Rajasthan Se Niryat Ki Jane Wali Jis Vastu Se Sarwaadhik Matra Me Videshi Mudra Prapt Hoti Hai , Wah Vastu Hai ?A. संगमरमर की मूर्तियां Show
सम्बन्धित प्रश्नभारत में मुद्रा अवमूल्यन दुनिया का एकमात्र वीमेन मार्केट भारत में कहा है विदेशी मुद्रा भंडार क्या है Comments Harman on 21-11-2021 राजस्थान में कौन-कौनसी चीजें निर्यात की जाती हैं Ajay Singh on 05-01-2021 Rajasthan ki sarvadhik niryat ki jana Vali saree kon se b आप यहाँ पर निर्यात gk, मुद्रा question answers, general knowledge, निर्यात सामान्य ज्ञान, मुद्रा questions in hindi, notes in hindi, pdf in hindi आदि विषय पर अपने जवाब दे सकते हैं। दोस्तों इस पेज के माध्यम से हमने राजस्थान के उद्योग के सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह किया है जो सभी प्रकार के प्रतियोगी परिक्षाओं में बार बार पूछे गये ।
Page 8 of 10
Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Our Rajasthan Chapter 5 राजस्थान में व्यापार Textbook Exercise Questions and Answers. RBSE Class 7 Our Rajasthan Solutions Chapter 5 राजस्थान में व्यापारRBSE Class 7 Our Rajasthan राजस्थान में व्यापार Textbook Questions and AnswersI. निम्नलिखित प्रश्नों के सही उत्तर के विकल्प को कोष्ठक में लिखिए 1.
राजस्थान में निम्नांकित में से कौन-सा उद्योग बड़े उद्योग की श्रेणी में आता है? 2. कौन-सी वस्तु राजस्थान से निर्यात नहीं की जाती है? II. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए 1. ब्यावर में वर्ष 1889 में .......
की स्थापना की गयी। III. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. IV. लघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. RBSE Class 7 Our Rajasthan राजस्थान में व्यापार Important Questions and AnswersI. निम्नलिखित वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए 1. राजस्थान में कृषि आधारित बड़े उद्योग हैं 2. राजस्थान में पहली सूती वस्त्र मिल की स्थापना किस वर्ष हुई? 3. वस्तुओं का विनिमय निम्न से संबंधित है 4. राजस्थान में निम्न का आयात किया जाता है II. रिक्त स्थानों की उचित शब्दों द्वारा पूर्ति कीजिए 1. वर्तमान में .......... को वस्त्र नगरी के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर: III. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. उत्तर: प्रश्न 4. IV. लघूत्तरात्मक प्रश्न प्रश्न 1. राजस्थान में प्रथम सूती वस्त्र मिल की स्थापना सन् 1889 में ब्यावर में की गई। वर्तमान में ब्यावर, भीलवाड़ा, जयपुर, किशनगढ़, पाली, हनुमानगढ़, कोटा, गंगानगर, विजयनगर आदि में सूती वस्त्र की मिलें स्थापित हैं। भीलवाड़ा को वस्व नगरी के नाम से भी जाना जाता है। प्रश्न 2. निर्यातन संवर्धन: राजस्थान राज्य कई वस्तुओं के उत्पादन में अग्रणी है तथा यहाँ निर्यात की कई संभावनाएँ हैं, किन्तु पर्याप्त निर्यात नहीं हो पा रहा है। इसलिए सरकार ने निर्यात संवर्धन की कई योजनाएं लागू की हैं, जैसे-राज्य स्तरीय निर्यात पुरस्कार योजना। इसके साथ-साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत उद्यमियों को अपना निर्यात व्यापार प्रारम्भ करने हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है। राजस्थान काफी समृद्ध है, किन्तु आर्थिक विकास हेतु राज्य में प्रसंस्करण एवं निर्यात संवर्धन को बढ़ावा देना आवश्यक है। इसके लिए हमारी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। V. निबन्धात्मक प्रश्न प्रश्न 1. प्रत्येक वस्तु का उत्पादन एक विशेष भौगोलिक एवं पर्यावरणीय परिस्थिति में किया जाता है। किसी भी वस्तु के उत्पादन हेतु विशेष प्राकृतिक संसाधनों, शारीरिक श्रम, विशेष कौशल व.