Pearl Farming Business Idea: मोती की खेती एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें लागत कम और मुनाफ़ा ज्यादा होता है. छोटे से निवेश के साथ इसकी शुरुआत की जा सकती है. इसमें सरकार की ओर से आधी सब्सिडी प्राप्त होती है. मोती की खेती में आपको कई बारीकियों का पालन करना पड़ता है. आज हम मोती की खेती से जुडी सारी आवश्यक बातें आपको बताने वाले हैं, ताकि यदि आप यह खेती करना चाहते हैं तो आसानी से लाखों कमा सके. शुरुआत कैसे करें ? यदि आपने मोती की खेती करने का मन बना लिया है तो सबसे पहले इसके लिए आपको ट्रेनिंग लेनी होगी. पहले से जो किसान यह खेती कर रहे हैं उनसे, या यू ट्यूब के जरिये सीखने से लाख गुना बेहतर होगा कि सरकार के प्रशिक्षण केंद्र से ही आप ट्रेनिंग लें. इसमें 15 दिन का समय लगता है. पहले ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित CIFA से ही प्रशिक्षण लिया जाता था, लेकिन समय के साथ अन्य राज्यों ने भी मोती की खेती का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है. कहाँ
कर सकते हैं ? कैसे बनते हैं मोती? मोतियों के प्रकार मेंटल टिशू गोनट केवीटी कैसे करें मोती की खेती? मृत सीपों की छटनी सीपों की सर्जरी
तालाब में ऐसे छोड़ें सीपों से मोतियों को निकालना कैसे होगी कमाई? एक मोती कितने में बिकता है?आपको बता दें, एक मोती की कीमत दो सौ से दो हजार तक की होती है और अगर मोती उच्च गुणवत्ता का है तब इसकी कीमत लाखो तक हो सकती है।
मोती कैसे उगता है?मोती वस्तुत: मोलस्क जाति के एक प्राणी द्वारा क्रिस्टलीकरण की प्रक्रिया द्वारा बनता है। यह उसी पदार्थ से बनता है जिस पदार्थ से मोलस्क का कवच या आवरण बनता है। यह पदार्थ कैल्शियम कार्बोनेट व एक अन्य पदार्थ का मिश्रण है। इसे नैकर कहा जाता है।
मोती कहाँ से निकलती है?ऐसी अवस्था में सीप में रहने वाले जीव के अंदर बालू के उन कणों पर एक विशेष पदार्थ की परत चढ़ती रहती है। यह विशेष पदार्थ कैल्शियम कार्बोनेट होता है, जोकि उस जीव के अंदर पैदा होता है। धीरे-धीरे यह एक सफेद रंग के चमकीले गोल आकार का पत्थर जैसा पदार्थ बन जाता है, जिसे मोती कहते हैं।
मोती कैसे बेचे?मोतियों के बिक्री के लिए देश के बड़े मार्केट
देश में इंडियन पर्ल कंपनी मोतियों की एक ऐसी कंपनी है जो लोगों को मोती बनाने के लिए ट्रेनिंग की सुविधा प्रदान करती है। एवं खेती करने के बाद मोतियों को भी अच्छे दामों पर खरीदती है। आप इस कंपनी के साथ जुड़कर भी अपना बिजनस शुरू कर सकते है।
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