राजस्थान में पर्यटन सर्किट कितने हैं 2022? - raajasthaan mein paryatan sarkit kitane hain 2022?

राजस्थान में पर्यटन विकास

राजस्थान पर्यटन विभाग का पंचवाक्य - “PADHARO MHARE DES!”।

राजस्थान में सर्वाधिक पर्यटक(देशी व विदेशी दोनों) - 1. पुष्कर - अजमेर 2. माउण्ट आबू - सिरोही।

राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक - जयपुर शहर में आते हैं।

राजस्थान में सर्वाधिक विदेशी पर्यटक - 1. फ्रांस 2. ब्रिटेन से आते हैं।

पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान को 9 सर्किट 1 परिपथ में बांटा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यटन एवं हॉस्पिटिलिटी क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए 2022-23 के बजट में इस क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की।

मोहम्मद यूनूस समिति की सिफारिश पर 4 मार्च 1989 को पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा करने वाला राजस्थान भारत का प्रथम राज्य था।

गौरतलब है कि पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने की वर्ष 1989 से लेकर अब तक कई बार घोषणा हुई, लेकिन इसका समुचित रूप से क्रियान्वयन नहीं हो सका था।

तथ्य

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 6 स्मारकों को 2018 में राष्ट्रीय महत्व के स्मारक घोषित किया।

राष्ट्रीय महत्व के स्मारक

महाराष्ट्र के नागपुर में उच्च न्यायालय का पुराना भवन

आगरा में आगा खान की हवेली

आगरा में हाथी खाना की हवेली

राजस्थान के अलवर जिले में नीमराणा बावड़ी

ओडिशा के बोलांगीर जिले में रानीपुर झरेल में मंदिरों का समूह

उत्तराखंड के पिथोरागढ़ जिले में कोटली में विष्णु मंदिर

राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC)

स्थापना - 1978 में

मुख्यालय - जयपुर

कार्य

  1. राजस्थान में पर्यटन विकास हेतु कार्यक्रम, नीतियां और योजनाएं तैयार करना।
  2. पर्यटन स्थल का रखरखााव करना।
  3. पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु मेले व महोत्सव को आयोजित करना।
  4. पर्यटकों की सुविधा हेतु होटल, पर्यटन पुलिस एवम् गाईडों की व्यवस्था करना।

पर्यटन त्रिकोण

स्वर्णिम त्रिकोण - दिल्ली - आगरा - जयपुर

मरू त्रिकोण - जैसलमेर - बीकानेर - जोधपुर

पर्यटन सर्किट/परिपथ

  1. मरू सर्किट - जैसलमेर - बीकानेर - जोधपुर - बाड़मेर
  2. शेखावाटी सर्किट - सीकर - झुंझुनू
  3. ढुढाॅड सर्किट - जयपुर - दौसा - आमेर
  4. ब्रज मेवात सर्किट - अलवर - भरतपुर - सवाईमाधोपुर - टोंक
  5. हाड़ौती सर्किट - कोटा - बुंदी - बारा - झालावाड़
  6. मेरवाड़ा सर्किट - अजमेर - पुष्कर - मेड़ता - नागौर
  7. मेवाड़ सर्किट - राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा
  8. वागड़ सर्किट - बांसवाड़ा - डुंगरपुर
  9. गौड़वाड़ सर्किट - पाली - सिरोही - जालौर

यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल

राजस्थान में तीन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं – केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जंतर मंतर (जयपुर), राजस्थान के पहाड़ी किले (चित्तौड़गढ़, कुम्भलगढ़, रणथम्भोर, अम्बर, जैसलमेर)।

कुम्भलगढ़ दुर्ग को 2013 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था, इस दुर्ग की दीवार 38 किलोमीटर लम्बी है। इसे चीन की महान दीवार के बाद विश्व की दूसरी सबसे लम्बी दीवार माना जाता है।

