These NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Chapter 13 मैं सबसे छोटी होऊँ Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts. कविता
से प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न
3. प्रश्न 4. कविता से आगे प्रश्न 1. बच्चों को माता-पिता का कहना मानना चाहिए। उनकी सेवा करनी चाहिए। माता-पिता जब बूढ़े हो जाएं तो उनकी बातों को ध्यान से सुनना चाहिए व उनकी सभी जरूरतों को पूरा करना चाहिए। हमें उनको घुमाना-फिराना चाहिए। प्रश्न 2. अनुमान और कल्पना प्रश्न 1. प्रश्न 2. भाषा की बात प्रश्न 1. वाक्य प्रयोग: प्रश्न 2. प्रश्न 3. भला-बुरा – हमें भला-बुरा देखकर ही कार्य करना चाहिए। प्रश्न 4. प्रश्न 5. कविता की सप्रसंग व्याख्या 1. मैं सबसे छोटी होऊँ, शब्दार्थ: प्रसंग- प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘वसंत’ में संकलित कविता ‘मैं सबसे छोटी होऊँ’ से अवतरित है। इस कविता के रचयिता सुमित्रानंदन पंत जी हैं। इस कविता में कवि ने बाल मन में उठने वाली शिकायतों का बड़े ही भावात्मक तरीके से वर्णन किया है। व्याख्या- कवि एक छोटी-सी बच्ची के मन में उठने वालों
भावों को दर्शाते हुए कहता है कि एक बच्ची अपनी माता से उनकी ही 2. अपने कर से खिला, धुला मुख, शब्दार्थ: प्रसंग- प्रसंग प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘वसंत’ में संकलित कविता ‘मैं सबसे छोटी होऊँ’ से ली गई है। इस कविता के कवि सुमित्रानंदन पंत जी हैं। कवि ने यहाँ बाल सुलभ बातों का बड़े ही भावनात्मक तरीके से वर्णन किया है। व्याख्या- छोटी-सी बालिका अपनी माता से शिकायत भरे लहजे में कहती है कि हे माता! तुम मुझे अपने हाथों से खाना खिलाया करो। मेरा मुख भी तुम ही धोया करो। मेरे शरीर से धूल पोंछकर मुझे सुंदर-सुंदर कपड़े पहनाकर अच्छी तरह से तैयार किया करो। अब तुम हमें खिलौने देकर परियों की कहानियाँ भी नहीं सुनाती हो। तुम मुझे कहती हो कि तुम अब बड़ी हो गई हो। मैं अभी बड़ी नहीं हुई, मैं तो अभी छोटी ही हूँ। मैं तुम्हारा प्यार नहीं खोना चाहती मैं तो चाहती हूँ कि मैं सदा तुम्हारे आँचल की छाया में ही रहूँ, कभी-भी तुमसे अलग न होऊँ। हे माता! मैं तो बिना किसी इच्छा के निर्भय होकर तुम्हारे आँचल में छिपी रहना चाहती हूँ और यह कहना चाहती हूँ कि मुझे चाँद दिखा दे कि चाँद कहाँ से और किस प्रकार निकल रहा है। मैं सबसे छोटी होऊँ Summaryकविता का सार समित्रानंदन पंत की इस कविता ‘मैं सबसे छोटी होऊँ’ में एक बालिका अपनी माँ से शिकायत करती है कि आप मुझे बड़ा बताकर मेरे सारे अधिकार छीन रही हो। वह कहती है कि मैं छोटी हूँ और सदा तुम्हारा आँचल पकड़कर तुम्हारे साथ रहना चाहती हूँ। अब तुम हमें न तो अपने हाथों से खिलाती हो न नहलाती-धुलाती ही हो। अब आपने हमको खिलौने पकड़ा दिए और परियों की कहानी भी नहीं सुनाती हो। मैं तुम्हारा प्यार नहीं खोना चाहती। मैं सदा तुम्हारे आँचल की छाया में ही रहना चाहती हूँ। कविता में बच्ची छोटी क्यों बनी रहना चाहती है?उत्तर : बच्ची सबसे छोटी बनकर रहना चाहती है क्योंकि बड़ी होकर माँ की ममता खोना नहीं चाहती। (घ) बच्ची को क्यों अनुभव होता है कि माँ उसके साथ छल करती है ? उत्तर : बच्ची को अनुभव होता है कि माँ उसके साथ छल करती है क्यों कि उसकी हाथ पकड़कर माँ हमेशा नहीं घूमती। 4.
मैं सबसे छोटी होऊँ पाठ में बच्ची बड़ी क्यों नहीं होना चाहती है?इस कविता में एक बच्ची छोटी रह कर माँ के साथ रहना पंसद करती है। वह ऐसी बड़ी बनना पसंद नहीं करती जिससे वह माँ का प्यार दुलार न पा सके। बड़ी बनकर वह माँ के प्यार को खोना नहीं चाहती। इसलिए इस कविता में 'ऐसी बड़ी न होऊँ मैं' की कामना की गई है।
मैं सबसे छोटी होऊँ कविता में बच्ची की क्या इच्छा है?उत्तर: 'मैं सबसे छोटी होऊँ' कविता में एक छोटी बच्ची की इच्छा के बारे में कहा गया है। जो सदा छोटी ही रहना चाहती है और अपनी मांँ के साथ हमेशा खेलकूद करना चाहती है। (ख) बच्ची किसका अंचल पकड़कर घूमना चाहती है? उत्तर: बच्ची अपनी मांँ का अंचल पकड़कर घूमना चाहती है।
मैं सबसे छोटी होऊँ कविता में सबसे छोटे होने की कलपना क्यों की गई है?कविता ''मैं सबसे छोटी होऊँ'' में सबसे छोटी होने की कल्पना की गई है। ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि छोटों को, माता-पिता तथा बड़ों का स्नेह ज़्यादा मिलता है। माँ के साथ उसका जुड़ाव ज़्यादा रहता है।
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