पॉलिटिकल साइंस MA करने के बाद क्या करें? - politikal sains ma karane ke baad kya karen?

नमस्कार दोस्तों, आज के लेख में बात करेंगे MA Political Science Ke Baad Kya Kare, अगर आपने मास्टर ऑफ़ आर्ट्स राजनीति विज्ञान से किया है और आप नहीं जानते हो की आगे क्या करना है तो आप सही जगह पर हैं, इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएँगे की आप एमए राजनीति विज्ञान के बाद क्या क्या कर सकते हो| आइए विस्तार से जानते हैं : MA Political Science Ke Baad Kya Kare

पॉलिटिकल साइंस MA करने के बाद क्या करें? - politikal sains ma karane ke baad kya karen?

  • एमए पॉलिटिकल साइंस क्या है?
  • MA Political Science Ke Baad Kya Kare
    • एमए राजनीति विज्ञान के बाद नौकरियां और करियर विकल्प
    • एमए राजनीति विज्ञान के बाद Government Job Preparation :
    • एमए राजनीति विज्ञान के बाद उच्च शिक्षा  :

एमए पॉलिटिकल साइंस क्या है?

MA Political Science Ke Baad Kya Kare जानने से पहले हम जान लेते हैं की एमए राजनीति विज्ञान पाठ्यक्रम क्या है: एमए पॉलिटिकल साइंस या मास्टर ऑफ आर्ट्स इन पॉलिटिकल साइंस भारत में 2 साल का पोस्टग्रेजुएट कोर्स होता है। पाठ्यक्रम स्नातक छात्रों को भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का विशेष ज्ञान प्रदान करता है। यह उन लोगों द्वारा अपनाया जा सकता है जो शासन और सार्वजनिक प्रबंधन के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।

एमए राजनीति विज्ञान के बाद आप सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में कार्य कर सकते हो, अगर आप उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो भी आप कर सकते हो| एक एमए राजनीति विज्ञान आपको प्रशासन, पत्रकारिता, अनुसंधान और राजनीति के क्षेत्र में एक प्रगतिशील कैरियर प्रदान कर सकता है। 

एमए राजनीति विज्ञान के बाद नौकरियां और करियर विकल्प

राजनीतिज्ञ :

एक राजनेता मूल रूप से शिक्षा, वित्त, खेल आदि के क्षेत्रों में दी गई संबंधित भूमिकाओं के साथ किसी भी पार्टी का सदस्य होता है।
इन क्षेत्रों में निर्णय लेना और आम लोगों की मदद करना इन पेशेवरों का कर्तव्य है।

औसत वेतन :  8-10 लाख रूपये प्रति वर्ष 

Public Administration :

लोक प्रशासक अपनी डिग्री का उपयोग नीतिगत निर्णयों और बजट मूल्यांकन के लिए करते हैं, जो सरकार के विकास के एजेंडे को पूरा करते हैं।

औसत वेतन :  5-8 लाख रूपये प्रति वर्ष 

राजनीतिक संवाददाता :

राजनीतिक क्षेत्र से समाचारों की रिपोर्टिंग के साथ-साथ लोगों का साक्षात्कार लेना और उन्हें राष्ट्रीय प्रसारण के लिए समाचार चैनलों पर भेजना राजनीतिक संवाददाता काम होता है।

औसत वेतन :  6 लाख रूपये प्रति वर्ष 

Political Content Writer :

इन पेशेवरों की नौकरी वर्तमान विषयों, ऐतिहासिक मुद्दों पर शोध करने और समाचारों में प्रस्तुत करने के लिए एक प्रति बनाने के इर्द-गिर्द घूमती है।

औसत वेतन :  5-6 लाख रूपये प्रति वर्ष 

पीआर कार्यकारी :

जनसंपर्क भी एक अच्छा विकल्प है क्योंकि राजनीतिक प्रथाओं के संपर्क में आने से व्यक्ति किसी स्थान की संस्कृति और सामाजिक व्यवस्था से भी परिचित हो जाता है और इसलिए उन्हें जनसंपर्क कार्यकारी के रूप में एक भूमिका के लिए आदर्श बनाता है।

औसत वेतन :  7 -8 लाख रूपये प्रति वर्ष 

राजनीतिक कार्यकर्ता :

राजनीतिक कार्यकर्ता वह होते हैं जो किसी समाज में चल रहे मुद्दों पर शोध करते हैं और किसी भी पार्टी की ओर से उनके लिए लड़ते हैं।

औसत वेतन :  7 -8 लाख रूपये प्रति वर्ष 

Archivist :

राजनीतिक सामग्री को पुनः प्राप्त करना, उत्तर देना और चयन करना, खराब होने वाले दस्तावेजों का भंडारण करते हुए, शोध सामग्री को पढ़ाना आदि इन पेशेवरों के कुछ दैनिक कार्य हैं।

औसत वेतन :  5 लाख रूपये प्रति वर्ष 

एमए राजनीति विज्ञान के बाद Government Job Preparation :

