आंखों में आंसू आने का क्या कारण है? - aankhon mein aansoo aane ka kya kaaran hai?

आंखों में पानी आने का प्रमुख कारण आंसू नलिकाओं की रुकावट माना जाता है। ऐसे में राहत पाने के लिए आप ठंडे या गरम कपड़े से अपनी आंखों को थोड़ा-थोड़ा दबाकर राहत पा सकते हैं। इससे नलिकाओं की रुकावट मानी जाने वाली परत हट जाता है।

कहते हैं जब मन उदास होता है तो आंखों से आंसू आना आम बात है, लेकिन टीवी,फोन, लेपटॉप के इस्तेमाल करने पर अगर आंखों से पानी आए तो ये कमजोरी या आंखों की रोशनी कम होने के कारण भी हो सकता है। अगर आपके आंखों से पानी या आंसू बिना किसी वजह के निकल आते हैं तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस स्थिति में बिना किसी कारण आंखों से आंसू उत्पन्न हो जाते हैं और पूर्ण तौर पर बाहर निकल नहीं पाते हैं।

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चिकित्सकों के अनुसार आँसू की मदद से आँख की सतह नम रहती हैं, लेकिन हर वक्त आंखों से पानी आने से कुछ साफ़-साफ़ दिखाई भी नहीं देता है, इसके अलावा ये अन्य तरह की समस्याओं को बुलावा देने का काम कर सकती हैं। इसलिए बेहतर है कि आप इसका इलाज जल्द से जल्द कर लें। इस तरह की समस्या का इलाज घरेलू उपायों से भी किया जा सकता है। आज हम आपको इन्हीं घरेलू उपायों और इससे बचने के उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, आइए जानते हैं...

ठंडे या गरम कपड़े से दबाना

आंखों में पानी आने का प्रमुख कारण आंसू नलिकाओं की रुकावट माना जाता है। ऐसे में राहत पाने के लिए आप ठंडे या गरम कपड़े से अपनी आंखों को थोड़ा-थोड़ा दबाकर राहत पा सकते हैं। इससे नलिकाओं की रुकावट मानी जाने वाली परत हट जाता है। साथ ही जहरीले पदार्थ भी आंखों से बाहर निकाल जाते हैं और आंख की जलन भी ठीक हो जाता है।

टी बैग

आंखों से पानी निकलने की समस्या के लिए हर्बल टी बैग भी एक अच्छा उपाय है। इसके लिए आपको टी बैग को थोड़ी देर के लिए गर्म पानी में रखना होगा। इसके बाद इसे अपने आंखों पर रखकर सिकाई करें। ध्यान रहे टी बैग या पानी ज्यादा गर्म न हों। इससे आपको काफी जल्दी आराम मिल सकेगा। 

नमक और पानी का घोल

कई बार आंखों से ज्यादा पानी आने पर खुजली या जलन की समस्या होने लगती है। इससे आराम पाने के लिए नमक और पानी का घोल काफी अच्छा उपाय माना जाता है। नमक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो आंखों से जहरीले बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मददगार साबित होते हैं। इस तरह तीन दिन तक लगातर करें, आप दिन में 4 से 5 बार ऐसा कर सकते हैं।

बेकिंग सोडा

आंखों से पानी आने की समस्या के लिए बेंकिग सोडा भी एक अच्छा विकल्प है। इसके लिए एक बर्तन में पानी गर्म कर लें और फिर इसमें एक चम्मच बेकिंग सोडा डालकर मिला लें। इस मिश्राण को असानी से आप अपने घर में बना सकते हैं। अब इस बने हुए मिश्रण से अपनी आंखों को 2 से 3 बार धोएं। 

यदि कोई धूल मिट्टी चली गई हो

अगर आपको लगता है कि आंखों में कुछ धूल-मिट्टी चली गई है, इस वजह से पानी आ रहा है तो ऐसे में आप गीले कपड़े की मदद से इसे साफ कर सकते हैं। ध्यान रहें आंखों से आने वाले पानी या आंसुओं को कपड़े से ही साफ करना सही रहता है। 

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आँखों में पानी आने की समस्या से बचने के उपाय