कई बार कुछ तकनीकों की भी आवश्यकता होती है, जो हर राज्य या देश के पास उपलब्ध हो ऐसा जरूरी नहीं है। अतः किसी स्थान विशेष में जिन वस्तुओं का उत्पादन बहुतायत होता है उसे अन्य स्थानों पर बेचा जाता है तथा जिन वस्तुओं का उत्पादन कम होता है उसे अन्य स्थानों से खरीदा जाता है। इस प्रकार वस्तुओं का विनिमय करना व्यापार कहलाता है। व्यापार राज्यों के मध्य होता है तो अन्तर्राज्यीय व्यापार कहलाता है और जब यह राष्ट्रों के मध्य होता है तो अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है। राजस्थान में आयात-निर्यात की स्थिति: राजस्थान राज्य में जो भी वस्तुएँ उत्पादित की जाती हैं, चाहे कृषि उत्पाद हों, वनोत्पाद हों या फिर औद्योगिक उत्पादन, राज्य में एक स्थान से दूसरे स्थान को भेजी जाती हैं। राजस्थान सरसों, ग्वार, अजवाइन, धनिया, मेथी, ईसबगोल, व ऊन के उत्पादन में अग्रणी है। इसके साथ ही जीरा, मोटे अनाज, सोयाबीन, दालों, तिलहन, सब्जियों, लहसुन, संतरे व दुग्ध के उत्पादन में भी राज्य का प्रमुख योगदान है। इनमें से कई वस्तुओं को वैसे का वैसे जबकि कुछ को प्रसंस्कृत करके राज्य से बाहर भेजा जाता है। राजस्थान शुद्ध रूप से ज्वार, बाजरा, तिलहन, कच्चा सूत, खली, संगमरमर, पत्थर, बांस, सरसों का तेल, निर्मित सूत आदि का आपूर्तिकर्ता है तथा इनका निर्यात अन्य राज्यों को किया जाता है। जबकि अन्य राज्यों से चावल, मिट्टी के तेल, खनिज तेल, बिजली के सामान, मशीनरी, परिवहन उपकरणों आदि का आयात किया जाता है। राजस्थान से अनेक वस्तुएँ दूसरे देशों को भी निर्यात की जाती हैं। जिनमें शामिल हैं-कपड़ा, जवाहरात एवं आभूषण, आयामी संगमरमर पत्थर, ग्रेनाइट तथा अभ्रक पत्थर की वस्तुएँ, ऊन एवं ऊनी कपड़े, रासायनिक सामग्रियाँ, हस्तशिल्प, चमड़ा | एवं चर्म उत्पाद, तैयार वस्त्र, अभियांत्रिकी, कृषि एवं खाद्य उत्पाद, दरियाँ एवं कालीन, धातु (लौह), इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर इत्यादि। इस प्रकार, राजस्थान राज्य बहुत-सी वस्तुओं के उत्पादन में अग्रणी है तथा यहाँ निर्यात की काफी संभावनाएँ भी हैं, किन्तु पर्याप्त निर्यात हो नहीं पा रहा है। अत: सरकार ने निर्यात संवर्धन की कई योजनाएं लागू की हैं, जैसे-'राज्य स्तरीय निर्यात पुरस्कार योजना'। साथ ही, 'निर्यात प्रोत्साहन, प्रक्रिया एवं दस्तावेजीकरण' पर प्रशिक्षण कर्यक्रम के तहत उद्यमियों को अपना निर्यात व्यापार शुरू करने हेतु दो दिवसीय प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार ने कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति, 2019 का निर्माण किया है जिसके अंतर्गत राज्य में कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय व कृषि उत्पादों की निर्यात संभावनाओं को तलाशकर उन अवसरों का लाभ उठाने के प्रावधान करती है। गतिविधि प्रश्. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की सूची
कौन सी वस्तु राजस्थान में निर्यात नहीं की जाती है?में विनिर्माण और खनन क्षेत्र का योगदान वर्ष 2020-21 में क्रमशः 9.31 प्रतिशत और 4.15 प्रतिशत है ।
कौनसी वस्तु राजस्थान से निर्यात नहीं की जाती है अ ऊन ब जवाहरात स पेट्रोल द संगमरमर पत्थर?कौन-सी वस्तु राजस्थान से निर्यात नहीं की जाती है? (स) पेट्रोल. उत्तर: (स) पेट्रोल.
राजस्थान व्यापार क्या है?व्यापार मेलों में भागीदारी, क्रेता-विक्रेता समागम (Buyer Seller Meet), प्रदर्शनियां, B2B पोर्टल, वेब ब्राउजिंग आदि खरीदारों से जुड़ने के प्रभावी तरीके हैं। यह जानकारी REPC (Rajasthan Export Promotion Council) द्वारा मुहैया करवाई जायेगी एवं इस तरह की रिसर्च के लिए निर्यातकों को तैयार भी किया जाएगा।
|