कारण है कि हम बर्फ ठंडे पानी से युक्त एक गिलास की बाहरी सतह पर पानी की बूंदों देख पा रहे हैं - kaaran hai ki ham barph thande paanee se yukt ek gilaas kee baaharee satah par paanee kee boondon dekh pa rahe hain

नमस्कार दोस्तों स्वागत करता हूं आप सभी का आप का प्रश्न है बर्फीले पानी से भरे गिलास की बाहरी सतह पर पानी की बूंदे क्यों दिखाई देती हैं ठीक है तो आइए हम अपने प्रश्न का उत्तर समझते हैं तथा इसको जो है एक चित्र की सहायता से भी स्पष्ट करते हैं तो पहले हम यहां पर जो है एक चित्र को बना लेते हैं उसके बारे को स्पष्ट करते हैं ठीक है तो जो है यह जो जैसे यहां पर जो इसको हम बर्फीले पानी से भरे क्लास की बाहरी सतह जो होती है वह पानी की बूंदों से संलग्न दिखाई देती है ऐसा क्यों होता है तो जैसे कि हम यहां पर देखें कि एक गिलास बनाने ठीक है हमारे दिलास है ठीक और यदि हम इसमें जो है वह अपने ठंडे जल को भर दें ठीक है यानी कि जैसे किसी लड़की से युक्त जल भर देते हैं ठीक है तो बर्फ का जो तापमान होता है वह जीरो डिग्री सेंटीग्रेड होता है ठीक है यानी कि यह जो बर्फी लाल जो होगा ठीक है

बर्फीला जल जो होगा इसका तापमान कितना होगा लगभग हमारा जीरो डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास ही होगा ठीक है तो अब वातावरण का जो तापमान होता है वह मार्ग तथा लगभग 25 डिग्री सेंटीग्रेड से 27 डिग्री सेंटीग्रेड मान लेते हैं ठीक है वातावरण का तापमान जो है वह कितना होता है 25 डिग्री सेंटीग्रेड से 27 डिग्री सेंटीग्रेड ठीक है तो अब जैसा कि हम जानते हैं जो वायु जो होती है वह हमारे वातावरण में उपस्थित रहती है सदैव भी ठीक है और वायु जो होती है उसमें हमारी नमी भी होती है ठीक है तो वायु में जलवाष्प जो है वह उपस्थित रहती है सदैव ठीक है हमारी क्या वायु है वायु नंबर क्या होता है जलवा जो है वह सदैव उपस्थित रहती है ठीक है तो अभी जो वातावरण में जो हमारी जलवाष्प होती है ठीक है उस जैसे ही हमारे जो है वह ऐसे बर्फीले पानी से युक्त जो लाश होता है इसके संपर्क में आती है ठीक है तो उसका तापमान

अचानक से गिर जाता है यह तो अभी जो इसमें बा यूज होती है उसमें जो उपस्थित जलवाष्प होती है ठीक है वह इधर पर गिलास के पास में आकर के जुड़े हुए संगठित हो जाती है यानी कि चूंकि यहां पर जो तापमान जो है वह जीरो डिग्री सेंटीग्रेड हो गया तो इसके कारण से जो है यह भाई में उपस्थित जो जलवाष्प होती है इसका यहां पर जो है वह संगठन हो जाता है ठीक है जो कि हमारे यहां पर जो है दोनों के रूप में जो है वह एकत्रित हो जाती है पानी की बूंद के रूप में जो है वह दिखाई देने लगती है क्लास की सतह पर ठीक है तो यह जो है हमारा इसका जो है वह कारण होता है कि वातावरण में उपस्थित जो जलवाष्प होती है वह ठंडे वायु से युक्त गिलास की सदाएं पर संपर्क में आते ही संगठित हो जाती है जिसके कारण से वह जो है वह जल की भूमि के रूप में एकत्रित हो जाती है तो उसको पहले हम लिख लेते हैं ठीक है कि वातावरण में उपस्थित वातावरण

वातावरण में उपस्थित वायु में वातावरण में उपस्थित वायु में जलवाष्प उपस्थित होती है उपस्थित होती है ठीक है जोकि बर्फीले पानी से युक्त बर्फीले पानी से युक्त क्लास की सतह पर गिलास की सतह पर पर आते ही संघनित हो जाती है संगठित हो जाती है ठीक है संगठन की प्रक्रिया क्यों होती है हमारी तापांतर के कारण होती है यानी किताबों में जो अंतर होता है इसके कारण से जो है यह संगठन की

होती है कि इसमें जो उच्च तापमान से जब जो है हमारी जो जलवा स्थिति व निम्न तापमान पर जब आती है तो वह जो है वह सीधे ही हमारे जो है वह परिवर्तित हो जाती है यानी कि वह जो हमारे अवस्था में परिवर्तन को प्रदर्शित करती है ठीक है तो यह हमारा क्या होगा गिलास की सतह पर आते ही संगठित हो जाती है जो जो जल की बूंदों के रूप में जल की बूंदों के रूप में बूंदों के रूप में के रूप में गिलास की सतह पर एकत्रित हो जाती है गिलास की सतह पर पर एकत्रित हो जाती है तो इस प्रकार से जो है यह हमारे प्रश्न का उत्तर जो है वह उन होता है ठीक है ना आशा करता हूं आप सभी उत्तर समझ में आया होगा धन्यवाद

बर्फ के ठंडे पानी वाले गिलास की बाहरी सतह पर पानी की बूंदें क्यों दिखाई देती हैं?

Solution : जब हम गिलास को बर्फीले जल से भरते हैं तो उसकी बाहरी सतह पर जल की बूंद इसलिए दिखाई देती हैं क्योंकि वायुमंडल में उपस्थित वाष्प, गिलास की ठंडी सतह के संपर्क में आकर संघनित होकर जल की बूंदों के रूप में बदल जाती है।

एक बर्फ से भरे गिलास के बाहरी हिस्से में जल की बूंदें कैसे उभर आती है?

Answer: बर्फीले जल से भरे गिलास की बाहरी सतह का तापमान काफी कम होता है, जिसके कारण वायु में उपस्थित जलवाष्प की उर्जा ठंढ़े पानी से भरे गिलास की सतह के संपर्क में आकर कम हो जाती है और यह द्रव अवस्था में बदल जाता है, जो जल की बूंदों के रूप में नजर आता है।

ठंडे पानी की बोतल बाहर की तरफ गीली क्यों हो जाती है?

आर्दता मतलब हवा में जल की उपस्थिति गैसीय अवस्था में। हम यह जानते है कि भाप ठंडी होने पर पानी के रूप में बदल जाती है। यही कारण है कि जब बोतल में ठंडा पानी भरते है तो उसके बाहरी सतह पर हवा में उपस्थित वाष्प कण संघनित होकर जल में परिवर्तित हो जाते है इसप्रकार बोतल का बाहरी हिस्सा गीला हो जाता है।