मिश्र वाक्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित - mishr vaaky kise kahate hain udaaharan sahit

इस पोस्ट में हमने वाक्य के बारे में बताया है की वाक्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखिए, वाक्य के कितने प्रकार होते हैं. संयुक्त वाक्य किसे कहते हैं और भी बहुत जानकारीयां दी गई हैं अगर आप वाक्य के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो इसे पूरा पढ़ें.

वाक्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित

मानव के विचारों को सार्थकता से प्रकट करने वाले शब्द समूह को वाक्य कहते हैं।” वाक्य सार्थक शब्दों का समूह है। यह विचारों का व्यवस्थित रूप है। वाक्य को निम्न प्रकार से भी परिभाषित किया जा सकता है “ऐसा शब्द समूह जो व्यवस्थित हो, तथा पूरा आशय प्रकट कर सके, वाक्य कहलाता है।

वाक्य ही मानव भावों की अभिव्यक्ति का एकमात्र आधार है। शब्द तो साधन हैं जो वाक्य की संरचना में सहायक होते हैं। वाक्य की उपयोगिता मानव जीवन में असीमित । अत: हम कह सकते हैं “वाक्य एक ऐसा शब्द समूह है जो व्यवस्थित हो तथा पूरा आशय स्पष्ट कर सके।” जैसे- श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया।

वाक्य की विशेषता

शिक्षित व्यक्ति की वाक्य रचना तथा वाक्य प्रयोग में क्रम और व्यवस्था होती है जिस पर व्याकरण के नियमों का प्रभाव स्पष्ट रूप में दिखाई देता है। वाक्य रचना की पहली विशेषता स्पष्टता है। दूसरी विशेषता है पाठक या श्रोता के सोये भावों को जाग्रत करना। तीसरी विशेषता है पदों या शब्दों की क्रमबद्धता। चौथी विशेषता है शब्दों के अनावश्यक तथा निरर्थक प्रयोग का अभाव।
मधुरता तथा स्पष्टता किसी वाक्य की एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता है।

रचना के आधार पर वाक्य के भेद

रचना के आधार पर वाक्य तीन प्रकार के होते हैं

  1. साधारण वाक्य या सरल वाक्य
  2. मिश्र वाक्य
  3. संयुक्त वाक्य

साधारण या सरल वाक्य किसे कहते हैं

जिस वाक्य में एक मुख्य क्रिया हो, उन्हें साधारण वाक्य कहते हैं।” इस तरह के वाक्यों में अधिकतर क्रिया की तरह कर्ता भी एक ही होता है।

सरल वाक्य के उदाहरण

(i) पानी बरस रहा है।
(ii) बच्चे पानी में भीग रहे हैं।
(iii) मोहन पुस्तकें खरीद कर घर होता हुआ, आपके पास पहुँचेगा।
(iv) इस गाँव के लोग कसरत के शौकीन हैं।
(v) शिकारी ने वन में अपनी बन्दूक से शेर मारा।
(vi) राम परीक्षा की तैयारी कर रहा है।

ऊपर के सभी वाक्यों में मुख्य क्रिया एक है। यह रेखांकित है अतः आकार में छोटे-बड़े होते हुए भी सभी वाक्य रचना की दृष्टि से साधारण वाक्य हैं। अत: इन्हें सरल वाक्य भी कहते हैं।

मिश्र वाक्य किसे कहते हैं

जिन वाक्यों की रचना एक से अधिक ऐसे उपवाक्यों से हुई हो जिसमें एक वाक्य प्रधान तथा अन्य गौण हों, उन्हें मिश्र वाक्य कहते हैं।

मिश्र वाक्य के उदाहरण

(i) मालिक ने कहा कि कल की छुट्टी रहेगी।
(ii) श्यामलाल जो गाँधी गली में रहता है, मेरा मित्र है।
(iii) हिरण ही ऐसा वन्य पशु है, जो कुलाचें भरता है।
(iv) यह वही भारत देश है, जिसे कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था।

