इस वीडियो में पंडित शैलेंद्र पांडेय 11 मार्च 2022 का पंचांग बता रहे हैं. पंचांग के अनुसार आज 11 मार्च 2022, शुक्रवार के दिन फाल्गुन शुक्ल नवमी तिथि है. दोपहर 02.36 तक मृगशिरा नक्षत्र है. मिथुन राशि में चन्द्रमा है. प्रातः 10.30 से 12.00 तक राहुकाल है. आज के दिन पश्चिम दिशा जाना दिशाशूल है. Show
In this video Astrologer Shailendra Pandey tells Panchang of March 11, 2022, Friday. Watch this full video to know Rahu Kaal and Disha Shool. Aaj Ka Panchang: जानिए 11 मार्च 2022 दिन शुक्रवार का पंचांग और शुभ मुहूर्तPanchang 11 March 2022 Friday: 11 मार्च 2022, दिन- शुक्रवार, फाल्गुन मास, शुक्ल पक्ष, नवमी तिथि, मृगशिरा नक्षत्र 14.36 बजे तक फिर आर्द्रा नक्षत्र की शुरुआत होगी. चंद्रमा मिथुन राशि में और भगवान सूर्य कुंभ राशि में विराजमान हैं. अभिजित मुहूर्त का समय होगा 14.30 से 15.17 बजे तक. इस दौरान आप कोई भी महत्वपूर्ण या कोई शुभ काम करना चाहें तो कर सकते हैं. राहुकाल का समय होगा 11.02 से 12.31 बजे तक. राहुकाल में माना जाता है कि महत्वपूर्ण या शुभ काम करने से बचना चाहिए. दिशा शूल रहेगा पश्चिम. इसलिए पश्चिम दिशा की यात्रा करने से बचें. आजतक के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट और सभी खबरें डाउनलोड करें Aaj Ka Panchang: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन शुक्ल नवमी दिन है. सूर्य कुंभ और चन्द्रमा मिथुन राशि में संचरण करेंगे.X पंचांग 11 मार्च 2022 , शनिवार
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन शुक्ल नवमी दिन है. सूर्य कुंभ और चन्द्रमा मिथुन राशि में संचरण करेंगे. आज का पंचांग फाल्गुन शुक्ल पक्ष नवमी शुक्ल पक्ष नवमी [ वृद्धि तिथि ] - Mar 11 05:34 AM – Mar 12 08:07 AM नक्षत्र: म्रृगशीर्षा आज का दिशाशूल: पश्चिम दिशा. आज का राहुकाल: 11:08 AM – 12:37 PM सूर्य और चंद्रमा का समय
शुभ काल
योग
आजतक के नए ऐप से अपने फोन पर पाएं रियल टाइम अलर्ट और सभी खबरें डाउनलोड करें m salahuddin | भाषा | Updated: Mar 11, 2020, 7:55 AM देश-दुनिया के इतिहास में 11 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है...1881: कलकत्ता टाउन हाल में रामनाथ टैगोर की प्रतिमा लगाई गई। यह पहला मौका था जब किसी भारतीय की प्रतिमा को सार्वजनिक स्थल पर स्थापित किया गया। 1948: देश के प्रथम पोत जल ऊषा का विशाखापत्तनम से जलावतरण। इसे उस समय की तमाम उपलब्ध आधुनिक प्रणालियों से लैस किया गया था। 1985: कोंस्तान्तिन चेरेंकों की मौत के बाद मिखाइल गोर्बाच्योफ को सोवियत संघ का सर्वोच्च नेता चुना गया। 1990: संसद में मतदान के बाद लिथुआनिया ने खुद को सोवियत संघ से स्वतंत्र घोषित किया। ऐसा करने वाला वह पहला सोवियत गणराज्य था। 1996: ईरान ने सैटेनिक वर्सेज किताब के लेखक सलमान रुश्दी के ख़िलाफ़ जारी किया गया फ़तवा वापस ले लिया। 2004: स्पेन में तीन रेलवे स्टेशनों पर हुए बम विस्फोटों में 190 लोगों की मौत, 1200 अन्य घायल। 2008: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने यान एंडेवर को अपने अंतरिक्ष स्टेशन की ओर रवाना किया। 2011: भारत ने 350 किलोमीटर दूर तक का निशाना साधने वाले प्रक्षेपास्त्र 'धनुष' और 'पृथ्वी' का सफल परीक्षण किया। 2011: जापान में प्रशांत तट पर तोहोकू के पास समुद्र में रिक्टर पैमाने पर 9 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद सुनामी ने भयंकर तबाही बचाई और 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत के साथ ही भारी नुकसान हुआ। यह जापान के इतिहास का अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Web Title : Hindi News from Navbharat Times, TIL Network 11 मार्च को क्या हुआ था?11 March Ka Itihas (11 March की ऐतिहासिक घटनाये)
1851 – जियुसेप वर्डी द्वारा आरगोलेटो का पहला प्रदर्शन वेनिस में हुआ था. 1861 – अमेरिकी नागरिक युद्ध: अमेरिका के संघीय राज्यों का संविधान अपनाया गया था. 1864 – ग्रेट शेफ़ील्ड बाढ़ ने शेफिल्ड, इंग्लैंड में 238 लोगों को मार डाला था.
14 मार्च को क्या हुआ था?14 March Ka Itihas (14 March की ऐतिहासिक घटनाये)
1900 – स्वर्ण मानक अधिनियम पर संयुक्त राज्य की मुद्रा रखने के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड एक्ट की पुष्टि की गई थी. 1903 – पेलिकन द्वीप नेशनल वाइल्डलाइफ रिफ्यूज की स्थापना अमेरिकी राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने की थी. 1931 – आलमआरा भारत की पहली सवाक (बोलती) फिल्म जारी गयी थी.
31 मार्च को कौन सा दिवस मनाया जाता है?31 मार्च को हर साल विश्व भर में इंटरनेशनल ट्रांसजेंडर डे ऑफ विजिबिलिटी दिवस मनाया जाता है। इस दिन प्रति वर्ष विश्व भर में ट्रांसजेंडर लोगों के साथ होने वाले भेदभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने और समाज में दिए गए उनके योगदान को प्रशंसा करने के लिए मनाया जाता है ।
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