गाय के दूध बढ़ाने के लिए क्या खिलाना पड़ेगा? - gaay ke doodh badhaane ke lie kya khilaana padega?

गाय के दूध बढ़ाने के लिए क्या खिलाना पड़ेगा? - gaay ke doodh badhaane ke lie kya khilaana padega?

Remedy to increase milk of cow, buffalo in hindi: आज के दौर में डेयरी फार्मिंग बिजनेस काफी ट्रेंडिंग व्यवसाय है। डेयरी फार्मिंग में अधिकांश किसान अधिक दूध उत्पादन के लिए गाय और भैंस पालन (buffalo farming) करते हैं। भैंस के दूध से उन्हें अधिक मुनाफा होता है। लेकिन पशुपालकों को कभी-कभी यह समस्या आती है कि भैंस दूध देना कम कर देती है या बछड़े को जन्म देने के बाद गाय-भैंस के थन से जल्दी दूध नहीं उतरता है। ऐसे में पशुपालकों को काफी नुकसान होता है।

अगर गाय या भैंस की दूध न दे तो इसका कारण जानना बहुत जरूरी है। तो आइए, द रूरल इंडिया के पशुपालन ब्लॉग में जानें- भैंस का दूध कैसे बढ़ाएं? (how to increase buffalo milk in hindi) 

इस ब्लॉग में आप जानेंगे- 

  • भैंस दूध क्यों नहीं देती है

  • भैंसों के दूध कम करने का कारण

  • भैंस के दूध बढ़ाने का उपाय

  • डॉक्टर से सलाह कब लें

भैंस दूध क्यों नहीं देती है?

किसी भी दुधारू पशु को जरूरी नहीं है कि कोई बीमारी ही हो। गाय, भैसों का दूध देना उनके चारे और आहार पर भी निर्भर करता है। पशुपालक अपने भैंस को किस तरह के जगह में रखते हैं और कैसा आहार प्रबंधन करते हैं। अगर आप ज्यादा धूप में भी भैंस को बांधते हैं, तो वह दूध देना कम कर देती हैं। कई बार अंदर ही अंदर भैंसों को बीमारी हो जाती है या फोड़े निकल जाते हैं और पता नहीं चलता है। उस स्थिति में भी भैंस दूध देना धीरे-धीरे कम कर देती हैं।

भैंसों के दूध कम करने का मुख्य कारण (main reason for reducing the milk of buffaloes)

गाय या भैंस कई कारणों से दूध अचानक ही कम कर देती हैं। जैसे- 

1.ऑक्सीटॉसिन की कमी के कारण 

भैंसों में दूध देने की क्षमता ऑक्सीटोसिन हार्मोन से बढ़ती है। लेकिन कभी-कभी ऑक्सीटोसिन हार्मोन सही मात्रा में नहीं होने के कारण भैंस दूध देना कम कर देती है। 

2. अस्वस्थ होने के कारण

अगर भैंसों की तबीयत अंदर से खराब रहती है। जैसे बुखार रहता है तो पशु सही से खा नहीं पाते हैं तो लाजमी है कि उस समय भैंस दूध देना कम कर सकती है। 

3. थनैला रोग के कारण 

थनैला रोग गाय भैंसों के लिए बहुत ही घातक बीमारी है। गाय-भैंसों में ज्यादातर थनैला रोग देखने को मिलता है। जिसमें भैंसों का थन खराब हो जाता है ना थन कट कर गिरने लगता है। थनैला रोग में पशुओं को असहनीय दर्द होता है जिससे अगर उनके थन में दूध होता है। तो भी वह पशुपालक को दुहने नहीं देती हैं।और यह बीमारी वायरस जनित बीमारी होती है जो अन्य पशुओं में भी फैलती है और भैंस दूध नहीं देती है।

इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आप कपूर और तेल का लेप पशुओं के थन पर लगा सकते हैं। इसके अलावा जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लेकर दवाई लेनी चाहिए।

4. पोषक तत्व की कमी के कारण

पोषक तत्व युक्त आहार की जरूरत हर किसी को होती है। चाहे वह इंसान हो या जानवर। अगर आप भैंसों को आहार में पोषक तत्व नहीं देते हैं। जैसे- गेहूं का चोकर, मूंग की चुन्नी, उड़द की चुन्नी, लवण युक्त पशु आहार आदि। इसके कारण भैंस कमजोर हो जाती है और  दूध कम देने लगती हैं।