उपरोक्त वाक्यों में रेखांकित अंश प्रधान उपवाक्य हैं तथा शेष गौण हैं। अतः ये सभी मिश्र वाक्य के उदाहरण हैं।

संयुक्त वाक्य किसे कहते हैं

जहाँ दो या दो से अधिक उपवाक्य किसी समुच्चयबोधक (योजक) अव्यय शब्द से जुड़े हों, वे संयुक्त वाक्य कहलाते हैं। संयुक्त वाक्य सदैव सरल या मिश्रित वाक्यों के मिलने से विशेष रूप से संयोजक अवयवों द्वारा मिलाये जाने पर अस्तित्व में आते हैं।

संयुक्त वाक्य के उदाहरण

(i) हमने सुबह से शाम तक बाजार की खाक छानी, किन्तु काम नहीं बना।
(ii) मैं नित्य व्यायाम करता हूँऔर स्नान करता हूँ।
(iii) आप कुछ पिएँगे या आपके लिए भोजन ले आऊँ।
(iv) समय बहुत खराब है, इसलिए देखकर चलना चाहिए।
(v) श्याम खाना खा चुका है और अब वह सोना चाहता है।
(vi) शीला ने खाना पकाया था इसीलिये खाना इतना स्वादिष्ट था।
(vii) राम यहाँ पेन्सिल लेने आया था या उसका कुछ और उद्देश्य था।

ऊपर लिखे उदाहरणों में रेखांकित शब्दों ‘किन्तु’ और ‘या’ और ‘इसलिए’ अव्यय शब्दों से जुड़े हुए हैं। यदि इन योजक शब्दों को हटा दिया जाए तो प्रत्येक वाक्य में दो-दो स्वतंत्र वाक्य हैं। योजकों की सहायता से जुड़े हुए ऐसे वाक्यों को संयुक्त वाक्य कहते हैं।

अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद

अर्थ के आधार पर वाक्य के निम्नलिखित आठ भेद होते हैं

  1. विधानवाचक वाक्य (Affirmative Sentence)
  2. निषेधात्मक वाक्य (Negative Sentence)
  3. प्रश्नवाचकवाक्य (Interrogative Sentence)
  4. विस्मयादिबोधक वाक्य (Interjective Sentence)
  5. आज्ञा वाचक (Order Sentence)
  6. इच्छावाचक (Sentence Denoting Desire)
  7. संदेह वाचक (Doubtful Sentence)
  8. संकेत वाचक वाक्य (Indicative Sentence)

उपरोक्त आठों वाक्य के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करें.

निष्कर्ष

आज हमने आपको वाक्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित बताया  तथा वाक्य के कितने प्रकार होते हैं यह भी जानकारी दी. अगर आपको जानकारी अच्छा लगे तो इसे और भी लोगो के साथ share करें.

मिश्र वाक्य की परिभाषा एवं उदाहरण: आज के हिंदी व्याकरण के पाठ में हम आपको Mishra Vakya in Hindi के साथ साथ Mishra Vakya Example in Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं तो अगर आप हिंदी व्याकरण संबंधी जानकारी जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें.

मिश्र वाक्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित - mishr vaaky kise kahate hain udaaharan sahit
मिश्र वाक्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित - mishr vaaky kise kahate hain udaaharan sahit

तो चलिए जानते हैं इस पोस्ट में मिश्रा वाक्य की परिभाषा क्या है, मिश्र वाक्य किसे कहते हैं इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे.

Table of Contents

  • मिश्र वाक्य परिभाषा | मिश्र वाक्य किसे कहते हैं
  • Mishra Vakya Example in Hindi – मिश्र वाक्य उदाहरण

मिश्र वाक्य परिभाषा | मिश्र वाक्य किसे कहते हैं

मिश्र वाक्य की परिभाषा: एक वाक्य में दूसरे उपवाक्य शामिल होते हैं. उन वाक्य को मिश्र आपके कहा जाता है. अगर किसी वाक्य में उस वाक्य साथ साथ और भी उपवाक्य मौजूद हो तो उस वाक्य को मिश्र वाक्य कहा जाता है. जिनमें उन सभी उपवाक्य मुख्य वाक्य पर आधारित हो.

