गैसोलीन के अपूर्ण दहन से कौन से पदार्थ उत्पन्न होते हैं? - gaisoleen ke apoorn dahan se kaun se padaarth utpann hote hain?

हेलो फ्रेंड्स मेरा क्वेश्चन अभी दिया गया है कि अकाउंट धाम से क्या उत्पन्न होता है ठीक तो मैं इसमें बताना की अपूर्णता हमसे क्या उत्पन्न होता है सबसे पहले हम लोग यह जानते हैं कि अपूर्ण दहन होते क्या है ठीक तुम जानते हैं कि अपूर्व धान एक रासायनिक प्रतिक्रिया होती है कैसी होती है एक रासायनिक रासायनिक प्रतिक्रिया सीरियाई रासायनिक प्रतिक्रिया होती है जिसमें एक ही धन का आंशिक ऑक्सीकरण इसमें शामिल होता क्या होता है इसमें किसी ईंधन का आंशिक ऑक्सीगार्ड इसमें शामिल होता है ठीक है तो वह हमारा क्या होता है अधूरा धनियानी के प्रधान उसके हम कहते हैं ठीक तो आप पूर्णानंद किसको कहेंगे तो इसमें जो होता है मारा ईंधन का निधन का आंशिक ऑक्सीकरण

ठीक तो इनके आंशिक ऑक्सीकरण से जो मारा उत्पन्न होता है उसे हम अपूर्ण दहन कहते हैं क्या कहते हैं और कहते हैं हम जानते हैं कि ऑक्सीजन की अपर्याप्त मात्रा होती है क्या होती है यहां पर ऑक्सीजन की अपर्याप्त मात्रा होती है तो ईंधन जो होता है वह अधूरा ऑक्सीकरण होता है ठीक तो इसलिए इसका तो बोला तो जहान होता है वह कई उत्पाद बनाता है लेकिन वह दहन से निकलने वाली जो हमारी उर्जा होती है उसकी मात्रा क्या होती है कम रूप में कम होती है ठीक उसके तो अपना ग्रुप में क्या होगी कम होगी तो आज हमारा अपूर्ण दहन होगा उसका जो मारा प्रमुख उत्पाद प्राप्त होगा उसमें से कार्बन मोनोऑक्साइड एक और कार्बन डस्ट जिसको हम काले बोलता ठीक तो आप और जानेमन क्या निकलती है कार्बन मोनोऑक्साइड जाने की करूंगा फिर ठीक है तथा मारे कार्बन के

कार्बन डस्ट जिसको हम खाली बोलते हैं ठीक है वह अपनी गलती और उनका जो पानी होता है इसमें शामिल होता है पानी कैसे पिए तो क्या होता है शामिल होता है ठीक तो पूर्ण कहानी जैसे कि मान लीजिए हम कुछ उदाहरण देख रहे हैं अब प्रधान के टिक टॉक पुराने वाला जो होता है सबसे पहले इसमें जो हाइड्रोकार्बन होते हैं हाइड्रो कॉलेज का रासायनिक समीकरण देखें तो हाइड्रोकार्बन प्लस किसके साथ ऑक्सीजन के साथ ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करके कार्बन मोनोऑक्साइड सीईओ प्लस कार्बन और प्लस ज्वैलर्स तो यहां पर में प्राप्त होता है एक उदाहरण है महाराज तो शामिल ऑक्सीजन की मात्रा के अनुसार इसका क्या होता है वह भी ना होता है तू जैसे कि कभी-कभी हमारा क्या होगा केवल कार्बन मोनोऑक्साइड या खाली ही उत्पन्न होता है ठीक तो उसने हमारा जल नहीं उत्पन्न होता है ठीक जैसे अगर हम

यहां पर मान लीजिए एथिलीन का कर्म प्रधान करवाते हैं तो असलम के अपूर्ण दहन में हमें कार्बन और पानी का उत्तर प्राप्त होता है क्या प्राप्त होता है मैं पानी तथा कार्बन का उत्पाद प्राप्त होता है ठीक है तो इस प्रकार से हमारा प्रधान से क्या क्वेश्चन था कि एयरपोर्ट धाम से क्या उत्पन्न होता है तो पूर्ण ध्यान से कार्बन मोनो ऑक्साइड कार्बन डस्ट उत्पन्न होती है ठीक होता था कबीर जल्दी उत्पन्न होता है ठीक है हमारा आंसर होगा धन्यवाद

गैसोलीन के अपूर्ण दहन से कौन से पदार्थ उत्पन्न होते हैं? - gaisoleen ke apoorn dahan se kaun se padaarth utpann hote hain?