  • एमए राजनीति के बाद आप बहुत सारे सरकारी जॉब्स की तैयारी कर सकते हो, आप सिविल सर्विस UPSC (IAS,IPS,IES,IFS) की तैयारी कर सकते हो|
  • एमए राजनीति के बाद आप कर्मचारी चयन आयोग: CGL, CHSL, Police, Junior Engineer और अन्य तकनीकी नौकरियां की तैयारी कर सकते हैं|
  • आप एमए एमए राजनीति के बाद के रेलवे की पदों में जॉब कर सकते हैं, इसमें टिकट कलेक्टर, क्लर्क, पुलिस, सुरक्षा, स्टेशन मास्टर, तकनीशियन, एएलपी, एनटीपीसी जैसी नौकरियां शामिल हैं।
  • IBPS: क्लर्क, प्रोबेशनरी ऑफिसर, आदि।
  • DSSSB: यह क्लर्क, तकनीशियन, जूनियर इंजीनियर आदि की नौकरी प्रदान करता है।
  • भारतीय सेना और भारतीय नौसेना में भी आप एमए के बाद जा सकते हैं|
  • एमए राजनीति के बाद NHAI द्वारा निकलने वाले vacancy भी आप भर सकते हैं|
  • एमए राजनीति के बाद आप में बैंक नौकरियां कर सकते हो| 
  • एमए राजनीति के बाद आप सरकारी शिक्षक भी बन सकते हैं|
  • आप सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयाँ भी जा सकते हैं|

एमए राजनीति विज्ञान के बाद उच्च शिक्षा  :

  • राजनीति विज्ञान में एम.फिल: एम.फिल में राजनीति विज्ञान पोस्टग्रेजुएट शोध पाठ्यक्रम है। यह छात्रों को लोक प्रशासन, अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, राजनीतिक समाजशास्त्र, अनुसंधान विधियों आदि जैसे क्षेत्रों पर ज्ञान प्रदान करता है।
  • राजनीति विज्ञान में पीएचडी: राजनीति विज्ञान में 3 साल के डॉक्टरेट डिग्री प्रोग्राम, पीएचडी में राजनीति के सिद्धांत और व्यवहार की शोध शामिल है। राजनीतिक परिकल्पना, सार्वजनिक रणनीति, अंतर्राष्ट्रीय संबंध आदि जैसी विभिन्न विशेषज्ञताओं के साथ, यह उच्च अध्ययन के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाता है।

इसके आलावा और भी कुछ डीग्री कर सकते हो :

  • MBA
  • PhD
  • PGDM
  • Journalism

अब आपको पता चल गया होगा MA Political Science Ke Baad Kya Kare, आप अपने क्षमता के हिसाब से कोई सा भी विकल्प का चयन कर सकते हैं|

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FAQ :

सवाल: क्या एमए राजनीति विज्ञान कठिन है?

उत्तर: यह कठिन हो सकता है क्योंकि इसमें विचारधारा, मौलिक विश्वास, धर्म, संस्कृति आदि जैसे जटिल विषय शामिल हैं। लेकिन पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने के दृढ़ संकल्प के साथ, इसे क्रैक करना ज्यादा कठिन नहीं होगा।

सवाल: एमए पॉलिटिकल साइंस की डिग्री कितने साल की होती है?

उत्तर: एक पूर्णकालिक एमए राजनीति विज्ञान की डिग्री को पूरा करने में दो साल लगते हैं।

सवाल: एमए राजनीति विज्ञान का औसत वेतन क्या है?

उत्तर: इनकी वेतन बहुत सारे कारकों पर निर्भर करती है, हालांकि, एमए राजनीति विज्ञान पेशेवर का औसत वेतन 4-8 लाख रूपये प्रति वर्ष होता है।

FINAL ANALYSIS :

आज के लेख में हमने जाना की MA Political Science Ke Baad Kya Kare, अगर आपने एम राजनीति विज्ञान कर लिया है तो आपके लिए यह लेख बहुत मददगार साबित होगा, मुझे आशा है की आपको इस लेख के जरिये MA Political Science Ke Baad Kya Kare के बारें में विस्तार से जानने को मिला होगा, इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद|

Ma पॉलिटिकल साइंस करने के बाद क्या करें?

एजुकेशन सेक्टर अगर आप बीएड कर लेते हैं तो सरकारी या प्राइवेट स्कूल में इस सब्जेक्ट के टीचर बन सकते हैं। वहीं एमए करने के बाद नेट और पीएचडी करके किसी भी कॉलेज में लेक्चरर या प्रोफेसर भी बन सकते हैं। MA पॉलिटिकल साइंस में कितने सब्जेक्ट होते हैं?

पॉलिटिकल साइंस से क्या बन सकते हैं?

पत्रकारिता करने के बाद आप एडिटर, पॉलिटिकल एंकर और कॉरेस्पोंडेंट बन सकते हैं, इसके लिए आप मास कम्युनिकेशन का कोर्स कर सकते हैं. सिस्टम के अलग-अलग पहलुओं का अध्ययन, शहर/देश कैसे संचालित होते हैं, कैसे बातचीत करते हैं और सरकारी नीतियों के प्रभाव का अध्ययन शामिल है.

Ma पॉलिटिकल साइंस में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं?

पॉलिटिकल साइंस में कौन कौन सा विषय होता है? राजनीति विज्ञान अध्ययन का एक विस्तृत विषय या क्षेत्र है। राजनीति विज्ञान में ये तमाम बातें शामिल हैं: राजनीतिक चिन्तन, राजनीतिक सिद्धान्त, राजनीतिक दर्शन, राजनीतिक विचारधारा, संस्थागत या संरचनागत ढाँचा, तुलनात्मक राजनीति, लोक प्रशासन, अन्तरराष्ट्रीय कानून और संगठन आदि।

पॉलिटिकल साइंस का दूसरा नाम क्या है?

राजनीति शास्त्र के अन्तर्गत राज्य, सरकार एवं व्यक्ति के अन्तः संबंधों का अध्ययन किया जाता है