दाढ़ी में लाल बाल क्यों आते है? - daadhee mein laal baal kyon aate hai?

दाढ़ी बड़ी रखने पर दाढ़ी के बाल लाल रंग के हो जाते हैं, इसका क्या कारण है?...


kiran Trehan

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दाढ़ी में लाल बाल क्यों आते है? - daadhee mein laal baal kyon aate hai?

दाढ़ी में लाल बाल क्यों आते है? - daadhee mein laal baal kyon aate hai?

2 जवाब

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लाल बालों का राज

| Updated: Nov 17, 2012, 2:24 AM

अब बाल लाल होने के अनुवांशिक कारण सामने आएंगे...

दाढ़ी में लाल बाल क्यों आते है? - daadhee mein laal baal kyon aate hai?

बादल हमारे सिर के बालों को प्रभावित करते हैं। आजकल एक डीएनए प्रोजेक्ट इसी उधेड़बुन में लगा है कि आखिर ब्रिटेन के लोगों के बाल लाल क्यों होते हैं। नॉर्थ वेस्ट युरोप के करीबन छह फीसदी लोगों के सर लाल नजर आते हैं। ब्रिटेन में ऐसे लोग सबसे ज्यादा है। इनमें 13 फीसदी स्कॉट्स हैं, 10 फीसदी आयरिश और 6 फीसदी इंग्लैंड के लोग। ब्रिटेन्स डीएनए नाम की एक कंपनी इन दिनों 4000 लोगों का अध्ययन कर रही है। अगले साल तक प्रोजेक्ट अपना नतीजा बता बता देगा। यह ऐसा टैस्ट है जिसमें पहली बार यह पता चलेगा कि लाल बाल होने के अनुवांशिक कारण हैं क्या? अंदाजा है कि लाल बाल कई पीढ़ियों से हैं। यह रंग करीबन 50 फीसदी बच्चों के बालों में है। सेंट एंड्रयूज यूनिवर्सिटी के एलिस्टेयर मोफेट कहते हैं- विटामिन डी, यानी धूप की वजह से ज्यादातर अफ्रीकन डार्क स्किन वाले होते हैं। यूरोप के अधिकतर लोगों की स्किन लाइट होती है। लाल बाल वाले इंसान का मतलब है कि वह फेयर स्किन वाला होगा और धूप बर्दाश्त करने में उसे परेशानी होगी। रिसर्च से नतीजा निकल रहा है कि ब्रिटेन सबसे ज्यादा लाला बाल वाले लोगों का देश हो सकता है क्योंकि वहां बादल ज्यादा होते हैं। स्वीडन को धूप महज 5.4 घंटे प्रति दिन मिलती है जबकि स्कॉटलैंड में 3.1 घंटे ही धूप रहती है।

मोफैट कहते हैं कि करीबन 16 लाख स्कॉट रेड हेड जीन वाले हैं। आयरलैंड में 10 फीसदी लोग ऐसे नजर आते हैं, लेकिन अनुमान है कि करीब 46 फीसदी लोग ऐसे हैं। इंग्लैंड में ऐसे लोगों का सही आंकड़ा अभी मिलना है। अगर मां और बाप, दोनों के बालों का रंग लाल है, तो बच्चे के बाल भी लाल हो सकते हैं।

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आखिर क्‍यों होता है दाढ़ी और बालों का रंग अलग

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शायद ही कभी किसी पुरुष ने यह सोचा हो कि उसके सिर के बाल और दाढ़ी के बाल अलग अलग क्यों होते हैं? अगर आप ऐसा सोचते हैं तो आपको बता दें कि आप अकेले ऐसे शख्स नहीं है जिसके दाढ़ी और सिर के बाल बाल अलग अलग हैं। सब लोगों के साथ ऐसा ही है। लेकिन यह जानना दिलचस्प होगा कि ऐसा क्यों होता है? इसके पीछे विज्ञान का जवाब छिपा हुआ है। जैस कि हम सब जानते हैं कि हम जैसे जैसे बड़े होते हैं हमारे शरीर के तमामा भागों में बाल निकल आते हैं। ताज्जुब की बात यह है कि हर जगह के बालों के रंग और रूप अगल होते हैं। बालों के अंदरूनी हिस्से में दो किस्म के रंगद्रव्य होते हैं जो बालों के रंगों के लिए जिम्मेदार होते हैं।

दो रंगद्रव्य हैं-यूमेलानिन और फियोमेलानिन

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यूमेलानिन बालों में काला ओर ब्राउन रंग देता है। जबकि फियोमेलानिन बालों को सुनहरा और लाल रंग देता है। आपने सुना ही होगा कि ज्यादातर लोगों में कम मात्रा में ही सही फियोमेलानिन पाया जाता है। यह सिर्फ ऐसा होता है कि जिन लोगों में फियोमेलानिन कम होता है, उनके बाल काले और भूरे रंग के होते हैं। ठीके इसके उलट अगर यूमेलानिन ज्यादा है तो वह असरकारक है जिससे आपके बाल काले हो जाते हैं।

क्यों है अलग

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लेकिन जैसा कि ऊपर ही जिक्र किया गया है कि शरीर के अलग अलग भाग में अलग अलग रंग के बाल होते हैं। यही नहीं उनके रूप यानी आकार भी भिन्न होते हैं। इसके पीछे कोई विशेष विज्ञान नहीं छिपा हुआ है। इसके पीछे सिर्फ इतनी सी वजह है कि इनमें रंगद्रव्य ज्यादा पाया जाता है। मसलन आप भौहें की बात करें। यह शरीर के तमाम हिस्सों के बाल से ज्यादा काले होते हैं। मतलब यह कि इसमें ज्यादा रंगद्रव्य यानी पिगमेंट होतो है।