भैंस के दूध बढ़ाने का उपाय (Remedy to increase milk of buffalo in hindi) 

भैंस के दूध को बढ़ाने के लिए आप बहुत से उपाय कर सकते हैं। सबसे पहले आपको अपने पशुओं के आहार और आवास प्रबंधन में ध्यान देना होगा। जैसे पोषक तत्व युक्त चारा अपने भैंसों को खिलाना चाहिए। जिसमें सरसों की खल पशु आहार लवण युक्त दाना आदि होना जरूरी है। जितना हो सके अपने पशुओं को छांव में रखें। अगर बच्चा देने के बाद भैंस दूध नहीं दे रही है तो आप उसे कैल्शियम पिला सकते हैं। दूध उतारने की अन्य दवाइयां किसी अनुभवी डॉक्टर की सलाह से लाकर दे सकते हैं।

इसके साथ ही भैंस के दूध उतरने के लिए आप ऑक्सीटोसिन हार्मोन का इंजेक्शन भैंस के थन में लगवा सकते हैं। इसके अलावा अगर आपको लगता है कि आप की भैंस दूध कम कर रही है तो समय-समय पर उसे गुड़ भी पिला सकते हैं। 

डॉक्टर से सलाह कब लें

अगर आपकी गायब है अचानक दूध देते देते दूध देना कम कर दे या बंद कर दे तो उसके लिए आपको फौरन ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए। कभी-कभी गाय-भैंस पशुपालक को लात मारने लगती हैं या अपने थन को हाथ तक नहीं लगाने देती हैं। इस स्थिति में भी आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और दवाइयां लाकर अपने पशुओं को खिलाने चाहिए। जिससे आपके पशु के दूध में बढ़ोतरी हो और आपकी आमदनी में बढ़ोतरी हो।

ये तो थी, भैंस का दूध कैसे बढ़ाएं? (how to increase buffalo milk in hindi) की जानकारी। यदि आप इसी तरह कृषि, मशीनीकरण, बागवानी, पशुपालन, सरकारी योजना, बिजनेस आइडिया या ग्रामीण विकास की जानकारी चाहते हैं तो अन्य लेख जरूर पढ़ें और दूसरों को भी फेसबुक, ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर पढ़ने के लिए शेयर करें।

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गाय का दूध बढ़ाने के लिए क्या देना चाहिए?

लोबिया खिलाने से बढ़ जाता है गाय व भैंस का दूध पशुपालन विभाग के अनुसार लोबिया घास खिलाने से गाय का दूध बढ़ जाता है। लोबिया घास में औषधीय गुण पाए जाते हैं जो दूध की मात्रा में बढ़ोतरी करते हैं। लोबिया घास खिलाने से गाय की सेहत पर कोई विपरित प्रभाव नहीं पड़ता और दूध की मात्रा भी सहज ही बढ़ जाती है।

दूध बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए?

ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करे और क्या न करे?.
बच्चे को स्तन पान कम से कम 12 बार कराइये.
बच्चे को दूध पिलाते समय अपने स्तनों को हल्का दबाये.
दोनों स्तनों से बच्चे को बराबर दूध पिलाये.
अपने स्तनों की मालिश करे.
बच्चे को दूध पिलाना न भूले.
किसी अन्य रोग की यदि दवा चल रही हो तो उसे एक समय पर ही ले.

गाय दूध कम क्यों देती है?

गाय, भैसों का दूध देना उनके चारे और आहार पर भी निर्भर करता है। पशुपालक अपने भैंस को किस तरह के जगह में रखते हैं और कैसा आहार प्रबंधन करते हैं। अगर आप ज्यादा धूप में भी भैंस को बांधते हैं, तो वह दूध देना कम कर देती हैं। कई बार अंदर ही अंदर भैंसों को बीमारी हो जाती है या फोड़े निकल जाते हैं और पता नहीं चलता है।

गाय को हल्दी खिलाने से क्या फायदा होता है?

एक्सपर्ट }हल्दी-बाजरे की रोटी रोग से लड़ने की देती है ताकत पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डाॅ. गुरचरण सिंह ने कहा कि लंपी स्किन डिसीज कमजोर पशुओं को जल्द चपेट में लेती है। हल्दी युक्त बाजरे की रोटी एवं आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाने से गायों में इम्युनिटी बढ़ती है। इससे वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।