आक्सीजन की उपस्थिति में लकड़ी का दहन

किसी जलने वाले पदार्थ के वायु या आक्सीकारक द्वारा जल जाने की क्रिया को दहन या जलना (Combustion) कहते हैं। दहन एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया (exothermic reaction) है। इस क्रिया में दहन आँखों से ज्वाला दिख भी सकती है और नहीं भी। इस प्रक्रिया में ऊष्मा तथा अन्य विद्युतचुम्बकीय विकिरण (जैसे प्रकाश) भी उत्पन्न होते हैं। आम दहन के उत्पाद गैसों के द्वारा प्रदूषण भी फैलता है। विज्ञान के इतिहास में अग्नि वा ज्वाला सबंधी सिद्धांतों का विशेष महत्व रहा है।

उदाहरण के लिए किसी हाइड्रोकार्बन के दहन का सामान्य रासायनिक समीकरण निम्नलिखित है-

गैसोलीन के अपूर्ण दहन से कौन से पदार्थ उत्पन्न होते हैं? - gaisoleen ke apoorn dahan se kaun se padaarth utpann hote hain?

मिथेन के लिए इस समीकरण का स्वरूप निम्नवत हो जाएगा-

इतिहास[संपादित करें]

मध्यकालीन युग तक लोग अग्नि को एक तत्व मानते रहे। रॉबर्ट बॉयल (Robert Boyle) तथा रॉबर्ट हुक (Robert Hook) ने यह दिखलाया कि यदि किसी बर्तन से हवा निकाल दी जाए तो उसमें गंधक या कोयला नहीं जलेगा और यदि उसमें पुन: हवा प्रविष्ट कर दी जाए तो वह फिर जल उठेगा। उन्होंने यह भी सिद्ध किया कि शोरे (saltpetre) के साथ किसी पदार्थ का मिश्रण शून्य स्थान में भी प्रज्वलित हो जाता है, जिससे यह पता लगता है कि हवा तथा शोरे दोनों में कोई ऐसा पदार्थ है जिसके कारण ज्वलन की क्रिया होती है। बाद में यह भी पता चला कि हवा में किसी पदार्थ के जलने से हवा के आयतन में कमी हो जाती है तथा बची हुई हवा निष्क्रिय होती है, जिसमें दहन संभव नहीं है। यह भी मालूम हुआ कि बंद स्थान में जीवधारियों की श्वासक्रिया से भी वही परिणाम मिलता है। अत: श्वासक्रिया तथा दहन समान क्रियाएँ हैं।

स्टाल (G.E. Stahl) ने 18वीं शताब्दी के प्रारंभ में फ्लाजिस्टन सिद्धांत का प्रतिपादन किया, परंतु उसने बॉयल द्वारा ज्ञात तथ्यों की ओर ध्यान नहीं दिया। उसने यह बतलाया कि प्रत्येक दाह्य पदार्थ दो प्रमुख अवयवों से बना होता है। एक फ्लोजिस्टन, जो दहन क्रिया होने पर निकल जाता है तथा दूसरा राख (calx), जो बाद में बच रहती है। यह विचारधारा 1774 ई. तक प्रचलित रही। 1775 ई. में प्रीस्टले (Priestley) तथा शेले (Scheele) ने एक गैस का पता लगाया, जिसका नाम बाद में लाब्वाज़्ये (Lavoisier) ने ऑक्सीजन रखा। सन् 1783 में लाब्वाज़्ये ने सुझाव रखा कि हवा का सक्रिय भाग ऑक्सीजन है, दहन में इसी की आवश्यकता पड़ती है और बिना इसके दहन संभव नहीं है। उसने यह भी बतलाया कि दाह्य पदार्थों के साथ जलते समय ऑक्सीजन रासायनिक संयोग करता है।

