Solution : संबंधों में किसी भी प्रकार का लालच/स्वार्थ न आने देना <br> जीते-जी किसी के नाम जायदाद न करना <br> धार्मिक अंधविश्वास/बहकावे में न आना <br> राजनीतिक बहकावे में न आना <br> परिवार में एक-दूसरे के प्रति भरोसा, विश्वास कायम रखना <br> परिवार में बाहरी हस्तक्षेप का न होना Show
हरिहर काका नामक कहानी से हमें …CBSE, JEE, NEET, NDAQuestion Bank, Mock Tests, Exam Papers NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos हरिहर काका नामक कहानी से हमें क्या सीख मिलती है Posted by Priyanshu Bankey 2 years, 7 months ago
Hume harihar kaka se yeh sikh milti h ki aajkal hum log paise ke liye itne pagal hogye hai ki jo humare apne hai hum unko bhi nuksan phcha dete h paise ke liye! Aajkal insaan ke liye paise, rishto se jyada jruri hogye hai or iss paise ki aad m akr hum hamare sago ko bhi dhoka de de dete hai, hum ye nhi dekhte ki isse samne wale ko kitna dukh phchega! So harihar kaka se ye sikh mili ki paiso se jyada apno ko pyaar kro paisa hath ka mal hai aata jata rhega lekin apno ko nuksan mt phchao Posted by Sakshi .... 3 weeks, 3 days ago
Posted by Innocent Girl 🤗🤗🥰...!! 8 hours ago
Posted by Rustam Singh 4 weeks, 1 day ago
Posted by Tamanna Garg 3 days, 2 hours ago
Posted by Kajol Thakur 1 month ago
Posted by Kajol Thakur 1 month ago
Posted by Prabhjot Singh 1 month ago
Posted by Madhav Goel 3 weeks, 6 days ago
Posted by Rohit Sharma 1 week, 5 days ago
Posted by Harshkumar Jain 3 weeks, 4 days ago
myCBSEguideTrusted by 1 Crore+ Students
Test GeneratorCreate papers at ₹10/- per paper हरिहर काका कहानी से हमें क्या शिक्षा मिलती है?हरिहर काका के जीवन से हमे बहुत सीख मिलती हैं जैसे की हमें धन-दौलत का लालच त्यागकर आस-पड़ोस में रहने वाले बड़े-बुजुर्गों का ध्यान रखना चाहिए। हरिहर काका के जीवन को देखकर हमें परिवारों और धार्मिक स्थलों में बढ़ रही स्वार्थ के विभिन्न पहलुओं का पता चलता हैं।
हरिहर काका के अनुभवों से हमें क्या सीख मिलती है पाठ के आधार पर लिखिए?उत्तर – हरिहर काका के अनुभवों से हमें यह सीख मिलती है कि आज के भौतिकवादी युग में पूरी दुनिया अपने-अपने स्वार्थों की पूर्ति करने में लगी हुई है। आपसी खून के रिश्तों में भी प्रेम, सेवा-सहयोग, विश्वास का स्थान स्वार्थ और लालच ने ले लिया है। यहाँ मानवीय मूल्यों के कोई मायने नहीं रह गए हैं।
हरिहर काका पाठ में जिस सच्चाई को उजागर किया गया है उससे आपको क्या सीख मिलती है?मित्र हमें इस पाठ को लिखने का उद्देश्य लोगों को शिक्षा देना है कि हमें अपने रिश्तों का आदर करना चाहिए। पैसों की आवश्यकता हर व्यक्ति को होती है लेकिन उसके लिए अपनों के साथ विश्वासघात करना अनुचित है। हमें धर्म के नाम पर लोगों को लूटने वाले ढोंगियों से भी सावधान रहना चाहिए। आपस में प्रेम तथा सम्मान का भाव रखना चाहिए।
हरिहर काका को अपने जीवन के अनुभव से क्या क्या बातें समझ आने लगीं?अनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ रखते हैं। वे जानते हैं कि जब तक उनकी जमीन-जायदाद उनके पास है, तब तक सभी उनका आदर करते हैं। ठाकुरबारी के महंत उनको इसलिए समझाते हैं क्योंकि वह उनकी जमीन ठाकुरबारी के नाम करवाना चाहते हैं। उनके भाई उनका आदर-सत्कार जमीन के कारण करते हैं।
|