−1·mol−1
10.7316 ft3·psi·°R−1·lb-mol−1
53.34 ft·lbf·°R−1·lbm−1 (for air)

ऊष्मागतिकीय प्रक्रमों में आदर्श गैस समीकरण के उपयोग[संपादित करें]

नीचे दी गयी सारणी में भिन्न-भिन्न प्रक्रमों के लिये आदर्श गैस समीकरण के परिवर्तित रूप दिये गये हैं। इससे संख्यात्मक विधियों का प्रयोग करके इस समीकरण को हल करना और उससे उपयोगी सूचना प्राप्त करना अधिक सरल हो जाता है।

प्रक्रिया क्या नियत रहता है ज्ञात अनुपात या डेल्टा p2V2T2
समदाब प्रक्रम दाब

V2/V1

p2 = p1 V2 = V1(V2/V1) T2 = T1(V2/V1)

T2/T1

p2 = p1 V2 = V1(T2/T1) T2 = T1(T2/T1)
समाअयतनी प्रक्रम आयतन

p2/p1

p2 = p1(p2/p1) V2 = V1 T2 = T1(p2/p1)

T2/T1

p2 = p1(T2/T1) V2 = V1 T2 = T1(T2/T1)
समतापी प्रक्रम  तापमान 

p2/p1

p2 = p1(p2/p1) V2 = V1/(p2/p1) T2 = T1

V2/V1

p2 = p1/(V2/V1) V2 = V1(V2/V1) T2 = T1
Isentropic process
(Reversible adiabatic process)

एन्ट्रॉपी[a]

p2/p1

p2 = p1(p2/p1) V2 = V1(p2/p1)(−1/γ) T2 = T1(p2/p1)(γ − 1)/γ

V2/V1

p2 = p1(V2/V1)−γ V2 = V1(V2/V1) T2 = T1(V2/V1)(1 − γ)

T2/T1

p2 = p1(T2/T1)γ/(γ − 1) V2 = V1(T2/T1)1/(1 − γ) T2 = T1(T2/T1)
Polytropic process P Vn

p2/p1

p2 = p1(p2/p1) V2 = V1(p2/p1)(−1/n) T2 = T1(p2/p1)(n − 1)/n

V2/V1

p2 = p1(V2/V1)−n V2 = V1(V2/V1) T2 = T1(V2/V1)(1 − n)

T2/T1

p2 = p1(T2/T1)n/(n − 1) V2 = V1(T2/T1)1/(1 − n) T2 = T1(T2/T1)
Isenthalpic process
(Irreversible adiabatic process)

एन्थैल्पी (Enthalpy)[b]

p2 − p1

p2 = p1 + (p2 − p1) T2 = T1 + μJT(p2 − p1)

T2 − T1

p2 = p1 + (T2 − T1)/μJT T2 = T1 + (T2 − T1)

^ a. In an isentropic process, system entropy (S) is constant. Under these conditions, p1V1γ = p2V2γ, where γ is defined as the heat capacity ratio, which is constant for a calorifically perfect gas. The value used for γ is typically 1.4 for diatomic gases like nitrogen (N2) and oxygen (O2), (and air, which is 99% diatomic). Also γ is typically 1.6 for mono atomic gases like the noble gases helium (He), and argon (Ar). In internal combustion engines γ varies between 1.35 and 1.15, depending on constitution gases and temperature.

^ b. In an isenthalpic process, system enthalpy (H) is constant. In the case of free expansion for an ideal gas, there are no molecular interactions, and the temperature remains constant. For real gasses, the molecules do interact via attraction or repulsion depending on temperature and pressure, and heating or cooling does occur. This is known as the Joule–Thomson effect. For reference, the Joule–Thomson coefficient μJT for air at room temperature and sea level is 0.22 °C/bar.[1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. J. R. Roebuck (1926). "The Joule-Thomson Effect in Air". Proceedings of the National Academy of Sciences of the United States of America. 12 (1): 55–58. PMC 1084398. PMID 16576959. डीओआइ:10.1073/pnas.12.1.55. बिबकोड:1926PNAS...12...55R.

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • आदर्श गैस
  • बॉयल का नियम
  • चार्ल का नियम

PV nRT क्या है सिद्ध कीजिए?

Solution : वह समीकरण जो किसी गैस के निश्चित द्रव्यमान के दाब, आयतन एवं परमताप में सम्बन्ध बताती है, गैस समीकरण कहलाती है। इसे `PV=nRT` से व्यक्त करते है

PV nRT r क्या है?

गैस समीकरण PV= nRT में R क्या है। R का मान लीटर एटमास्फियर प्रति केल्विन प्रति मोल में लिखिए। UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! Step by step solution by experts to help you in doubt clearance & scoring excellent marks in exams.