- आंखों की अच्छी सेहत के लिए संतुलित आहार लें,

- अपनी आंखों को धूप और जलन से बचाएं,

- आंख में खुजली होने पर आंखों को बार बार न छुएं,

- धूल-मिट्टी के बजाव के लिए आंखों पर चश्मा लगाएं,

- एलर्जी वाले पदार्थों के वातावरण में जाने से सावधानी बरतें या बचें,

- आंखों का मेकअप प्रोडक्ट्स किसी के साथ शेयर न करें।

- आंखों से कुछ ज्यादा ही पानी आने पर डॉक्टर से संपर्क करें।

आंखों की सेहत के लिए आहार

अगर आप सेहतमंद आंखे चाहते हैं तो इसके लिए पत्तेदार और हरी सब्जियां, ताजे फल, मछली, सूखे मेवे और अखरोट को अपनी डायट में शामिल जरूर करें। मछली और अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है। इसके सेवन से ड्राई मैकुलर की बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा आप सब्जियों में ब्रोक्कोली, गोभी, पालक, मटर को शामिल कर सकते हैं, इनमें एंटीऑक्सीडेंट के साथ ल्यूटीन मौजूद होता है। इनके सेवन से हर तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है।

- सिमरन सिंह

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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आंखों में आंसू आने का क्या कारण है? - aankhon mein aansoo aane ka kya kaaran hai?

नई दिल्ली. आंसू शरीर में कई महत्वपूर्ण भूमिका (vital role) निभाते हैं. वे आपकी आंखों में जरूरी नमी बनाए रखते हैं और पार्टिकल्स-धूल को धोने में मदद करते हैं. आंसू इम्यून सिस्टम (immune system) का भी एक हिस्सा हैं जो आपको संक्रमण से बचाते हैं. आंसू पलकों की त्वचा (eyelid skin) के नीचे की ग्रंथियों में बनते हैं, जिनमें पानी और नमक होता है. जब आप पलक झपकाते हैं तो आंसू आंख में फैल जाते हैं, जिससे आंखों में नमी बनी रहती है. अन्य ग्रंथियां तेल का उत्पादन करती हैं जो आंसू को बहुत तेजी से वाष्पित होने या आपकी आंखों से बाहर निकलने से रोकती हैं.

आंसू आमतौर पर आंसू नलिकाओं के माध्यम से निकलते हैं और फिर वाष्पित हो जाते हैं. लेकिन जब किसी को बहुत अधिक आंसू निकलते हैं तो वे आंसू नलिकाओं को दबा देते हैं और आंखों में अधिक पानी आने का कारण बनते हैं. आंखों में पानी आना, जिसे एपिफोरा या टियरिंग (Epiphora or tearing) के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लगातार आंखों में से आंसू या पानी आता रहता है. पानी आने पर अगर कोई आंख को जोर से रगड़ता है तो उसकी आंख लाल भी हो जाती है.

अधिकांश मामलों में आंखों से पानी आना बिना इलाज के बंद हो जाता है, लेकिन कभी-कभी ऐसी स्थिति भी होती हैं जिनके कारण लगातार आंखों से पानी आता रहता है. यह काफी कॉमन समस्या है. अगर आपके आंखों से लंबे समय से पानी आ रहा है और आंखें लाल हो रही हैं तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए. लगातार आंखों में आंसू आने के कुछ कारण हो सकते हैं. तो आइए उन कारणों के बारे में भी जान लीजिए जो आंखों में अधिक पानी या आंसू आने का कारण बनते है.

1.सूखी आंखें (Dry Eyes)
अगर किसी की आंख में पर्याप्त आंसू नहीं बन रहे हैं तो आंख जल्दी सूख जाती है. ऐसे में आंख में पानी, तेल का सही बैलेंस नहीं बन पाता. हवा से लेकर मेडिकल कंडीशन तक इस स्थिति का कारण हो सकता है. इसलिए कभी-कभी आंख अचानक से अधिक पानी निकालकर आंख सूखने का संकेत देती है.

2. पिंकआई (Pinkeye/Conjunctivitis)
बच्चों और वयस्कों दोनों की आंखों में पानी आने का यह एक सामान्य कारण है. इस स्थिति में आंख गुलाबी या लाल हो सकती हैं और उनमें खुजली-चुभन भी महसूस हो सकती है. बैक्टीरिया या वायरस से संक्रमण पिंकआई का सबसे अहम कारण है. वायरल संक्रमण के लिए उपचार की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन इसके लिए एंटीबायोटिक आई ड्रॉप की आवश्यकता हो सकती है.

3. एलर्जी (Allergie)
पानी भरी हुई, खुजली वाली आंखें अक्सर खांसी, बहती नाक और अन्य एलर्जी के लक्षणों के साथ आती हैं. लेकिन किसी कारण से आंखों की एलर्जी होना भी काफी आम बात है. इसलिए आंखों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें.

4. ब्लॉक आंसू वाहिनी (Blocked Tear Duct)
आंसू आंख के ऊपर की आंसू ग्रंथियों से बाहर निकलते हैं. ग्रंथियों से निकलने के बाद आंसू पुतली की सतह पर फैलते हैं और कोने में बनी नलिकाओं में चले जाते हैं. अगर ये नलिकाएं बंद हो जाती हैं तो आंसू बनते तो हैं लेकिन बाहर नहीं निकल पाते. बहुत सी चीजें समस्या का कारण बन सकती हैं जैसे संक्रमण, चोट, यहां तक ​​कि बुढ़ापा भी.