मिश्रा वाक्य का मुख्य उद्देश्य ही होता है कि वह अपने उपवाक्य को भी महत्व प्रदान करता है जिससे कि उपवाक्य भी उस मुख्य वाक्य को पूरा करने में सहायता करते हैं.

जैसे – यदि, अगर, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, उतना, जैसा, कि, जो, क्योंकि, जितना, वैसा, यद्यपि, तो इत्यादि।

Mishra Vakya Example in Hindi – मिश्र वाक्य उदाहरण

Mishra Vakya ke Udaharan

  • यदि तुम मेरे पास है, तो मुझे युद्ध भूमि में जरूर मिलो.
  • जो नारी का भगवान करेगा, उसे जीने का कोई हक नहीं.
  • यह मेरा कॉलेज है, जहां पर मैं पढ़ता हूं.
  • मुझे पता है, कि तुम मुझसे प्यार नहीं करती
  • तुम नहीं आ सकते, क्योंकि तुम्हारे पास आईडी नहीं है
  • तुम जो करना चाहो, वह कर सकते हो
  • तुम जितना कमा सको, उतना ही खर्च करो
  • इसका नाम आशा है, जो तुम्हें पसंद है
  • अगर मेहनत करोगे, तो एक दिन मंजिल पालोगे
  • तुम्हें जितनी भूख है, उतना ही खाओ

हिंदी व्याकरण के इस पाठ मे हमने सिखा मिश्र वाक्य की परिभाषा एवं उदाहरण, Mishra Vakya in Hindi Example उम्मीद है आपको मिश्र वाक्य संबंधित सभी जानकारी मिल गई होगी. इसे आगे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे. अगर आपके मन में इस पोस्ट सबंधित कोई सवाल है तो आप हमे कमेंट में जरुर पूछ सकते है.

मिश्र वाक्य का उदाहरण क्या है?

अमित ने वह घर खरीदा जो उसके चाचा का था। इन दो उपवाक्यों में 'अमित ने वह घर खरीदा' यह प्रधान वाक्य है एवं 'जो उसके चाचा का था' यह वाक्य आश्रित वाक्य है। जैसा की हम जानते हैं कि जब वाक्य में दो उद्देश्य होते हैं एवं दो उपवाक्य होते हैं तो वह मिश्र होता है। अतः यह उदाहरण मिश्र वाक्य के अंतर्गत आएगा।

मिश्र वाक्य की पहचान कैसे करें?

मिश्र वाक्य की परिभाषा (Mishr Vakya Ki Paribhasha) जिस वाक्य में एक प्रधान उपवाक्य तथा एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य हों उसे मिश्र वाक्य (Mishr Vakya) कहते हैं। यदि मिश्र वाक्य (Mishr Vakya) के सभी उपवाक्य योजक शब्दों से प्रारंभ हों तो वाक्य का अंतिम उपवाक्य प्रधान उपवाक्य तथा शेष सभी उपवाक्य आश्रित उपवाक्य होंगे।

2 सरल मिश्र व संयुक्त वाक्यों के पांच पांच उदाहरण लिखो?

5- सरल वाक्य – बादल घिरते ही मोर नाचने लगा। मिश्र वाक्य – जैसे ही बादल घिरे, मोर नाचने लगा। 6- सरल वाक्य – राम आते ही खेलने लगा। मिश्र वाक्य – राम जैसे ही आया वह, खेलने लगा।

संयुक्त वाक्य क्या है उदाहरण?

संयुक्त वाक्य − जिस वाक्य में दो या दो से अधिक स्वतंत्र या मुख्य उपवाक्य समानाधिकरण योजक से जुड़े हों, वह संयुक्त वाक्य कहलाता है। योजक शब्द − और, परंतु, इसलिए आदि। उदाहरण −मोनुमेंट के नीचे झंडा फहराया जाएगा और स्वतंत्रता की प्रतिज्ञा पढ़ी जाएगी।