Que : 342. हरित क्रांति की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं। ये पारंपरिक कृषि से किस प्रकार भिन्न है? Show Answer: उत्तर. ' हरित क्रांति की मुख्य विशेषताएँ 1. अधिक उपज वाले बीजों के द्वारा खेती के तरीके बताए गए | 2. एक ही पौधे से ज्यादा मात्रा में अनाज पैदा करना सिखाया | 3. रासायनिक खाद का प्रयोग होने लगा। 4. कृषि क्षेत्र में हुये गुणात्मक सुधार से कृषि क्षेत्र का विकास हुआ। हरित क्रांति पारंपरिक कृषि से निम्नलिखित प्रकार से भिन्न है – 1. मुख्य तौर पर हरित कांति देश में कृषि में उत्पादन को बढ़ाने के लिये लागू की गई एक नीती थी। जबकि पारंपरिक बीजों से पारंपरिक कृषि की जाती थी। 2. पारंपरिक बीजों के स्थान पर HYVs के प्रयोग में सिंचाई के लिये अधिक पानी, उर्वरक कीटनाशक की आवश्यकता होती थी। Class 9 सामाजिक विज्ञान हिंदी माध्यम - Notes If Error Please Whatsapp @9300930012 हरित क्रांति का मुख्य विशेषताएं क्या है?मुख्य तौर पर हरित क्रांति देश में कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिये लागू की गई एक नीति थी। इसके तहत अनाज उगाने के लिये प्रयुक्त पारंपरिक बीजों के स्थान पर उन्नत किस्म के बीजों के प्रयोग को बढ़ावा दिया गया। पारंपरिक बीजों के स्थान पर HYVs के प्रयोग में सिंचाई के लिये अधिक पानी, उर्वरक, कीटनाशक की आवश्यकता होती थी।
भारत में हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य क्या था?भारत में हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य देश को खाद्यान्न मामले में आत्मनिर्भर बनाना था, लेकिन इस बात की आशंका किसी को नहीं थी कि रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का अंधाधुंध इस्तेमाल न सिर्फ खेतों में, बल्कि खेतों से बाहर मंडियों तक में होने लगेगा।
हरित क्रांति के लाभ क्या है?खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि - हरित क्रांति या नई कृषि राजनीति का पहला लाभ हुआ है कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई है, विशेष रुप से गेहूँ, बाजरा, चावल, मक्का, व ज्वार दालों के उत्पादन में आशतीत वृद्धि हुई। इसके परिणामस्वरूप भारत खाद्यान्नों में आत्मनिर्भर सा हो गया है। प्रति हेक्टेयर उत्पादन में आशतीत वृद्धि हुई है।
हरित क्रांति क्या है Drishti IAS?भारत में हरित क्रांति उस अवधि को संदर्भित करती है जब भारतीय कृषि अधिक उपज देने वाले बीज की किस्मों, ट्रैक्टर, सिंचाई सुविधाओं, कीटनाशकों और उर्वरकों के उपयोग जैसे आधुनिक तरीकों एवं प्रौद्योगिकियों को अपनाने के कारण एक औद्योगिक प्रणाली में परिवर्तित हो गई थी।
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