21 क्या कारण है कि गैसों को संपीडित किया जा सकता है किंतु द्रव को नहीं ?`? - 21 kya kaaran hai ki gaison ko sampeedit kiya ja sakata hai kintu drav ko nahin ?`?

विषयसूची

  • 1 क्या कारण है कि गैसों को संपीड़ित किया जा सकता है किंतु द्रव को नहीं?
  • 2 ठोस पदार्थ में कौन सा गुण नहीं होता है?
  • 3 गैस जवाब क्यों डालती है?
  • 4 गैस के द्रव में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
  • 5 कौन सा गुण क्रिस्टलीय ठोसों का नहीं है?
  • 6 11 गैस का दाब क्या होगा यदि संघटन प्रत्यास्थ नहीं होते?`?
  • 7 द्रव्य अवस्था क्या है?

क्या कारण है कि गैसों को संपीड़ित किया जा सकता है किंतु द्रव को नहीं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: गैस का घनत्व कम होता है इसी कारण गैसों को संपीडित किया जा सकता है। इसके विपरीत ठोस तथा द्रव में घनत्व गैसो के अपेक्षाकृत अधिक होता है। किन्तु संपीडन कम होता है इसलिए द्रव को संपीडित नहीं किया जा सकता है ।

किसी पदार्थ को ठोस से सीधे गैस में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउर्ध्वपातन (sublimation) एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ अपनी ठोस अवस्था से सीधे गैस मे परिवर्तित हो जाता है । इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पदार्थ की अवस्था किसी मध्यवर्ती द्रव अवस्था मे परिवर्तित नहीं होती है।

ठोस पदार्थ में कौन सा गुण नहीं होता है?

अक्रिस्टलीय ठोस

  • इनके क्रिस्टल जालक में घटक कणों की व्यवस्था निश्चित व नियमित नहीं होती
  • इन ठोसो लघु परास व्यवस्था पाई जाती है
  • इनका गलनांक अनिश्चित होता है यह एक निश्चित ताप पर द्रव अवस्था में नहीं बदलते तथा ताप बढ़ाने पर धर्म होते जाते हैं क्योंकि इनके घटक कणों की व्यवस्था निश्चित वाह निर्मित नहीं होती

1 निम्नलिखित में से कौन सा गैसों के द्रवीकरण के लिए उपयुक्त स्थिति का प्रतिनिधित्व करता है?

इसे सुनेंरोकेंठंड़ एवं दाब के समकालीन प्रयोग से सल्फर डाइआक्साइ, क्लोरीन तथा हाइड्रोजन-क्लोराइड गैसों का द्रवण करने में सफल हुआ।

गैस जवाब क्यों डालती है?

इसे सुनेंरोकेंहम जानते हैं कि प्रति इकाई क्षेत्र पर बल को दबाव कहा जाता है। इसका अर्थ है गैस दबाव डालती है। करता है। तापमान पर गैस के अणु की गति अधिक होती है।

ऊर्ध्वपातन विधि क्या है?

इसे सुनेंरोकेंरसायन विज्ञान में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे ठोसों के मिश्रण को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। ऐसे ठोसों के मिश्रण को गर्म करने पर ऊर्ध्वपातन ठोस सीधे भाप अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस भाप को अलग ठंडा कर लिया जाता है। इस प्रकार दोनों ठोस पृथक्‌ हो जाते हैं।

गैस के द्रव में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकिसी गैस को द्रव अवस्था में लाने को गैसों का द्रवण (Liquefaction of gases) कहते हैं। इसमें कई प्रक्र्मों और कलाओं से होकर गुजरना पड़ता है। इसका उपयोग वैज्ञानिक, औद्योगिक एवं व्यापारिक (वाणिज्यिक) उद्देश्यों के लिये होता है। बहुत सी गैसों को केवल ठण्डा करके सामान्य वायुमण्डलीय दाब पर ही द्रव में बदला जा सकता है।

तापमान बढ़ जाने पर पदार्थ के कणों की गति पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

इसे सुनेंरोकेंताप बढ़ने से कणों की गतिज ऊर्जा बढ़ती है तथा कणों की गतिशीलता भी बढ़ती है। 3. पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं- द्रव्य के अणुओं के बीच परस्पर आकर्षण एवं प्रतिकर्षण बल होता है। आकर्षण बल का अन्तरा- अणुक आकर्षण या संसंजक बल कहते हैं।

कौन सा गुण क्रिस्टलीय ठोसों का नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंसमदैशिक नहीं है, वास्तव में यह असमदैशिक समझे जाते हैं।

कौन सी धातु ठोस अवस्था में नहीं पाई जाती है?

