औद्योगिक क्रांति से समाज को क्या लाभ है? - audyogik kraanti se samaaj ko kya laabh hai?

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  7. औद्योगिक क्रांति के लाभ बताइए।

औद्योगिक क्रांति से निम्नलिखित लाभ हुए-

1. उत्पादन क्षमता में वृद्धि-नवीन खोजों के परिणाम स्वरूप उत्पादन की नवीन तकनीकों का विकास भी होता रहता था, जिससे उत्पादन क्षमता में निरंतर वृद्धि होती रहती थी। अतः औद्योगिक क्रांति के फलस्वरूप वस्तुओं की उत्पादन क्षमता कई गुना बढ़ गई।

औद्योगिक क्रांति से समाज को क्या लाभ है? - audyogik kraanti se samaaj ko kya laabh hai?
औद्योगिक क्रांति के लाभ बताइए

2. यातायात में विशेष सुविधा- औद्योगिक क्रांति से यातायात की साधनों का तेजी से विकास हुआ। यातायात के ऐसे नवीन साधनों का निर्माण और खोज होने लगी थी जो तीव्र गति से कार्य करते हो इस प्रकार क्रांति के फलस्वरूप यातायात अधिक सुगम और विकसित हो गया।

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3. विज्ञान की प्रगति- औद्योगिक साधनों के विकास के लिए विज्ञान के क्षेत्र में निरंतर खोज चलती रही। वैज्ञानिक नई नई प्रौद्योगिकी की खोज में प्रयत्नशील रहते थे। इन खोजों और प्रयासों के परिणाम स्वरूप विज्ञान की विभिन्न शाखाएं निरंतर प्रगति की ओर बढ़ने लगी।

4. कृषि में सुधार- औद्योगिक क्रांति के परिणाम स्वरूप कृषि कार्यों के लिए नवीन यंत्रों का प्रयोग किया जाने लगा। अभी तक कृषि अत्यधिक श्रम साध्य तथा इससे उत्पादन बहुत कम होता था। यंत्रीकरण से कृषि कार्य सरल हो गया और खाद्यान्नों की उत्पादन क्षमता में कई गुना वृद्धि हो गई। अब कृषि धीरे-धीरे व्यवसाय का रूप लेने लगी।

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5. सांस्कृतिक आदान-प्रदान में वृद्धि- औद्योगिक क्रांति से अंतरराष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि हुई। व्यापारिक वर्ग के लोग विश्व के सभी देशों में आने जाने लगे। इससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान हुआ और मानव परंपरागत रूढ़ियों से मुक्त हो गया।

6. दैनिक जीवन में सुख सुविधा के साधनों में वृद्धि- मानव के दैनिक जीवन में भौतिक साधनों के सुलभ हो जाने से विशेष सुख सुविधा का वातावरण बना। मानव को दैनिक जीवन के कार्यों की पूर्ति हेतु विशेष सुविधाएं प्राप्त हुई, जिन्होंने नागरिकों के जीवन स्तर को परिष्कृत रूप प्रदान किया। अब उनका जीवन सुख सुविधाओं से परिपूर्ण होता चला गया।

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7-समाजवादी विचारधारा का जन्म- औद्योगिक क्रांति का एक अन्य लाभकारी परिणाम यह हुआ कि श्रमिकों के माध्यम से समाजवाद का जन्म हुआ। समाजवाद ने मानव को अपने अधिकारों के प्रति अत्यधिक सजग बनाया। इससे मानवीय स्वतंत्रता के सिद्धांत को विशेष बल मिला।

8-नगरों का विकास- औद्योगिक प्रतिष्ठानों की स्थापना के कारण नए-नए नगरों की स्थापना हुई। नगरों में जनसंख्या बढ़ने से वहां के आकार में वृद्धि हुई। नगर उद्योग तथा वाणिज्य के केंद्र बन गए। इस प्रकार नगरीकरण की प्रक्रिया तीव्र हो गई।

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औद्योगिक क्रांति से समाज को क्या लाभ हुआ?

उत्पादन क्षमता में वृद्धि-नवीन खोजों के परिणाम स्वरूप उत्पादन की नवीन तकनीकों का विकास भी होता रहता था, जिससे उत्पादन क्षमता में निरंतर वृद्धि होती रहती थी। अतः औद्योगिक क्रांति के फलस्वरूप वस्तुओं की उत्पादन क्षमता कई गुना बढ़ गई। 2. यातायात में विशेष सुविधा- औद्योगिक क्रांति से यातायात की साधनों का तेजी से विकास हुआ

औधोगिक क्रांति के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव क्या थे?

आर्थिक प्रभाव उत्पादन में वृद्धि से वस्तुओं की उपलब्धता बढ़ी। उत्पादन में वृद्धि से निर्यात में वृद्धि। स्वतंत्र कारीगर कारखानों से प्रतिस्पर्द्धा नहीं कर सके, फलत: कुटीर उद्योग समाप्त हो गए। बड़े-बड़े कृषि फार्मों की स्थापना के कारण छोटे किसानों को रोज़गार की तलाश में गाँवों से शहरों की ओर जाना पड़ा।

औद्योगिक क्रांति के परिणाम क्या है?

धन सम्पदा में भारी वृद्धि हुई। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार भी बढ़ा। औपनिवेशिक साम्राज्यवाद का विस्तार भी औद्योगिक क्रांति का परिणाम था एवं नए वर्गों का उदय हुआ। इस क्रांति से किसी वर्ग को पूंजी जमा करने और शोषण करने का मौका मिला तो शोषित वर्ग को उस शोषण चक्र से मुक्ति के लिए तरह-तरह के प्रयत्न करने पड़े।

औद्योगिक क्रांति का मजदूरों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ा?

औद्योगिक क्रांति मे नवीन आविष्कारों के कारण खदानों की खोज हुई, कारखानों की आवश्यकता हुई तथा इनके लिये बड़ी मात्रा मे कच्चे माल की आवश्यकता हुई। इसके कारण उपनिवेशों का तथा श्रमिकों का शोषण भी होने लगा। हजारों श्रमिक मशीनों के कारण बेकार होने लगे, श्रमिकों की आर्थिक समस्यायें उत्पन्न होने लगी। अनेक बैंकों की स्थापना हुई।