हार्मोन

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सवाल उठता है कि बालों को आकार कहां से हासिल होता है। शरीर के गुप्तंगों में भी बाल होते हैं और बगल में भी। यूं तो शरीर के हर हिस्से में बाल होते हैं, जो बेहद छोटे होते हैं। लेकिन सिर, भौहें, मूछ, दाढ़ी आदि जगहों के बालों की अनदेखी नहीं की जा सकती। इसलिए यह जानना दिलचस्पी से भरा हो जाता है कि इन्हें आकार या रूप कहां से हासिल होता है? यही नहीं पुरुषों के पेट या सीन में उगे बाल घुंघराले या पेंचदार क्यों हो जाते हैं? इसके पीछे भी एक वजह छिपी है। यह वजह सिर के बालों से बिल्कल उलट है। सिर के बाल और दाढ़ी के बाल अलग अलग वजहों से जुड़ते है जिसे एंड्रोजेनिक हेयर कहा जाता है। असल में यह यौवन के समय खिलता है। कहा यह जाना चाहिए कि उम्र के साथ साथ हो रहे बदलावों के पीछे हारमाने में हो रहे बदलाव जिम्मेदार है जिससे शरीर के तमामा हिस्सों में बाल अलग अलग ढंग से उगते हैं।

भेद

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एंड्रोजेनिक हेयर के कारण ही सिर और दाढ़ी के बाल अलग अलग होते हैं। इसके भी अलग अलग तीन स्तर होते हैं। जिस कारण सिर के बाल तेजी से बढ़ते हैं। जबकि शरीर के अन्य हिस्सों के बालों की ग्रोथ कम होती है। यह समय, उम्र से भी प्रभावित होता है। इसके अलावा हमारा खानपान भी इसके लिए जिम्मेदार है। अगल हम अच्छा खानपान करते हैं तो इसका सिर के बालों पर अच्छा असर पड़ता है। जबकि ऐसा शरीर के अन्य हिस्सों में उग रहे बालों के साथ नहीं है।

प्राकृतिक

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अगर आप सोचते हैं कि आप अकेले ऐसे हैं जिसके शरीर के अन्य हिस्सों में घुंघराले बाल हैं और सिर में सीधे। आपको बता दें कि आप सरासर गलत सोच रहे हैं। समूचे विश्व में ऐसे ही लोग मौजूद हैं जिनके गुप्तांग सहित पेट, छाती में घुंघराले बाल होते हैं। दाढ़ी, मूछ अलग होती है। भौंहें में अलग किस्म का मुलामियत होती है। जबकि सिर के बाल इन सबसे भिन्न होते हैं। इसे आप अप्राकृतिक सोचकर तनाव न घिरे। ऐसा सबके साथ होता है। यह पूरी तरह प्राकृतिक बदलाव है।

स्थितियां भी जिम्मेदार

स्थितियां भी जिम्मेदार 7/7

यह कहने की जरूरत नहीं है कि हमारे सिर के बाल धूप से भी प्रभावित होते हैं। जबकि सामान्यतः ऐसा दाढ़ी या भौहों के साथ नहीं होता। चूंकि सिर के बाल प्रभावित होते हैं तो उनके हल्के और सुनहरे रंग होने की संभावना बरकरार रहती है। जबकि ऐसा दाढ़ी के बालों के साथ नहीं होता। वे ज्यों के त्यों ही रहते हैं। इसलिए ऐसा भी कहा जा सकता है कि बालों के रंग, रूप के लिए स्थितियों को जिम्मेदार माना जा सकता है।Image Source : Getty

बाल लाल होने का कारण क्या है?

यह रंग करीबन 50 फीसदी बच्चों के बालों में है। सेंट एंड्रयूज यूनिवर्सिटी के एलिस्टेयर मोफेट कहते हैं- विटामिन डी, यानी धूप की वजह से ज्यादातर अफ्रीकन डार्क स्किन वाले होते हैं। यूरोप के अधिकतर लोगों की स्किन लाइट होती है। लाल बाल वाले इंसान का मतलब है कि वह फेयर स्किन वाला होगा और धूप बर्दाश्त करने में उसे परेशानी होगी।

दाढ़ी के बाल जड़ से काले कैसे करें?

पुदीने की पत्तियों का पेस्ट बनाकर इसमें 2 चम्मच प्याज का रस मिलाएं और इसे सफेद दाढ़ी पर अप्लाई करें। इससे दाढ़ी-मूंछ के सफेद बाल काले होंगे। आपको कुछ ही दिनों में इसका असर दिखाई देने लगेगा। कच्चे पपीते को पीसकर पेस्ट बना लें और आधी कटोरी इससे भर लें।

कम उम्र में दाढ़ी के बाल क्यों सफेद होते हैं?

कहते हैं कि दाढ़ी की केयर में उसे दिन में दो बार वॉश, हफ्ते में एक बार ऑयलिंग और क्लीनिंग करनी चाहिए. अगर आप भी कम उम्र में दाढ़ी के सफेद होने से परेशान हैं, तो इसके लिए आपको कुछ उपाय करने चाहिए. घरेलू नुस्खे या उपचार अपनाकर भी बियर्ड के बालों को फिर के काला किया जा सकता है.

दाढ़ी के बाल काले करने के लिए क्या खाएं?

कड़ी पत्ते का पानी बालों को काला करने में काफी मदद करता है। ... .
दो चम्मच प्याज का रस लें, इसमें पुदीने की पत्तियों को मिला लें। ... .
गाय के दूध से बने मक्खन को दाढ़ी के बालों पर रोज मालिश करें। ... .
आधा कटोरी कच्चे पपीते को पीसकर इसमें चुटकी भर हल्दी और 1 चम्मच एलोवेरा का ज्यूस मिला लें।.