इसे सुनेंरोकेंधातु प्राय: ठोस होते हैं। अपवाद पारा द्रव अवस्था में पाया जाता है। 2. धातु कठोर होते हैं।

11 गैस का दाब क्या होगा यदि संघटन प्रत्यास्थ नहीं होते?`?

इसे सुनेंरोकेंयदि टक्कर लोचदार नहीं होगी तो प्रत्येक टक्कर के दौरान ऊर्जा की हानि होगी। नतीजतन, अणुओं की गति कम हो जाती है, और जिसके कारण ये अणु बर्तन में बस जाते हैं। एक बंद गैस का दबाव गैस के कणों की संख्या, कंटेनर के आयतन और गैस के तापमान पर निर्भर करता है। एक कंटेनर में गैस के कणों की संख्या बढ़ने से दबाव बढ़ जाएगा।

11 गैस के दाब से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंस्पष्टीकरण: गैस का दबाव तब होता है जब गैस के कण उनके कंटेनर की दीवारों से टकराते हैं। जितनी बार कण दीवारों से टकराते हैं, और जब वे ऐसा करते हैं तो वे जितनी तेज़ी से आगे बढ़ रहे होते हैं, दबाव उतना ही अधिक होता है।

द्रव्य अवस्था क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी विशिष्ट तापमान और दबाव के लिए द्रव्य किसी विशेष अवस्था में रहता है और मोटेतौर पर उसे ठोस, द्रव और गैस नाम दिया जाता है। अत: यदि आप ठोस से शुरुआत करें और दबाव को स्थिर रखकर तापमान को धीरे-धीरे बढ़ाते जाएँ, तो ठोस पिघल कर द्रव बन जाता है, और उसके बाद उबलकर गैस में परिवर्तित हो जाता है।

21 क्या कारण है कि गैसों को संपीड़ित किया जा सकता है किंतु द्रव को नहीं?

Answer: गैस का घनत्व कम होता है इसी कारण गैसों को संपीडित किया जा सकता है। इसके विपरीत ठोस तथा द्रव में घनत्व गैसो के अपेक्षाकृत अधिक होता है। किन्तु संपीडन कम होता है इसलिए द्रव को संपीडित नहीं किया जा सकता है ।

गैसों का संपीड़न संभव है जबकि द्रवों का नहीं ऐसा क्यों होता है?

Solution : गैसों के अणुओं के बीच की दूरी, द्रवों के अणुओं के बीच की दूरी की अपेक्षाबहुत अधिक होती है। इसलिए गैसों के अणुओं के बीच अंतराणविक बल दुर्बल (क्षीण) होता है। इसीलिए गैसों का संपीडन संभव है जबकि द्रवों का नहीं

गैसों को द्रवित कैसे किया जा सकता है?

किसी गैस को द्रव अवस्था में लाने को गैसों का द्रवण (Liquefaction of gases) कहते हैं। इसमें कई प्रक्र्मों और कलाओं से होकर गुजरना पड़ता है। इसका उपयोग वैज्ञानिक, औद्योगिक एवं व्यापारिक (वाणिज्यिक) उद्देश्यों के लिये होता है। बहुत सी गैसों को केवल ठण्डा करके सामान्य वायुमण्डलीय दाब पर ही द्रव में बदला जा सकता है।

क्या होता है जब गैस को ठंडा किया जाता है?

जब स्थिर दबाव में गैस को ठंडा किया जाता है, तो तापमान और आयतन दोनों में कमी आती है। बॉयल, चार्ल्स, और गे लुसाक के नियम आयतन, दबाव और तापमान के संबंध में तरल पदार्थों के मूल व्यवहार का वर्णन करते हैं। यह बताता है कि स्थिर आयतन में, गैस की निश्चित मात्रा का दबाव सीधे तापमान के साथ बदलता रहता है।