5. पलकों की समस्या (Blocked Tear Duct)
हमारी पलकें विंडशील्ड वाइपर की तरह काम करती हैं. जब हम पलक झपकाते हैं तो वे आंखों में आंसू फैलाती हैं और जो अतिरिक्त नमी को बहा देती हैं. लेकिन कभी-कभी वे ठीक से काम नहीं कर पातीं. पलकें अगर अंदर की तरफ झुक जाती हैं तो उनके कारण आंंख की पुतली में रगड़ आने लगती है, जिसे एन्ट्रोपियन कहा जाता है. इसके कारण आंखों से पानी आने लगता है. यदि आपकी पलकें अंदर की ओर झुकी हुई हैं, तो इसके लिए सर्जरी की जरूरत हो सकती है.

6. आंख पर खरोंच
गंदगी, धूल और कॉन्टैक्ट लेंस से पुतली और कॉर्निया में खरोंच लग सकती है. यदि ऐसा होता है तो आंखों में से पानी आने लगता है क्योंकि यह काफी संवेदनशील हिस्सा होता है. हालांकि, ये खरोंच आमतौर पर 1 या 2 दिनों में ठीक हो जाती है. अगर आपको कॉर्नियल खरोंच हो तो डॉक्टर को दिखना महत्वपूर्ण हो जाता है.

7. आईलैशेस की समस्या (Eyelash Problems)
जिस तरह भौहों के बाल गलत दिशा में बढ़ते हैं, उसी तरह कभी-कभी आईलैशेस भी गलत दिशा में बढ़ सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो वे आंखों में रगड़ का कारण बनते हैं और उनसे आंसू आने लगते हैं.

8. ब्लेफेराइटिस (Blepharitis)
यह स्थिति आपकी पलकों में सूजन का कारण बनती है. इस स्थिति में आँखों में चुभन होती है, पानी आता है, आंखें लाल होती हैं, पपड़ी बनने लगती है. इसका कारण एलर्जी और संक्रमण हो सकता है.

9. अन्य कारण (Other Benefits)
बेल्स पाल्सी, सोजोग्रेन सिंड्रोम, क्रोनिक साइनस इन्फेक्शन, थायरॉइड की समस्या और रुमेटीइड आर्थराइटिस जैसी कई मेडिकल कंडीशन के कारण आंख में से पानी आ सकता है. अगर आपकी आंखों में से बार-बार पानी आता है तो डॉक्टर से मिलें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसकी पुष्टि नहीं करते है.)

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आंखों में पानी आना कैसे बंद करें?

आंखों में पानी आने की परेशानी को कच्चे आलू द्वारा भी कम किया जा सकता है। कच्चे आलू में एस्ट्रिंजेंट होता है, जिससे आंखों में पानी आने की समस्‍या से जल्‍दी राहत मिल सकती है। इस उपाय को करने के लिए आलू की पतली-पतली स्लाइस काटकर कुछ देर फ्रिज में रख दें। इसके बाद इन ठँडी स्लाइस को 15-20 मिनट के लिए अपनी आंखों पर रख लें।

आंखों में पानी आना कौन सी बीमारी है?

आंख से पानी आने का कारण कंजक्टिवाइटिस (आंख आना) की समस्या हो सकती है। ये परेशानी एक आंख से शुरू होकर दोनों आंखों में हो सकती है। ये समस्या दो तरह की होती है एक एलर्जी और दूसरा वायरल। अगर एलर्जी है तो इसके लिए ड्रॉप्स और ठंडी सिकाई बेहतर रहेगी।

आंख से पानी निकलने का कारण क्या है?

कंजक्टिवाइटिस के लक्षण अक्सर एक आंख से शुरू होते हैं, लेकिन स्थिति बढ़ जाए , तो ये दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है। इस समस्या का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि आपको यह समस्या एलर्जी से है या वायरल के कारण। यदि कंजक्टिवाइटिस एलर्जी से शुरू होता है, तो एंटीहिस्टामाइन ड्रॉप्स और ठंडा सेक इसका बेहतर इलाज है।

आंख से आंसू गिरने का मतलब क्या होता है?

वैसे तकनीकी रूप से आंसू आंख में होने वाली दिक्कत का सूचक है. ये आँख को शुष्क होने से बचाता है और उसे साफ और कीटाणु रहित रखने में मदद करता है. ये आंख की अश्रु नलिकाओं से निकलने वाला तरल पदार्थ है जो पानी और नमक के मिश्रण से बना होता है. लेकिन भावुक होने पर आने वाले आंसू अब भी अबूझ हैं?