आहार कितने प्रकार के होते हैं उनके नाम - aahaar kitane prakaar ke hote hain unake naam

विषयसूची

  • 1 आहार कितने प्रकार के होते हैं?
  • 2 उपवास रखने वाला क्या कहलाता है?
  • 3 व्रत और उपवास में क्या फर्क है?
  • 4 व्रत को क्या बोलते हैं?

आहार कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकें(1) प्रोटीन, (2) काबोहाइड्रेड, (3) स्नेह या वसा, (4) खनिज पदार्थ, (5) विटामिन और (6) जल।

उपवास रखने वाला क्या कहलाता है?

इसे सुनेंरोकेंआजकल राजनीतिक उपवास भी किए जाते हैं जिन्हें “अनशन” कहते हैं। इनका उद्देश्य सरकार की दृष्टि को आकर्षित करना और उससे वह कार्य करवाना होता है जिसके लिए उपवास किया जाता है। कभी-कभी भोजन न मिलने पर विवश होकर भी उपवास करना पड़ता है। इन सब प्रकार के उपवासों का शरीर पर समान प्रभाव पड़ता है।

भोजन के मुख्य स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: हमारे भोजन के मुख्य पोषक तत्त्वों के नाम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन तथा खनिज-लवण हैं। इनके अतिरिक्त भोजन में आहारी रेशे तथा जल भी होता है। – प्रोटीन तथा खनिज-लवण की आवश्यकता हमारे शरीर की वृद्धि तथा अनुरक्षण के लिए होती है।

राजसिक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंराजसिक स्वभाव के लोग ऊर्जा से भरे होते हैं, ये दूसरों को नियंत्रण में रखने और उनपर हावी होने की कोशिश करते हैं । राजसिक स्वभाव के लोग कभी भी अपने पद और संपत्ति से संतुष्ट नहीं होते हैं- ये लोग और ज्यादा पाने और जो है उसका दिखावा करने की तलाश में रहते हैं । …

व्रत और उपवास में क्या फर्क है?

इसे सुनेंरोकेंव्रत और उपवास में अंतर वास्तव में व्रत और उपवास दोनों एक ही हैं। संस्कृत में ‘उप’ मायने समीप और ‘वास’ का अर्थ बैठना यानि परमात्मा का ध्यान लगाना, उनकी जप-स्तुति करना है। इनमें एक अंतर और भी है कि व्रत में भोजन किया जाता है और उपवास में निराहार रहना पड़ता है।

व्रत को क्या बोलते हैं?

इसे सुनेंरोकेंभक्षण । खाना । 2. किसी पुराय तिथि का अथवा पुण्य की प्राप्ति के विचार से नियमपूर्वक उपवास करना ।

भोजन के मुख्य कार्य क्या है?

इसे सुनेंरोकेंशरीक्रियात्मक कार्य : भोजन के शरीरक्रियात्मक कार्य हैं – ऊर्जा प्रदान करना, शारीरिक वृद्धि में सहायता करना, शरीर का बीमारियों से बचाव करना और शरीर की क्रियाओं को सुचारू रूप से चलाना।

हमारे जीवन में संतुलित आहार का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंस्वस्थ भोजन ऊर्जा बढ़ाता है, आपके शरीर के कार्यों के तरीके में सुधार करता है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और वजन बढ़ने से रोकता है। अन्य भी प्रमुख लाभ हैं। संतुलित आहार आपकी पोषण संबंधी आवश्यकता को पूरा करता है। एक विविध, संतुलित आहार पोषक तत्वों की कमी से बचने के लिए आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।

आहार – आज के युग में सभी प्रकार के भोजन में मिलावट की चीजें आ गई हैं। जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है जिस प्रकार मानव जीवन हवा पर निर्भर करता है। उसी प्रकार भोजन भी मनुष्य को जीवित रखने के लिए जरूरी है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आहार के कितने प्रकार होते हैं और संतुलित भोजन क्या है।

आहार कितने प्रकार के होते हैं उनके नाम - aahaar kitane prakaar ke hote hain unake naam