लकड़ी तथा कोयले के जलने में सबसे पहले उनमें से वाष्पशील पदार्थ निकलते हैं, जिनमें कुछ गैसों का मिश्रण होता है। इसके बाद बचा हुआ कोयला ऑक्सीजन की सहायता से जलता है और इसकी दहन गति सतह पर ऑक्सीजन के पहुँचने पर निर्भर है। अपूर्ण दहन होने पर कार्बन मोनोक्साइड नामक एक विषैली गैस बनती है। साधारणतया ईंधन के ऊपरी भाग का पर्याप्त आक्सीजन प्राप्त हो जाने से वह जलकर कार्बन डाइक्साइड बनता है, पर यदि हवा निकलने का ठीक प्रबंध नहीं है तो यह कमरों में इकट्ठा होती रहती है और स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होती है।

यदि दहनशील पदार्थ अधिक मात्रा में एकत्रित किए जाएँ तो कभी कभी उनमें स्वत: दहन हो जाता है। उनमें मंद ऑक्सीकरण होता है। इससे निकलती उष्मा इतनी अधिक होती है कि उनका ताप बढ़ जाता है, जिससे वे जलने लगते हैं। मृदुकोक (soft coke) के छोटे टुकड़ों में स्वत: दहन की संभावना अधिक रहती है, अत: उनको गीला करके सुरक्षित रखा जाता है। द्रव ईंधन वाष्पीकृत होने पर ही हवा या ऑक्सीजन के साथ मिश्रण बनने पर जलते हैं।

गैसीय ईंधनों का दहन[संपादित करें]

इससे प्रदर्शित होता है कि सतत दहन के लिए वायु (आक्सीजन) आवश्यक है।

गैसों के अणु गतिशील होते हैं और एक दूसरे से टकराते रहते हैं। निम्न ताप पर इसका अधिक प्रभाव नहीं पड़ता, परंतु ऊँचे ताप पर टकराने से पर्याप्त ऊर्जा उत्पन्न होती है, जिससे रासायनिक क्रियाएँ संपन्न हो सकती है। ईंधन और ऑक्सीजन के बीच की दहन क्रिया पहले सरल समझी जाती थी, पर अब सिद्ध हो गया है कि ये जटिल शृंखंलाबद्ध क्रियाएँ हैं। अधिक ऊर्जावाले अणुओं की टक्कर से परमाणु या मुक्तमूलक बनते हैं। ये मंद शृंखलाक्रियाएँ या तीव्र शृंखला-क्रियाएँ उत्पन्न कर सकते हैं।

अदहनशी पदाथाें के नाम लिखें[संपादित करें]

  • Hydrocarbon combustion Simple applet that illustrates the Chemical equation.
  • Simulation of gas combustion

गैसोलीन के अपूर्ण दहन से कौन सा पदार्थ उत्पन्न होता है?

अपूर्ण दहन तब होता है जब ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में या अपर्याप्त ऑक्सीजन की उपस्थिति में ईंधन को जलाया जाता है। इससे कार्बन डाइऑक्साइड के बजाय कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) का उत्पादन होता है।

अपूर्ण दहन में कौन सी गैस उत्पन्न होती है?

इन ईंधनों का अपूर्ण दहन, कार्बन मोनोक्साइड गैस देता है।

ईंधन के अधूरे दहन से कौन सी गैस निकलती है?

Detailed Solution. सही उत्तर कार्बन मोनोऑक्साइड है

निम्नलिखित में से कौन दहन प्रतिक्रिया का उत्पाद नहीं है?

Detailed Solution सही उत्तर ऑक्सीजन है। ऑक्सीजन एक दहन प्रतिक्रिया का उत्पाद नहीं है।