HomehistoryShort Notes on Dadu dayal ji | राजस्थान के संत - दादूदयाल नमस्कार दोस्तों इस पोस्ट में आप राजस्थान के प्रमुख संत दादूदयाल दादू सम्प्रदाय के संस्थापक के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगे तो अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें Show राजस्थान के प्रमुख संत dadu दयाल
दादू सम्प्रदाय की स्थापना
लोक मान्यता के अनुसार…
दादूजी को ' राजस्थान का कबीर ' कहा जाता है । सम्भवत: दादूजी मुसलमान एवं व्यवसाय से धुनिया थे । दादू पंथ की शाखाएंदादूपंथी पांच प्रकार के होते है
दादूपंथ की कितनी शाखाएँ थीं?इनके 52 पट्टशिष्य थे, जिनमें गरीबदास, सुंदरदास, रज्जब और बखना मुख्य हैं। दादू के नाम से 'दादू पंथ' चल पडा। ये अत्यधिक दयालु थे।
दादू पंथ कितने प्रकार के होते हैं?दादू पंथ की शाखाएं. दादूजी की मृत्यु के बाद दादू पंथ 6 शाखाओं में बंट गया था, जो निम्न हैं:. खालसा- यह दादू सम्प्रदाय की प्रधान पीठ नरैना से सम्बद्ध है। इस शाखा के मुखिया इनके पुत्र गरीबदास जी थे।. दादू पंथ की स्थापना कब हुई?दादू सम्प्रदाय की स्थापना 1574 ई. में दादू दयाल ने साम्भर में दादू सम्प्रदाय की स्थापना की तथा मृत्यु के बाद दादूपंथ नाम से जाने गये । दादूपंथ के सत्संग स्थल अलख दरीबा कहलाते है ।
दादू पंथ के पंचतीर्थ स्थल क्या है?दादू पंथ के पंचतीर्थ कौन कौनसे है ?
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