आहार के प्रकार

  1. सात्विक
  2. राजसिक
  3. तामसिक

सात्विक : सात्विक भोजन शरीर मन दोनों को ही स्वस्थ रखने के लिए होता है। यह भोजन अध्यात्मिक मानसिक एवं शारीरिक रोगों से दूर रखने में आपकी मदद करता है और आपको एक अच्छा स्वस्थ जीवन जीने में सहायता करता है।

ताजा पका हुआ भोजन, जल्दी पचने वाला, सादा, एवं पोषक प्रदान करने वाले भोजन को सात्विक भोजन माना गया है।

राजसिक: राजसिक भोजन शारीरिक एवं मानसिक रूप के स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए बहुत ही जरूरी है। राजसिक भोजन में कई प्रकार के पदार्थ आते हैं जिसमें हम आपको कुछ गिने-चुने पदार्थों के नाम बता रहे हैं। जैसे कि दही,  मूली,  नींबू,  गर्म मसाले,  सभी प्रकार की दाल, खट्टा, नमकीन,  सभी प्रकार के बनने वाली पूड़ी आदि ।

तामसिक: जो व्यक्ति अपने शरीर को मजबूत और शक्तिशाली बनाने की चाह वाहन है उन्हें तामसिक भोजन का प्रयोग करना चाहिए|मांस मछली अंडे शराब लहसुन प्याज पिज्जा बर्गर ब्रेड दलिया दूध से बने पदार्थ जैसे पनीर दही घी जैसी चीजों को तामसिक भोजन की श्रेणी में रखा गया है।

संतुलित भोजन

संतुलित भोजन मानव जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है। भोजन हेतु ही मानव कई पर तरह के कष्ट सहता है, अथवा यह कहा जा सकता है,  कि जीवन की अनेक व्यवस्थाएं भोजन प्राप्ति हेतु ही है भोजन प्राप्ति हेतु है। मानव दो वक्त की रोटी सही से खा सकें इसीलिए वह अपनी समझ, ताकत को पैसा कमाने के लिए लगाता है।

संतुलित भोजन वह भोजन है जिसमें आवश्यक तत्व उचित मात्रा में शामिल हो जैसे कि प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, चर्बी,  खनिज लवण, पानी,  विटामिन आदि।

दोस्तों यह कुछ जानकारी थी आहार एवं संतुलित भोजन के बारे मे आशा करता हु आपको पोस्ट पसंद आया होगा और भी बोहोत सारी जानकारी के लिए हमसे जुड़े रहिये

आहार कितने प्रकार का होता है नाम लिखो?

हमारे भोजन के मुख्य पोषक तत्त्वों के नाम कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, विटामिन तथा खनिज लवण हैं। इनके अतिरिक्त भोजन में आहारी रेशे तथा जल भी होता है।

आहार के दो प्रकार कौन से हैं?

रासायनिक संरचना के अनुसार कार्बोहाइड्रेट,वसा,प्रोटीन,विटामिन तथा खनिज लवण भोजन के प्रमुख तत्व हैं। डेयरी पशु शाकाहारी होते हैं अत: ये सभी तत्व उन्हें पेड़ पौधों से, हरे चारे या सूखे चारे अथवा दाने से प्राप्त होते हैं। कार्बोहाइड्रेट मुख्यत: शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसकी मात्रा पशुओं के चारे में सबसे अधिक होती है।

योग में आहार कितने प्रकार के होते हैं?

योगिक अवधारणा के अनुसार, भोजन के तीन मूल प्रकार होते हैं रजस, तमस और सात्विक। मांस, मसालेदार खाद्य पदार्थ, और कैफीन, अनुकरणीय या राजसिक के प्रतीत होते हैं

आहार क्या है समझाइये?

दरअसल संतुलित आहार वह आहार है जिसमें सभी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज-लवण और जल शारीरिक जरूरत के हिसाब से उचित मात्रा में मौजूद हो। संतुलित आहार न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि लंबी उम्र भी प्रदान करता है।