देवनागरी लिपि का दोष कौनसा है? - devanaagaree lipi ka dosh kaunasa hai?

देवनागरी लिपि का दोष कौन सा है?

देवनागरी.

देवनागरी लिपि के जनक कौन है?

देवनागरी लिपि का जन्मदाता कोई एक व्यक्ति नहीं था। इसका विकास भारत की प्राचीन लिपि ब्राहमी से हुआ। ब्राहमी की दो शाखाएं थीं, उत्तरी और दक्षिणी। देवनागरी का विकास उत्तरी शाखा वाली लिपियों से हुआ माना जाता है।

देवनागरी लिपि का कौन सा गुण है?

देवनागरी लिपि अनेक विशेषताओं की स्वामिनी है और वास्तव में यह विश्व की समस्त वर्तमान लिपियों से श्रेष्ठ और वैज्ञानिक है। देवनागरी लिपि में एक आदर्श लिपि होने के सभी गुण विद्यमान हैं। यह लिपि अक्षरात्मक है। भारत की अनेक भाषाओं के लिए देवनागरी लिपि का प्रयोग लंबे समय से होता आ रहा है।

देवनागरी लिपि का क्या महत्व है?

पुस्तक से लोगों को सोचने-समझने का अवसर मिलेगा । राजनीतिज्ञ लोग इससे कितना लाभ उठायेंगे, यही देखना है । बम्बई राज्य में लिपि ८. - रोमन या देवनागरी ७.