प्रमुख महोत्सव

क्र. स.महोत्सवस्थानतिथि
1. अन्तराष्ट्रीय मरू महोत्सव जैसलमेर जनवरी - फरवरी
2. अन्तर्राष्ट्रीय थार महोत्सव बाड़मेर फरवरी - मार्च
3. तीज महोत्सव(छोटी तीज) जयपुर श्रावण शुक्ल तृतीया
4. कजली/बड़ी/सातूडी तीज बूंदी भाद्र कृष्ण तृतीया
5. गणगौर महोत्सव जयपुर चैत्र शुक्ल तृतीया
6. कार्तिक महोत्सव पुष्कर, अजमेर कार्तिक पूर्णिमा
7. वेणेश्वर महोत्सव डुंगरपुर माघ पूर्णिमा
8. ऊंट महोत्सव बीकानेर जनवरी
9. हाथि महोत्सव जयपुर मार्च
10. पतंग महोत्सव जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर जनवरी
11. बैलून महोत्सव बाड़मेर वर्ष में चार बार
12. मेवाड़ महोत्सव उदयपुर अप्रैल
13. मारवाड़ जोधपुर अक्टुबर
14. शरद कालीन महोत्सव माउण्ट आबू नवम्बर
15. ग्रीष्म कालीन महोत्सव माउण्ट आबू मई
16. शेखावटी महोत्सव चुरू - सीकर - झुंझुनू फरवरी
17. ब्रज महोत्सव भरतपुर फरवरी

राजस्थान पर्यटन को मिला बर्लिन में सर्वश्रेष्ठ हेरिटेज डेस्टिनेशन का पुरस्कार

बर्लिन (जर्मनी) में चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन, आई.टी.बी. में राजस्थान पर्यटन को सर्वश्रेष्ठ हेरिटेज डेस्टिनेशन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पेसेफिक एरिया ट्रैवल राइटर्स एसोसिएशन के बर्लिन में आयोजित वार्षिक पुरस्कार समारोह के दौरान राज्य की प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन श्रीमती श्रेया गुहा ने प्राप्त किया। राजस्थान पर्यटन द्वारा बर्लिन, जर्मनी में 6 से 10 मार्च तक चल रहे अन्तर्राष्ट्रीय पर्यटन सम्मेलन में भाग लिया जा रहा है। यह सम्मेलन विश्व का सबसे बड़ा पर्यटन मेला है, जिसमें 180 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा भाग लिया जाता है। राजस्थान पर्यटन द्वारा इस सम्मेलन में आकर्षक पैवेलियन की स्थापना कर पर्यटन क्षेत्र के निजी सहभागियों के साथ राजस्थान का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। इस सम्मेलन में श्रीमती श्रेयागुहा, प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन एवं श्रीमती पुनीता सिंह, संयुक्त निदेशक, पर्यटन द्वारा राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया जा रहा है।

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वर्तमान में राजस्थान में पर्यटन सर्किट कितने हैं?

पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान को 9 सर्किट 1 परिपथ में बांटा है।

राजस्थान के पर्यटन का शुभंकर क्या है?

राजस्थान में पर्यटन को प्रमोट करने के लिए सबसे पहले 1978 में ढोला मारू मोनोग्राम बनाया गया था। इसके बाद 1993 में पर्यटन विभाग के तत्कालीन निदेशक ललित के पंवार ने नया स्लोगन पधारो म्हारे देस लांच किया।

मरू सर्किट में कौन से जिले आते हैं?

दिल्ली, आगरा तथा जयपुर को स्वर्णिम त्रिकोण कहा जाता है। मरू त्रिकोण में जैसलमेर, बीकानेर तथा जोधपुर जिले आते है। भारत में आने वाले विदेशी सैलानियों में से हर तीसरा सैलानी राजस्थान भ्रमण पर जरूर आता है। अधिकतर विदेशियों की पहली पसंद जयपुर और दूसरी उदयपुर होती है।

राजस्थानी पर्यटन विभाग की स्थापना कब हुई?

राजस्थान पर्यटन विकास निगम (RTDC): राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (RTDC) राज्य में पर्यटन को विकसित करने के लिए 1978 में स्थापित राजस्थान सरकार की एक संस्था है।